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यूपी में सड़क किनारे 20 टुकड़ों में मिली गर्भवती महिला की लाश

 


सूत्रों से पता चला है की,,अमरोहा (उत्तर प्रदेश) में सड़क किनारे करीब 30 वर्षीय गर्भवती महिला की लाश मिली है। महिला के शव को करीब 20 टुकड़ों में काटकर कपड़े के दो बैगों में भरा गया था।पुलिस ने कहा कि शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है और शव को कब्ज़े में लेकर गांव के लोगों से पूछताछ की जा रही है।





अमरोहा (उत्तर प्रदेश) में सड़क किनारे करीब 30 वर्षीय गर्भवती महिला की लाश मिली है।महिला के शव को करीब 20 टुकड़ों में काटकर कपड़े के दो बैगों में भरा गया था। पुलिस ने कहा कि शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है और शव को कब्ज़े में लेकर गांव के लोगों से पूछताछ की जा रही है।



मेरी मौत हुई तो महाराष्ट्र को लंका की तरह जला देंगे मराठा मनोज जरांगे ने दी चेतावनी

 

सूत्रों से पता चला है की,मनोज जरांगे मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समूह में शामिल करने की मांग को लेकर महाराष्ट्र के जालना जिले में अपने पैतृक गांव अंतरवाली सरती में अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे हैं।







मेरी मौत हुई तो महाराष्ट्र को लंका की तरह जला देंगे मराठा' मनोज जरांगे ने दी चेतावनी,मनोज जरांगे मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समूह में शामिल करने की मांग को लेकर महाराष्ट्र के जालना जिले में अपने पैतृक गांव अंतरवाली सरती में अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे हैं।






मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने राज्य सरकार को चेतावनी जारी की है। उन्होंने बुधवार को सरकार पर मराठा समुदाय को धोखा देने का आरोप लगाया है। मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे हैं और बुधवार को उनके अनशन का पांचवां दिन है। जरांगे ने सरकार को चेतावनी देते हुए ये तक कह दिया कि अगर भूख ख हड़ताल के दौरान उनकी मौत हो जाती है तो मराठा समुदाय के लोग महराष्ट्र को लंका की तरह जला देंगे। 





जरांगे का स्वास्थ्य खराब हो रहा

मराठा नेता मनोज जरांगे के नजदीकी लोगों को कहना है कि उनका स्वास्थ्य खराब हो रहा है लेकिन वह चिकित्सकों को अपनी जांच नहीं करने दे रहे हैं। उनकी नाक से खून बह रहा है लेकिन न तो पानी पी रहे हैं और न ही दवाएं ले रहे हैं। बता दें कि ये एक साल से भी कम समय में चौथी बार है जब जरांगे मराठा समुदाय को ओबीसी के तहत शामिल करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रहे हैं।





जरांगे ने जारी की चेतावनी

मनोज जरांगे ने जालना में प्रदर्शन स्थल पर संवाददाताओं से कहा है कि रामायण में भगवान हनुमान ने पूंछ से लंका में आग लगा दी थी। अगर मैं इस प्रदर्शन के दौरान मर गया तो मराठा, महाराष्ट्र को लंका बना देंगे।उन्होंने यह भी धमकी दी कि महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कोई भी सार्वजनिक सभा नहीं होने दी जाएगी।





सरकार पर लगाए बड़े आरोप

जरांगे ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्रियों देवेन्द्र फडणवीस एवं अजित पवार पर ‘सगे-संबंधियों’ से जुड़ी मसौदा अधिसूचना को लागू नहीं करके और पिछले साल आंदोलन के दौरान मराठा प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दायर मामलों को वापस नहीं लेकर मराठा समुदाय को धोखा दिया है।जरांगे ने ये भी कहा कि अजित पवार छगन भुजबल का समर्थन कर रहे हैं जबकि भुजबल मराठा समुदाय को ओबीसी श्रेणी में शामिल करने के खिलाफ हैं।

क्या तलाकशुदा मुस्लिम महिला भी अनुच्छेद 125 के तहत भरण-पोषण की हकदार है? सुप्रीम कोर्ट की पूछताछ

 

याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट के सामने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि 1986 का कानून गुजारा भत्ते के मामले में मुस्लिम महिलाओं के लिए ज्यादा फायदेमंद बताया है,






 नई दिल्ली (एजेंसियां) सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर इस पहलू पर विचार करने की इच्छा जताई है कि क्या तलाकशुदा मुस्लिम महिला को भी सीआरपीसी की धारा 135 के तहत अपने पति से तलाक लेने का अधिकार है।गुज़ारा भत्ता की मांग? गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने मशहूर मुहम्मद अहमद खान बनाम शाह बानो बेगम मामले में फैसला सुनाते हुए कहा था कि सीआरपीसी की धारा 125 एक धर्मनिरपेक्ष धारा है, यह मुस्लिम महिलाओं पर भी लागू होती है. हाल ही के एक मामले में, तलाकशुदा पत्नी को गुजारा भत्ता देने के पारिवारिक न्यायालय के निर्देश के खिलाफ एक याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने इस पहलू पर विचार करने की इच्छा व्यक्त की कि क्या मुस्लिम तलाकशुदा महिला भी सीआरपीसी के तहत गुजारा भत्ता पाने की हकदार है। धारा 125 के तहत उसका पति? सुप्रीम कोर्ट इस बात पर भी विचार करेगा कि इस मामले में सीआरपीसी या मुस्लिम पर्सनल लॉ (मुस्लिम महिला अधिनियम 1986) लागू होगा या नहीं. इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट





एसेक्स क्यूरी रुक गया है,

एक मुस्लिम व्यक्ति अपनी तलाकशुदा पत्नी से गुजारा भत्ता के कोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.फैमिली कोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाले मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति बीवी नागरता और न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने की। पहली सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट कानून के इस सवाल पर विचार करने के लिए सहमत हो गया कि क्या कोई मुस्लिम महिला सीआरपीसी की धारा 125 के तहत याचिका दायर कर सकती है।





आरपी बनाए रखने का अधिकार सुरक्षित रखता है।

फैमिली कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुनाते हुए निर्देश दिया था कि पति अपनी तलाकशुदा पत्नी को 20 हजार रुपये प्रति माह अंतरिम भरण-पोषण भत्ता दे.फैमिली कोर्ट के इस निर्देश को तेलंगाना हाई कोर्ट में चुनौती दी गई थी। याचिकाकर्ता ने कोर्ट को बताया कि दोनों पक्षों का मुस्लिम पर्सनल लॉ के मुताबिक 2017 में तलाक हो गया था. उन्होंने कोर्ट को यह भी बताया कि उनके पास तलाक का सर्टिफिकेट भी है लेकिन फैमिली कोर्ट ने इस पर विचार नहीं किया. इसके बाद उच्च न्यायालय ने अंतरिम भरण-पोषण भत्ता देने के आदेश को रद्द नहीं किया, बल्कि देय राशि 20,000 रुपये तय कर दी।





से घटाकर 1000 रूपये प्रति माह कर दिया गया। याचिकाकर्ता-पति ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कहा कि एक तलाकशुदा मुस्लिम महिला सीआरपीसी की धारा 125 के तहत आवेदन दायर करने की हकदार नहीं है, उसे मुस्लिम महिला अधिनियम, 1986 के तहत आगे बढ़ना होगा। इसमें यह भी कहा गया कि गुजारा भत्ता को लेकर 1986 का कानून मुस्लिम महिलाओं के लिए ज्यादा फायदेमंद है. याचिकाकर्ता ने अदालत को यह भी बताया कि उसने अपनी तलाकशुदा पत्नी को ईद के दौरान भरण-पोषण के रूप में दिया था,15 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन मिलता था।

इजराइल का अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले आने पर होशो हवास गायब,संयुक्त राष्ट्र के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई







महेर समाचार एजेंसी ने सीएनएन के हवाले से कहा है कि फिलिस्तीन में संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के प्रमुख ने कहा है कि गाजा में फिलिस्तीनियों के नरसंहार के मामले में इजरायल के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले के बाद ज़ायोनी सरकार के कुछ कार्यकर्ता अंतरराष्ट्रीय संगठन पर 7 अक्टूबर के हमलों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।







संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि ज़ायोनी सरकार की कार्रवाई के बावजूद अंतरराष्ट्रीय संगठन का राहत कार्य गाजा में जारी रहेगा। इज़रायल की पहल के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका ने भी संयुक्त राष्ट्र के साथ सहयोग करना बंद कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र आयोग के प्रमुख फिलिप लाज़ारिनी ने कहा है कि इज़रायल के आरोपों के बाद इन श्रमिकों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। याद रखें कि ज़ायोनी सरकार के कदम अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय द्वारा अपना फैसला जारी करने के कुछ ही घंटों बाद लिया गया। लेज़ारिनी ने कहा कि गाजा के लोगों को सहायता की आवश्यकता है। बीस लाख लोग सहायता एजेंसियों द्वारा उपलब्ध करायी गयी वस्तुओं पर जीवन यापन कर रहे हैं।

नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा, महागठबंधन से तोड़ा नाता






सूत्रों से पता चला की,,,इस्तीफा देने के साथ ही नीतीश कुमार आज फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. नई सरकार में बीजेपी के कोटे से दो नेता उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं.






बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा कदम उठाते हुए रविवार (28 जनवरी) को पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने जेडीयू विधायक दल की बैठक के बाद राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा. इसी के साथ बिहार में आरजेडी, जेडीयू, कांग्रेस और लेफ्ट का गठबंधन टूट गया. अब नीतीश कुमार बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाने <PREV दावा पेश करेंगे.




नई सरकार में नीतीश कुमार ही सीएम रहेंगे.उनके साथ बीजेपी के दो नेता डिप्टी सीएम बनेंगे. डिप्टी सीएम कौन होगा, इसको लेकर सस्पेंस बरकरार है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि सुशील मोदी और रेणु देवी उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं.







नीतीश कुमार नई सरकार में आज ही शाम चार बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते 9 वीं बार होगा जब नीतीश कुमार र्स पद की शपथ लेंगे. सूत्रों ने बताया कि 6 से 8 नेता मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. नई सरकार में जीतन राम मांझी की पार्टी हम भी शामिल होगी. मांझी अपना समर्थन पत्र नीतीश कुमार को सौंपेंगे.







विपक्षी गठबंधन के लिए झटका!


लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार का यह कदम विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. दरअसल, नीतीश कुमार ही इंडिया गठबंधन के सूत्रधार माने जाते हैं. शुक्रवार को ही जेडीयू से जुड़े सूत्रों ने बताया था कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन का संयोजक नहीं बनाए जाने और शेयरिंग में हो रही देरी से नाराज है,






आरजेडी विधायकों की अपील


नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जाने के बीच लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के कई विधायकों ने कहा कि सरकार बनाने के लिए कवायद करनी चाहिए. राज्य में सरकार बनाने के लिए 122 विधायकों की जरूरत है. आरजेडी के पास 115 विधायक हैं.



बिहार में सीटों का समीकरण


बिहार में सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी है. बीजेपी के 78, जेडीयू के 45 और हम के चार विधायक हैं. इन तीनों दलों के विधायकों की कुल संख्या 127 है. सरकार बनाने के लिए 122 सीटों की जरूरत है.




कौन हैं ललित साल्वे, जिन्होंने पिता बनने के लिए तीन बार कराई सर्जरी; म हिला से पुरुष बनने तक ऐसा रहा सफ र

 



सूत्रों से पता चला,,,महाराष्ट्र के पुलिस कांस्टेबल Lalit Salve तीन बार लिंग परिवर्तन कराने के बाद पिता बन गए हैं। हालांकि,उनके लिए महिला से पुरुष बनने का सफर आसान नहीं था,



महाराष्ट्र के बीड जिले में तैनात पुलिस कांस्टेबल ललित साल्वे सुर्खियों में हैं। वे पिता बनने जा रहे हैं। उन्होंने महिला से पुरुष बनने के लिए तीन बार लिंग परिवर्तन सर्जरी कराई। ललित ने 2020 में शादी की। इस साल 15 जनवरी को उनके घर एक बच्चे का जन्म हुआ, जिनका नाम उन्होंने आरुष रखा है। ललित का लिंग परिवर्तन सर्जरी कराने से पहले नाम ललिता था।







'मुझे खुशी है कि मैं भी अब पिता बन गया हूं' ललित साल्वे (36 वर्ष) ने बताया कि एक महिला से पुरुष बनने तक का उनका सफर संघर्षों से भरा रहा है।इस दौरान कई लोगों ने मेरा समर्थन किया। मेरी बीवी का नाम सीमा है।वह एक बच्चा चाहती थी। मुझे खुशी है कि मैं भी अब पिता बन गया हूं।







जून 1988 को हुआ जन्म बता दें कि ललित साल्वे का जन्म जून 1988 में हुआ था। वे 2010 में पुलिस में शामिल हुए। उन्हें बीड जिले के माजलगांव शहर पुलिस स्टेशन में तैनात किया गया। महिला के रूप में जन्मे ललित में साल 2013 में ट्रांस-सेक्सुअल लिंग के लक्षण दिखाई देने लगे थे। उन्होंने महसूस किया कि उनके शरीर में बदलाव हो रहा है।







2017 में छुट्टी के लिए खटखटाया हाई कोर्ट का दरवाजा


ललित ने 2017 में कैरियोटाइपिंग नामक एक आनुवंशिक परीक्षण कराया, जिसमें उनके शरीर में Y गुणसूत्र की उपस्थिति की पुष्टि हुई। इसके बाद उनकी पुरुष के रूप में लिंग पहचान स्थापित हुई। ललित ने नवंबर 2017 में लिंग परिवर्तन सर्जरी कराने के लिए एक महीने की छुट्टी की मांग करते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद उनकी छुट्टी को मंजूर कर लिया गया।








तीन बार कराई सर्जरी


पुलिस कांस्टेबल ललित ने हाईकोर्ट से छुट्टी की मंजूरी मिलने के बाद मुंबई के फोर्ट इलाके में स्थिति सरकारी सेंट जॉर्ज अस्पताल में 2018 और 2020 के बीच तीन बार सर्जरी करवाई।इसके बाद उन्होंने 16 फरवरी 2019 को सीमा से शादी की। कपल को 15 जनवरी को एक बेटे का माता-पिता बनने का सौभाग्य मिला।


ललित ने 30 से अधिक लोगों को दी सलाह ललित की सर्जरी करने वाले डॉक्टर का कहना है कि साल्वे भले ही पिता बन गए हों, लेकिन लिंग परिवर्तन सर्जरी कराने वाले हर शख्स ऐसी उम्मीद नहीं कर सकता।फिलहाल, ललित लिंगपरिवर्तन सर्जरी कराने की इच्छा रखने वालों के लिए मिसाल बन गए हैं। अबतक उन्होंने 30 से अधिक लोगों को सर्जरी कराने की सलाह दी है।






सपा सभासद ने बीजेपी नेता को जड़ा जोरदार थप्पड़, थप्पड़ की गूंज से सियासी माहौल गर्म








सूत्रों से पता चला की,,,जौनपुर।* आलाव का स्थान बदलने के विवाद में सपा सभासद और भाजपा नेता के बीच जमकर बवाल हो गया। बवाल इस कदर बढ़ा कि सपा सभासद ने चेयर मैन के कक्ष में ही भाजपा नेता को जोरदार थप्पड़ जड़ दिया। मौके पर मौजूद लोगो में अफरा तफरी मच गया। थप्पड़ मारने का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल भी हो रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर सभासद को हिरासत में लेकर कोतवाली ले गयी।







 सभासद की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही अन्य सभासदो में आक्रोश व्याप्त हो गया, सभी कोतवाली पहुंच गये। सभासदो ने इस घटना के पीछे चेयर मैन परिवार की मनमानी बताया तथा सभासद की गिरफ्तारी का जिम्मेदार मंत्री गिरीश यादव को ठहराया।






मिली जानकारी के अनुसार नगर पालिका परिषद जौनपुर द्वारा ठण्ड को देखते हुए नगर में आलाव जलवाया रहा है, आलाव की संख्या कम होने से नगर पालिका प्रशासन पर सवालिया निशान भी लग रहा है, नगर पालिका से चंद कदम की दूरी पर स्थित झगडू हलवाई के सामने जलाये जा रहे आलाव का स्थान परिवर्तन को लेकर आज इलाके के सभासद दीपक जायसवाल नगर पालिका परिषद पहुंचे चेयर मैन मनोरमा मौर्या के गैर मौजूदगी में उनके पति राम सूरत मौर्या जन समस्याओं का निस्तारण कर रहे थे। सभासद दीपक ने चेयर मैन पति से अपनी शिकायत दर्ज करा रहे थे इसी बीच कक्ष में मौजूद ख्वाजगी टोला वार्ड के भाजपा अध्यक्ष शिव शंकर साहू टपक पड़े और दीपक से बहस हो गयी।







इसी बीच सपा सभासद दीपक ने एक जोरदार थप्पड़ भाजपा नेता को जड़ दिया। अचानक हुए घटनाक्रम से चेयर मैन के चम्बर में मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। थप्पड़ की गुंज चेयर मैन व अन्य लोगो को हुई तो सभी आक्रोशित होकर सभासद दीपक जायसवाल पर हमला बोलने का प्रयास किया, लेकिन मौके पर मौजूद लोगो ने स्थिति को सम्भाल लिया।






सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर आरोपी दीपक को हिरासत में लेकर कोतवाली ले गयी।दीपक की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही भारी संख्या में सभासद कोतवाली पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। सभासद रेनू पाठक, मुकेश सिंह व जगदीश मौर्या ने इस घटना का जिम्मेदार चेयर मैन के कुनबा पर ठहराया है।सभी भी सभासदो ने आरोप लगाया कि नगर पालिका अध्यक्ष मनोरमा मौर्या के पति अनाधिकृत रूप अपने आपको चेयर मैन प्रतिनिधि बनकर अध्यक्ष के क्षेत्राधिकारी का प्रयोग करते रहते है।

किसान की मौत मामले में गिरफ्तारी की मांग को लेकर चक्काजाम, पुलिस के आश्वासन पर किया अंतिम संस्कार

 


सूत्रों से पता चला,,,घटना अदारी गांव में हुई थी। आरोप है कि ग्राम प्रधान से मामूली बात को लेकर विवाद हुआ था। इसी दौरान झगड़े के बीच ग्राम प्रधाव व उनके परिवार के लोगों ने किसान को धक्का देकर गिरा दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है








जौनपुर जिले के मीरगंज क्षेत्र के अदारी गांव में किसान की मौत के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी न होने को लेकर ग्रामीणों ने गुरुवार को शव बंधवा बाजार में सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया। इस मामले में पुलिस ने बुधवार को आरोपी प्रधान समेत चार परिजनों पर मारपीट व गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस के जल्द गिरफ्तारी के आश्वासन पर परिजन अंतिम संस्कार के लिए माने तब जाकर आवागमन बहाल हुआ






जौनपुर जिले के मीरगंज क्षेत्र के अदारी गांव में किसान की मौत के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी न होने को लेकर ग्रामीणों ने गुरुवार को शव बंधवा बाजार में सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया। इस मामले में पुलिस ने बुधवार को आरोपी प्रधान समेत चार परिजनों पर मारपीट व गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस के जल्द गिरफ्तारी के आश्वासन पर परिजन अंतिम संस्कार के लिए माने तब जाकर आवागमन बहाल हुआ। 






यह है पूरा मामला

अदारी गांव में मंगलवार को किसान विसुन पाल (58) का पड़ोसी प्रधान चंद्रशेन गिरि से पाइप बिछाने को लेकर विवाद हो गया था। आरोप है कि झगड़े के दौरान प्रधान व उनके परिजनों ने किसान को धक्का मार दिया, जिससे वह गिरकर घायल हो गए।घायल की उपचार के लिए ले जाते समय रास्ते में ही मौत हो गई। इससे आक्रोशित परिजनों ने मंगलवार की शाम भी शव सड़क पर रखकर डेढ़ घंटे तक बंधवा बाजार जाम कर दिया था। अधिकारियों के समझाने व कार्रवाई के आश्वासन के बाद ग्रामीण माने तब जाकर आवागमन बहाल हुआ था।








पुलिस ने विसुन पाल की पत्नी की तहरीर पर प्रधान चंद्रशेन गिरि, उनके भाई चंद्रभान गिरि, चंद्रशेखर गिरि, पिता रामआसरे गिरि पर मारपीट व गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।शव पोस्टमार्टम से आने के बाद व मुकदमा दर्ज होने के 24 घंटे बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर ग्रामीणों ने गुरुवार की सुबह 11.30 बजे फिर शव को सड़क पर रखकर बंधवा बाजार में जाम लगा दिया। 






सूचना मिलने पर मुंगराबादशहपुर, पंवारा, मीरगंज पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वास दिया।जिसके बाद आधे घंटे बाद जाम खुल सका।फिर ग्रामीण शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर रवाना हुए। 


क्या कहती है पुलिस

इस बाबत प्रभारी निरीक्षक मीरगंज देवानंद रजक ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजन व ग्रामीणों ने पुन: बंधवा बाजार में चक्काजाम कर दिया। जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद आवागमन बहाल कराया गया।

चूजे हैं, अंडे से निकले नहीं और..., किसान के मुंह से इंग्लिश सुन आपा खो बैठीं तहसीलदार मैडम; CM मोहन यादव ने लिया एक्शन

 



सूत्रों से पता चला,,,,शाजापुर में ड्राइवर से औकात पूछने वाले कलेक्टर को हटाने के बाद अब देवास में यह अफसरशाही का एक और मामला सामने आया है।वीडियो गुरुवार दोपहर वायरल होने के बाद रात होते होते तहसीलदार मैडम मुख्यालय अटैच कर दी गईं।








मध्य प्रदेश में अब आमजन से अमर्यादित भाषा का उपयोग करने वाले अफसरों को सबक सिखाया जा रहा है। अब गाज गिरी है सोनकच्छ की महिला तहसीलदार पर, जिनका एक वीडियो सोशल पर वायरल हुआ था।बीते दिनों देवास जिले के सोनकच्छ की तहसीलदार अंजली गुप्ता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें वे अतिक्रमणकारियों को अतिक्रमण हटाने का आदेश देते हुए कथित तौर पर अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर रही हैं।इसे सरकार ने गंभीरता से लिया और अंजली को मुख्यालय अटैच कर दिया है।




किसान के बेटे ने कहा- 'यू आर रिस्पॉन्सिबल'


सोनकच्छ के निकट कुमारिया राव गांव में खड़ी फसल के बीच खेतों में बिजली के पोल लगाने को लेकर किसान और तहसीलदार अंजली गुप्ता आमने-सामने हो गए। इस दौरान किसान के बेटे ने इंग्लिश में कह दिया-यू आर रिस्पॉन्सिबल' यह शब्द सुनते ही तहसीलदार भडक़ उठीं और कहा,चूजे हैं। ये अंडे से निकले नहीं, बड़ी-बड़ी मरने- मारने की बात करते हैं। मैं अभी तक आराम से बात कर रही थी लेकिन आज इसने कैसे बोल दिया मैं कैसे जिम्मेदार हूं?










असभ्यता, अशालीन या अभद्र भाषा का प्रयोग स्वीकार्य नहीं - CM मोहन


यह वीडियो गुरुवार दोपहर वायरल होने के बाद रात होते-होते तहसीलदार मैडम मुख्यालय अटैच कर दी गईं।मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देश पर कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने अंजली गुप्ता को जिला मुख्यालय के निर्वाचन कार्यालय में अटैच कर दिया। सीएम मोहन यादव ने अधिकारियों को आमजन से शालीन तरीके से पेश आने के निर्देश दिए हैं।सीएम ने कहा है कि अधिकारी आमजन से वार्तालाप में शालीन और भद्र भाषा का ही प्रयोग करें। असभ्यता और अशालीन या अभद्र भाषा का प्रयोग स्वीकार्य नहीं है।सुशासन हमारी सरकार का मूल मंत्र है।







ड्राइवर से 'औकात' पूछने वाले कलेक्टर को भी हटाया था


मुख्यमंत्री के संज्ञान में देवास जिले के सोनकच्छ तहसीलदार के वायरल वीडियो के आने पर कलेक्टर ने सख्त कदम उठाया है। कलेक्टर देवास ने सोनकच्छ तहसीलदार को हटाकर जिला मुख्यालय से अटैच कर दिया है।इससे पहले शाजापुर के तत्कालीन कलेक्टर किशोर कान्याल द्वारा एक ड्राइवर से अभद्र भाषा का प्रयोग करने पर उन्हें हटा दिया गया था।ड्राइवर से 'औकात' पूछने वाले कलेक्टर को हटाने के बाद अब देवास में यह अफसरशाही का एक और मामला सामने आया है।


ईरान ने की 'सर्जिकल स्ट्राइक' तो भड़का पाकिस्तान, गंभीर अंजाम की दी चेतावनी, बोला- 2 बच्चों की हुई मौत

 


सूत्रों से पता चला,,,ईरान की ओर से बलूचिस्तान में हुए हमलों की पाकिस्तान ने कड़ी निंदा की है।इस हमले में दो चार बच्चों की मौत हो गई।जबकि तीन बच्चे घायल हो गए।पाकिस्तान ने इस हमले को अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताया है.





नई दिल्ली. ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान के बलूचिस्तान में वाणिज्य दूतावास पर हवाई हमले का दावा किया था। पाकिस्तान ने भी की हमलों की पुष्टि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस हमले की कड़ी निंदा की है।





विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स इस में लिखा गया, 'प्रशांत ईरान द्वारा हवा ऐप डाउनलोड करें क्षेत्र के अकारण का उल्लंघन और विदेशी क्षेत्र के एपिसोड में निंदा की गई है। इस के जबकि जीवित दो मासूम बच्चों की मृत्यु हो गईतीन लड़कियाँ घायल हो गईं।पाकिस्तान की संप्रभुता का यह उल्लंघन पूरी तरह सेअस्वीकार्य,है इसके और भी गंभीर परिणाम हो सकते हैं!


मशहूर शायर मुनव्वर राना का रविवार (14 जनवरी) को निधन हो गया




राना का रविवार (14 जनवरी) को निधन हो गया. लंबे समय से उनका इलाज चल रहा था,


शायर मुनव्वर राना का रविवार (14 जनवरी) को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह 71 वर्ष के थे. उन्होंने लखनऊ के पीजीआई में अंतिम सांस ली. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज चल रहा था,मुनव्वर राना को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था. पीजीआई से दो दिन पहले वह लखनऊ में ही मेदांता अस्पताल में भर्ती थे. जानकारी के मुताबिक, मुनव्वर राना को क्रोनिक किडनी बीमारी की समस्या थी और हफ्ते में तीन बार उन्हें डायलसिस से करारना पड़ता था. पिछले दिनों निमोनिया भी हुआ था.

मां' पर कविता को लोगों ने खूब पसंद किया






मुनव्वर राना का जन्म 26 नवंबर 1952 को उत्तर प्रदेश के रायबरेली में हुआ था. उर्दू खासकर उनकी गजलों के लिए व्यापक रूप से पहचाना गया. वह अक्सर हिंदी और अवधी शब्दों का इस्तेमाल करते थे, जो भारतीय श्रोताओं को काफी पसंद आता था. उनकी सबसे प्रसिद्ध कविता 'मां' है, जो गजल शैली में मां के गुणों का वर्णन करती है.






असहिष्णुता के मुद्दे पर लौटाया था पुरस्कार

मुनव्वर राना को साहित्य अकादमी पुरस्कार और माटी रतन सम्मान से सम्मानित किया गया था. असहिष्णुता के मुद्दे पर उन्होंने पुरस्कार लौटा दिया था. उनके अन्य पुरस्कारों में अमीर खुसरो पुरस्कार, मीर तकी मीर पुरस्कार, गालिब पुरस्कार, डॉ. किर हुसैन पुरस्कार और सरस्वती सम्पन  पुरस्कार शामिल हैं. उनकी रचनाओं का कर भाषाओं में अनुवाद किया गया है.





मुनव्वर राना का अधिकांश जीवन कोलकाता में बीता. उन्होंने भारत और विदेशों में मुशायरों में उपस्थिति दर्ज कराई. उनकी बेटी सुमैया समाजवादी पार्टी की सदस्य हैं.

मेरी गाड़ी रुकनी नहीं चाहिए, बता दे रहा हूं', सड़क पर जाम देखते ही भड़ के SSP, वीडियो वायरल,

 






सूत्रों ने बताया की,,,मुरादाबाद एसएसपी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है,जिसमें वह लोगों को फटकार लगाते दिखाई दे रहे हैं।दुकान के बाहर अतिक्रमण पर एसएसपी का पारा चढ़ गया और उन्होंने दुकादारों के साथ ही वकीलों और पुलिसकर्मियों को भी फटकार दिया।उन्होंने कहा कि बार-बार कहे जाने के बाद भी लोगों को समझ नहीं आ रहा है।






बताया जा रहा है कि एसएसपी कचहरी परिसर रोड में वकीलों के चेंबर के सामने जाम में फंस गए। इससे उनका पारा चढ़ गया, वह कार से उतरे और अधिवक्ताओं को फटकारना शरू कर दिया। वह वकीलों को हिदायत देते नजर आए कि सड़क से साइन बोर्ड और वाहन हटा लिया जाए। इसके बाद एसएसपी की नजर सीओ पर पड़ी तो उन्हें भी फटकार दिया।






सीओ को फटकारते हुए एसएसपी हेमराज मीणा ने कहा कि मेरी गाड़ी रुकनी नहीं चाहिए, बता दे रहा हूं। अब ये बात कुछ लोगों को खटक गई। सोशल मीडिया पर एसएसपी के इस बयान पर तमाम लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।एक X यूजर ने लिखा कि अच्छा, जब खुद जाम में फंसे तो नियम कानून याद आ गया। शहर में जाम लगा रहता है, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता। एक ने लिखा कि कैसे खुद के लिए विशेषाधिकार मांग रहे हैं कि मेरी गाड़ी रुकनी नहीं चाहिए, चाहे जनता पूरे दिन जाम में फंसी रहे।एक अन्य ने लिखा कि क्या गलत कहा है? बिल्कुल सही है।आम आदमी जाम में फंसकर भले ही मर जाए लेकिन साहब का काफिला धड़धड़ाते हुए हर हाल में निकलना चाहिए।






एक ने लिखा कि बिल्कुल भी नहीं रुकनी चाहिए क्योंकि ये एसएसपी हैं,मजाक बना दिया है लोंगो ने, जबरजस्ती जाम लगा देते हैं जब मालूम है कि एसएसपी साहब आ रहे हैं। एक ने लिखा कि सही तो कह रहे हैं, अब UPSC पास करके आए हैं इतना भी नहीं करेंगे क्या? एक अन्य ने लिखा कि सही कर रहे हैं साहब, व्यापारियों के अतिक्रमण से हर सड़क 10 फुट की बची है।


लाइव शो के दौरान न्यूज एंकर मेहदी हसन चैनल छोड़कर चले गए



सूत्रों से पता चला,,,अमेरिकी न्यूज नेटवर्क एमएनएनबीसी के मुस्लिम न्यूज एंकर मेहदी हसन ने लाइव शो के दौरान चैनल को अलविदा कह दिया। विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केबल न्यूज होस्ट मेहदी हसन ने रविवार को अपने शो के अंत में कहा कि वह अन्य अवसरों की तलाश में चैनल छोड़ रहे हैं। अमेरिकी समाचार नेटवर्क एमएसएनबीसी ने कथित तौर पर गाजा में बढ़ते तनाव के कारण नवंबर में मुस्लिम एंकर द महदी हसन शो को निलंबित कर दिया था,






हालांकि मेहदी हसन को एक राजनीतिक विश्लेषक भी कहा गया था। और चैनल के साथ एंकर के रूप में ऐसा करना जारी रखेंगे। मेहदी हसन ने कहा कि इस शो के खत्म होने के बाद, मैंने फैसला किया है कि अब एक नई चुनौती की तलाश करने का समय है। आज रात न केवल मेहदी हसन शो का मेरा आखिरी एपिसोड है, बल्कि यह चैनल के साथ मेरा आखिरी एपिसोड भी है। यह दिन है , मैंने पद छोड़ने का फैसला कर लिया है।

बहराइचः भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह की विधायकी बची? सजा पर सेशन कोर्ट ने लगाई रोक


सूत्रों से पता चला की,,,बहराइच की महसी विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक सुरेश्वर सिंह को बड़ी राहत मिल गई है। एसडीएम को धमकी के मामले में मिली दो साल की सजा पर सत्र न्यायालय ने रोक लगा दी है,इससे उनकी विधायकी फिलहाल बच गई है।






जिला सत्र न्यायाधीश उत्कर्ष चतुर्वेदी ने महसी विधानसभा के भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह की दो वर्ष की सजा के आदेश पर रोक लगाई है। विधायक की ओर से सोमवार को दायर याचिका को मंजूर कर सजा के क्रियान्वयन पर अपील के निस्तारण तक रोक लगा दी गई है।सोमवार को विधायक व हजारों समर्थक कड़कड़ाती ठंड में कोर्ट के फैसले का इंतजा करते दिखे।सजा पर रोक लगने से उनकी विधायकी फिलहाल बच गई है। दो साल या उससे अधिक की सजा पर विधायकी चली जाती है।






अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने चार जनवरी को महसी एसडीएम को धमकाने व सरकारी कार्य मे बाधा उत्पन्न करने के मामले में दो वर्ष की सजा सुनाई थी। ढाई हजार का जुर्माना लगाया था। एसीजेएम के आदेश के विरुद्ध भाजपा विधायक ने जिला सत्र न्यायाधीश की कोर्ट पर अपील की। जिस पर सुनवाई के उपरांत अपील को स्वीकार कर सजा के क्रियान्वयन पर अपील के निस्तारण तक रोक लगा दी गई है। न्यायाधीश ने विधायक को निजी मुचलके के साथ दो जमानत दाखिल करने व तत्कालीन एसडीएम को तीन दिन में सूचित करने का आदेश दिया।





इस प्रकरण की सुनवाई 29 जनवरी 24 की तारीख नियत की गई है। अपील में विधायक के अधिवक्ता ने जनप्रतिनिधि होने तथा पारिवारिक पृष्ठभूमि का उल्लेख किया। साथ ही अपील में कहा कि सजा पर रोक न लगी तो विधानसभा की सदस्यता चली जाएगी। न्यायाधीश ने अपील की ग्राह्यता को लेकर सर्वोच्च न्यायालय के राहुल गांधी बनाम पुरनेश भाई मोदी आदि निर्णयों को उधृत किया। मामले की सुनवाई के दौरान बड़ी संख्या में विधायक के समर्थक मौजूद रहे।






क्या है मामला


हरदी थाने के महसी एसडीएम कार्यालय में दो सितम्बर 2002 को दोपहर लगभग एक बजे तत्कालीन एसडीएम लालमणि मिश्रा एक विवाहिता के अपहरण मामले में बरामदगी के बाद एक माह तक लखनऊ के नारी संरक्षण गृह में रहकर युवती का बयान दर्ज कर रहे थे। थाने में युवती के पा ऐप पर पढ़ें से एफआईआर दर्ज कराई गई थी। विशेष लोक अभियोजक क्रिमिनल महेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि एसडीएम ने अर्दली को कक्ष के दरवाजे पर खड़ा किया था कि कोई व्यक्ति अंदर न आने पाए।






इसी दौरान महसी विधायक सुरेश्वर सिंह जबरन कमरे में घुसे। आरोप है कि उन्होंने एसडीएम से अभद्रता की। बाहर आने पर देख लिए जाने की धमकी दी। जिस पर एसडीएम के मौखिक आदेश पर तत्कालीन व अब रिटायर्ड एसएचओ उमाकांत दुबे ने हरदी थाने में विधायक सुरेश्वर सिंह के विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा, धमकी, गाली-गलौज व सेवेन क्रिमिनल लॉ एमेंडम् एक्ट में केस दर्ज कराया।






इस मामले में विवेचना के बाद कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई, जिसका कोर्ट ने संज्ञान लिया। नामजद आरोपी विधाय सुरेश्वर सिंह ने आरोप गलत बताते हुए परीक्षण की मांग की। जिस पर कोर्ट में परीक्षण हुआ। इस मामले में गवाह के रूप में सहायक अभिलेख अधिकारी बसंत कुमार सैनी, तत्कालीन एसएचओ उमाकांत दुबे, थानाध्यक्ष हरप्रसाद, उपनिरीक्षक श्याम नारायण राम, एसडीएम लालमणि मिश्र के बयान दर्ज हुए।







इस मामले में शुक्रवार को जज ने बचाव पक्ष व अभियोजन पक्ष से विशेष लोक अभियोजक क्रिमिनल महेन्द्र कुमार सिंह के तर्कों को सुना। इसके बाद आरोपी महसी विधायक सरेश्वर सिंह को दो वर्ष की सजा, ढाई हजार जुर्माना लगाय ऐप पर पढ़ें जुर्माना अदा न करने पर सात दिवस का अतिरिक्त कारावास काटने का भी निर्देश दिया था।


यूपी के इस शख्स ने चांद पर खरीदी जमीन, आपको भी खरीदनी है तो जानिए पूरी प्रक्रिया और रेट

 

सूत्रों से पता चला,,,


कानपुर....के एक युवक ने चांद पर जमीन खरीदी है. जानिए कैसे हुई इसकी शुरुआत और कहां से आया चांद पर जमीन खरीदने का आइडिया.


अखंड प्रताप सिंह/कानपुर: लोगों का सपना होता है कि वह अपने सपनों का घर बनाएं. व्यक्ति जीवनभर कमाता है ताकि वह अपने लिए खुद का घर खरीद सके. वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जो कुछ अलग करने की चाह रखते हैं. जहां एक और लोग धरती पर अपना घर बनाने के सपने देखते हैं तो कुछ लोग चांद पर अपना आशिर बनाना चाहते हैं. जी हां, कानपुर के एक युवक चांद पर जमीन खरीदी है. जानिए कैसे हुई इसकी शुरुआत और कहां से आया चांद पर जमीन खरीदने का आइडिया.






कानपुर के रहने वाले दीपांशु पांडे एक एनजीओ चलाते हैं और स्वास्थ्य क्षेत्र में व्यापार करते हैं. उन्होंनबताया कि चंद्रयान-3 मिशन के सफल होने के बाद उनके मन में ख्याल आया कि क्यों ना चांद पर जमीन ली जाए. इसके बाद उन्हों ने इंटरनेट पर कई जगह चांद पर जमीन खरीदने के बारे में पता किया. तब उन्हें लूना सोसाइटी इंटरनेशनल के बारे में पता चला. इसके बाद उन्होंने उसके बारे में सब कुछ पता किया और इसके लिए आवेदन किया. जिसके बाद पूरी प्रक्रिया में 2 से 3 महीने का वक्त लगा. इसके बाद जाकर वह चांद पर एक एकड़ जमीन खरीद पाए. इसके लिए उन्हें 83 डॉलर रुपए का भुगतान करना पड़ा. भारतीय मुद्रा में इसका मूल लगभग ₹8000 है.




कई बॉलीवुड सेलिब्रिटी ले चुके हैं जमीन


चांद पर अब तक कई बॉलीवुड हस्तियां भी जमीन ले चुकी है. जिसमें बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान और बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह राजपूत शामिल है.वहीं दीपांशु ने बताया कि उन्हें 15 नंबर मिला है. इसके साथ भी उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर बिहार समेत कई राज्यों के लोग यहां पर जमीन खरीद चुके हैं.




मिले चांद पर जमीन खरीदने के दस्तावेज


जमीन के लिए  कई दस्तावेज दिए गए हैं. जिसमें सर्टिफिकेट शामिल है. जिसमें उनकी जगह को सर्टिफाइड किया गया है कि किस जगह पर चांद में उनकी जगह है. उन्होंने बताया कि उनकी जगह ड्रीम्स आफ लेक पर है. उन्होंने बताया कि लोगों को लगता है कि चांद पर जमीन लेना बेहद महंगा होगा. जिस वजह से कोई ध्यान ध्यान नहीं देता है जबकि ऐसा नहीं है.




अगर आपको भी लेनी है तो ऐसे करें आवेद


अगर आप भी चांद पर जमीन लेने का मन बना रहे हैं तो आप भी इंटरनेट पर जाकर लूना सोसायटी इंटरनेशनल की वेबसाइट पर इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. यहां पर आपको इससे जुड़ी सारी जानकारी मिल जाएगी. इसके साथ ही इसकी प्रक्रिया पूरे होने में लगभग 2 से 3 महीने का समय लगता है. X


उत्तर कोरिया ने दक्षिण के द्वीपों की ओर तोप के गोले दागे, जिससे लोगों को जगह खाली करनी पड़ी


सूत्रों से खबर मिली की,,,

दक्षिण कोरिया ने इस कदम की निंदा करते हुए इसे 'उकसावे की कार्रवाई' बताया है, जिससे तनाव बढ़ता है और कोरियाई प्रायद्वीप में शांति को खतरा है।

समाचार

उत्तर कोरिया ने दक्षिण के द्वीपों की ओर तोपखाने दागे, जिससे लोगों को जगह खाली करनी पड़ी दक्षिण कोरिया ने इस कदम की निंदा करते हुए इसे उकसावे की कार्रवाई' बताया है, जिससे तनाव बढ़ता है और कोरियाई प्रायद्वीप में शांति को खतरा है।



मछली पकड़ने वाली नावें उत्तर कोरियाई तट के पास जाती हैं जैसा कि पीले सागर के विवादित जल के पास दक्षिण कोरिया नियंत्रित द्वीप येओनपयोंग से देखा जाता है,उत्तर कोरिया ने तनावपूर्ण समुद्री सीमा के पास और दो दक्षिण कोरियाई द्वीपों की ओर समुद्र में 200 से अधिक राउंड तोपखाने के गोले दागे, जिसे सियोल ने उकसावे की कार्रवाई कहा और लाइव फायर ड्रिल के साथ जवाब दिया।





विवादित उत्तरी सीमा रेखा (एनएलएल) की ओर लाइव राउंड फायर करने से पहले शुक्रवार को एक्सचेंज ने दक्षिण कोरिया के दो सुदूर द्वीपों - येओनप्योंग और बेंगनीओंग के निवासियों को सियोल की सेना के निर्देश पर बम आश्रयों में खाली करने के लिए प्रेरित किया।




दशीद कोरियाई ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के प्रवक्ता ली सुंग-जून ने कहा, प्योंगयांग की आग से कोई नुकसान नहीं हुआ, उन्होंने कहा कि सभी गोले समुद्री सीमा के उत्तरी किनारे पर गिरे।





दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री शिन वोन-सिक ने फायरिंग अभ्यास की निगरानी करते हुए कहा,यह उकसावे की कार्रवाई है जो तनाव बढ़ाती है और कोरियाई प्रायद्वीप पर शांति को खतरे में डालती है।





आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने बताया कि उत्तर कोरिया ने कहा कि उसकी रक्षात्मक तटीय इकाइयों ने हाल के दिनों में दक्षिण कोरिया के सैन्य गैंगस्टरों की सैन्य कार्रवाइयों की स्वाभाविक प्रतिक्रिया के रूप में 192 राउंड फायरिंग की।


अगर सियोल ने उत्तेजक कदम उठाना जारी रखा तो इसने अभूतपूर्व कड़ी प्रतिक्रिया की भी धमकी दी।



सियोल में राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सेना संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ समन्वय में स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है।





मंत्रालय ने कहा, दो द्वीपों पर आधारित समुद्री ब्रिगेडों ने जबरदस्त परिचालन प्रतिक्रिया का प्रदर्शन करते हुए एनएलएल के दक्षिण में समुद्र में गोलीबारी की।इसके अभ्यास में मशीनीकृत तोपखाने और टैंक शामिल थे।रोध पर निवासियों को बम आश्रयों में जाने के लिए कहा गया था।येओनपयोंग के पश्चिम में और समुद्री सीमा के पास स्थित बेंगनीओंग द्वीप के निवासियों को भी खाली करने का निर्देश दिया गया था,जैसा कि एक गांव के अधिकारी ने पुष्टि की थी।






केसीएनए के अनुसार,उत्तर कोरिया ने कहा कि उसके अभ्यास का द्वीपों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा, सियोल के दावों को जनता की राय को गुमराह करने का प्रयास बताया गया।1990 के दशक से, प्योंगयांग ने एनएलएल पर विवाद किया है जो 1950-1953 के कोरियाई युद्ध के अंत में तैयार किया गया था - यह तर्क देते हुए कि इसे दक्षिण में दूर होना चाहिए।





2010 में, उत्तर कोरियाई तोपखाने ने येओनप्योंग को निशाना बनाया, जिसके परिणामस्वरूप नागरिकों सहित कई लोग हताहत हुए।प्योंगयांग ने दावा किया कि वह सियोल के लाइव-फायर अभ्यास से उकसाया गया था जिसने उसके क्षेत्रीय जल में गोले गिराए थे।


चीन ने किया 'संयम' का आह्वान

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा, "मौजूदा स्थिति में, हम आशा करते हैं कि सभी संबंधित पक्ष शांति और संयम बनाए रखेंगे, तनाव बढ़ाने वाले कार्यों से बचें, स्थिति को और अधिक बढ़ने से रोकें और सार्थक बातचीत की बहाली के लिए स्थितियां बनाएं।शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा।



चीन उत्तर कोरिया का प्रमुख सहयोगी है।


वांग ने कहा, संबंधित पक्षों के बीच टकराव हाल ही में तेज हो गया है और प्रायद्वीप पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।इस सप्ताह,उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने अपनी सेना को आदेश दिया कि यदि दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका सियोल और वाशिंगटन को निशाना बनाते हुए सैन्य टकराव शुरू करते हैं तो वे पूरी तरह से नष्ट कर देंगे।


दोनों कोरिया के बीच संबंध दशकों के तनावपूर्ण संबंधों में सबसे निचले स्तर पर हैं।


उत्तर कोरिया ने हाल ही में अपने परमाणु और सैन्य खतरों को बढ़ा दिया है, नवंबर में अपने तीसरे प्रयास में एक टोही उपग्रह को सफलतापूर्वक लॉन्च किया और दिसंबर में 2023 में तीसरी बार अपनी सबसे उन्नत अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल, ठोस ईंधन ह्वासोंग -18 का परीक्षण किया

यूपी में बीजेपी के एक MLA की विधायकी पर लटकी तलवार, कोर्ट ने सुनाई दो साल की सजा

 


सूत्रों से पता चला,,,

बहराइच से विधायक सुरेश्वर सिंह को दो साल की सजा सुना दी गई है। सुरेश्वर पर 21 साल पहले एसडीएम को धमकी देने का मामला दर्ज किया गया था।दो साल की सजा से उनकी विधायकी पर तलवार लटक गई है।




पिछले ही महीने भाजपा के दुद्धी से विधायक रामदुलार गोंड की विधानसभा सदस्यता रद होने के बाद अब एक और एमएलए की सदस्यता पर तलवार लटक गई है। बहराइच से बीजेपी विधायक सुरेश्वर सिंह को एसडीएम को धमकाने के मामले में अदालत ने दो साल की सजा सुनाई है। विधायक 2500 रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। सुरेश्वर सिंह पर यह मामला 2002 में दर्ज किया गया था। दो या दो से अधिक साल की सजा होने पर जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत विधानसभा की सदस्य चली जाती है। सजा सुनाए जाने के दौरान विधायक कोर्ट में मौजूद नहीं थे। फिलहाल उन्हें अंतरिम जमानत मिल गई है।





हरदी थाने के महसी एसडीएम कार्यालय में दो सितम्बर 2002 को दोपहर लगभग एक बजे तत्कालीन एसडीएम लालमणि मिश्रा एक विवाहिता के अपहरण मामले में बरामदगी के बाद एक माह तक लखनऊ के नारी संरक्षण गृह में रहकर आई युवती का बयान दर्ज कर रहे थे।थाने में युवती के पति की से एफआईआर दर्ज कराई गई थी।विशेष लोक अभियोजक क्रिमिनल महेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि एसडीएम ने अर्दली को कक्ष के दरवाजे पर खड़ा किया था कि कोई व्यक्ति अंदर न आने पाए।



इसी दौरान महसी विधायक सुरेश्वर सिंह जबरन कमरे में घुसे। आरोप है कि उन्होंने एसडीएम से अभद्रता की। बाहर आने पर देख लिए जाने की धमकी दी।जिस पर एसडीएम के मौखिक आदेश पर तत्कालीन व अब रिटायर्ड एसएचओ उमाकांत दुबे ने हरदी थाने में विधायक सुरेश्वर सिंह के विरुद्ध सरकारी कार्य बाधा, धमकी, गाली-गलौज व सेवेन क्रिमिनल लॉ एमेंडमेंट एक्ट में केस दर्ज कराया।




इस मामले में विवेचना के बाद कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई, जिसका कोर्ट ने संज्ञान लिया।नामजद आरोपी विधायक सुरेश्वर सिंह ने आरोप गलत बताते हुए परीक्षण की मांग की। जिस पर कोर्ट में परीक्षण हुआ।इस मामले में गवाह के रूप में सहायक अभिलेख अधिकारी बसंत कुमार सैनी, तत्कालीन एसएचओ उमाकांत दुबे, थानाध्यक्ष हरप्रसाद,उपनिरीक्षक श्याम नारायण राम, एसडीएम लालमणि मिश्र के बयान दर्ज हुए।


इस मामले में शुक्रवार को जज ने बचाव पक्ष व अभि ऐप पर पढ़ें पक्ष से विशेष लोक अभियोजक क्रिमिनल महेन्द्र कुमार सिंह तर्कों को सुना। इसके बाद आरोपी महसी विधायक सुरेश्वर सिंह को दो वर्ष की सजा, ढाई हजार जुर्माना लगाया है। जुर्माना अदा न करने पर सात दिवस का अतिरिक्त कारावास काटना होगा।



यह था मामला


हरदी थाने के एक गांव निवासी युवती पति को छोड़ दूसरे युवक के साथ चली गई थी। युवती के पति ने छह जून 2002 को थाने में अपहरण की एनसीआर दर्ज कराई थी,फिर से वारंट कराया था।पुलिस ने 2 अगस्त 2002 को तत्कालीन एसएचओ उमाकांत दुबे ने युवती को बरामद कर एसडीएम कोर्ट में पेश किया। युवती बालिग थी, उसने पति के साथ न जाकर प्रेमी के साथ जाने की इच्छा जताई थी।




इसके बावजूद युवती की इच्छा के विपरीत उसे नारी निकेतन लखनऊ भेज दिया गया था। दो सितम्बर 2002 को जब उसे नारी निकेतन से एसडीएम कार्यालय लाया गया। तब युवती के पति व प्रेमी पक्ष के लोगों की भारी भीड़ थी। इसी दौरान महसी विधायक जबरन कमरे में घुसे और एसडीएम से अभद्रता की ।





प्रेमिका के घर में प्रेमी को जिंदा जलाया, दो दिन बाद अस्पताल में हुई मृत्यु

 

सूत्रों से पता चला,,

वाराणसी, चोलापुर थाना क्षेत्र के टिसौरा गांव में नववर्ष के दिन प्रेमिका के घर पहुंचे प्रेमी को परिजनों ने पेड़ में रस्सी से बांधकर जिंदा जला दिया।घटना के दो दिन बाद बुधवार को प्रेमी ने शिवपुर स्थित निजी अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।प्रेमिका समेत अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजनों ने हंगामा करते हुए शव लेने से इंकार कर दिया।





शिवपुर पुलिस ने परिजनों को समझाते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भिजवाया। उधर, मां की तहरीर पर चोलापुर पुलिस ने प्रेमिका समेत सात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। प्रेमी के परिजनों का आरोप है कि मुकदमा दर्ज करने के लिए पुलिस ने 72 घंटे का समय ले लिया।पूरा मामला जौनपुर के चंदवक थाना क्षेत्र के पतरही कोपा निवासी शुभम सेठ (26) गाजीपुर के खानपुर थाना क्षेत्र के मौधा में आभूषण की दुकान चलाता था।सारनाथ के आशापुर के अकथा में भी आभूषण की दुकान का संचालन करता था। इस दौरान चोलापुर के टिसौरा निवासी युवती रितिका से प्रेम हो गया।






पिछले पांच-छह वर्ष से दोनों एक दूसरे को जानते थे। इसकी भनक प्रेमिका के परिजनों को भी थी। मृतक की मां किरन देवी के अनुसार नए वर्ष के दिन रितिका के पिता रामअवतार ने शादी की बातचीत के लिए शुभम को अपने घर बुलाया।आरोप है कि शाम को छह बजे शुभम जब टिसौरा पहुंचा तो उसे रितिका के पिता रामअवतार, चाचा अन्य परिजनों ने पेड़ में रस्सी से बांधकर पहले मारा पीटा और फिर पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा दी।रस्सी जलने के बादछटपटाते हुए बाहर भागा था युवकरस्सी जलने के बाद शुभम छटपटाते हुए बाहर भागा और यह देख लोगों ने चोलापुर पुलिस को सूचना दी।






90 फीसदी झुलसे शुभम को पुलिस ने मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा में भर्ती कराया।हालत नाजुक होने पर उसे शिवपुर भरलाई स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान सुबह सात बजे शुभम ने दम तोड़ दिया।मौत से आक्रोशित परिजनों ने शव लेने से इंकार करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। शिवपुर थाना प्रभारी रविशंकर त्रिपाठी फोर्स के साथ पहुंचे और परिजनों को समझाया बुझाया। मृतक की मां ने पुलिस पर लगाया कार्रवाई न करने का आरोपमां किरन देवी का आरोप है कि चोलापुर पुलिस ने आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की।बेटे ने दम तोड़ा तब आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। चोलापुर थाना प्रभारी परमहंस गुप्ता ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपी रितिका यादव, पिता रामअवतार यादव, मां राधिका देवी,चाचा रामअवध यादव, चाची वंदना, बहन नीतू यादव समेत अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है

वरना मुझे मार देते, उज्जैन में महिला की ताबड़तोड़ फायरिंग में पति की मौत, जेठ घायल,

 

सूत्रों से पता चला,,,

उज्जैन जिले के इंगोरिया में एक महिला ने नए साल पर पति के खिलाफ बंदूक उठा ली.उसने ताबड़तोड़ फायरिंग की,जिसमें पति की मौत हो गई जबकि जेठ गंभीर रूप से घायल है. महिला को इंगोरिया थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पहिला ने इस घटना को लेकर सनसनीखेज खुलासे किए हैं. बताया जाता कि नए साल के जश्न में डूबे मृतक ने शराब पी थी जिसके बाद विवाद शुरू हुआ था.





बड़नगर एसडीओ महेंद्र सिंह परमार  ने बताया कि इंगोरिया में रहने वाले राधेश्याम कुमारिया का परिवार खेती पर निर्भर है.आज सुबह राधेश्याम कुमारिया के घर पर उनकी पत्नी सविता ने अंधाधुंध फायरिंग की.इस फायरिंग में राधेश्याम की मौत हो गई,पिछला कि उसके बड़े भाई धीरज को गोली लगी,गंभीर रूप से घायल धीरज को इलाज अगला के लिए जिला अस्पताल उज्जैन में भर्ती कराया गया है.









इस मामले में महिला सविता के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास का अपराध दर्ज कर लिया गया है.यह पूरी वारदात अवैध हथियार से अंजाम दी गई है.पुलिस ने अवैध हथियार भी बरामद करलिया है. घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई.चरित्र शंका और शराब बनी हत्या का कारण पुलिस ने बताया कि सविता ने बातचीत के दौरान जानकारी दी है कि राधेश्याम शराब पीने का आदि था और शराब की लत की वजह से जमीन भी बेचना चाहता था. वह सविता पर चरित्र को लेकर भी आरोप लगाता था. इसी के चलते उनके बीच पारिवारिक विवाद चल रहा था. पुलिस मुताबिक सविता के तीन बच्चे हैं और उनका विवाह भी राधेश्याम की हरकत की वजह से नहीं हो रहा था, इसलिए उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया.


सविता बोली- मेरी हत्या कर देते वो





हत्या के आरोपी सविता ने यह भी बताया कि राधेश्याम और उनके भाई धीरज उसकी हत्या की प्लानिंग कर रहे थे. पूर्व में भी उसे इस बात का आभास हुआ था. सविता ने बताया कि यदि वह इतना बड़ा कदम नहीं  ती तो नशे की हालत में राधेश्याम उसका भाई धीरज उसकी हत्या कर सकता था.धीरज रखता था अवैध हथियार उसी से हुई वारदात इंगोरिया पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी धीरज अवैध हथियार रखने का आदि था. उसे एक महीने पहले अवैध रूप से देशी कट्टा रखने के आरोप में बड़नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया था. सविता ने भी अवैध हथियार से ही वारदात को अंजाम दिया है. पुलिस के मुताबिक यह हथियार धीरज का हो सकता है. इसके अलावा राधेश्याम का भी निकल सकता है.पूरे मामले की जांच हो बयानों के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी.









कौशांबी में शख्स ने एक-एक कर जैकेट से निकाले 7 साइबेरियन पक्षियों के शव,







सूत्रों से पता चला,,,

अलवारा झील के अलावा साइबेरियन झील में आने वाले लालसर, सुरखाब, हंस, कामा और नकाटा आदि प्रजाति के पक्षियों का भी शिकार किया जा रहा है।मित्र हो रहे शिकार से पक्षी विहार के पादरी की कार्यशैली को लेकर प्रश्नोत्तरी लागे,





उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के अलवारा झील पर सात समंदर पार आने वाले साइबेरियन पक्षियों के यात्रियों के लिए अपनी जान जोखिम में डालना भी अब सुरक्षित नहीं रहा है।डॉक्यूमेंट्री से आने वाले इन प्रवासी पक्षियों का शिकार कर मास के शौकीनों को सस्ते दाम में बेच देते हैं।यही कारण है कि इन पक्षियों की संख्या घटती जा रही है।पुलिस ने सोमवार सुबह अरुण कुमार नाम के एक शिकारी को 7 साइबेरियन पक्षियों की गिरफ़्तारी के साथ गिरफ्तार किया है। इस घटना का एक वीडियो वायरल हो रहा है।हालांकि वीडियो में अरुण इन बर्ड्स को हंटर सेकेज़ की बात कह रही है। सब से बड़ी बात यह है कि जिला प्रशासन की ओर से आज भी कोई गंभीर बात सामने नहीं आ रही है।





फ्रेंड्स ने जैकेट में छिपा रखे थे पक्षी महेवाघाट,अलवर क्षेत्र के अलवारा झील में सोमवार सुबह अरुण कुमार नाम के एक शिकारी पुलिस ने 7 साइबेरियन पक्षियों के साथ पकड़ा। पुलिस पूछताछ में अरुण ने बताया कि उसने अलवारा गांव में ही रहने वाले एक शिकारी से एक साइबेरियन पक्षी को 125 रुपये में खरीदा है। पकड़ के जाने के बाद अरुण ने अपने जैकेट में से एक के बाद एक 7 साइबेरियन मृत पक्षी को निकाला है जो वायरल वीडियो में देखा जा सकता है। महेवाघाट पुलिस ने वन विभाग के रेंजर की टीम पर मुकदमा दायर किया है और अरुण को अलवर गांव ले जाकर शिकारियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है।हालाँकि अभी तक शिकारियों की पहचान नहीं हो पाई है।




इस झील में साइबेरियन प्रजाति के पक्षी लालसर, सुरखाब, हंस,कामा और नकाटा आदि पक्षी का शिकार किया जा रहा है।मित्र हो रहे शिकार से पक्षी विहार के पादरी की कार्यशैली को लेकर सवाल उठते हैं।


झील में शामिल हैं जहर मिलाए हुए अनाज


अलवारा झील में साइबेरियन पक्षियों की सुरक्षा के लिए सरकारी स्तर पर प्रयास विफल साबित हो रहे हैं। तट पर रहने वाले गांव शाहपुर, महेवाघाट,मुबारकपुर, घोघपुरवा सहित कई समुद्र तटीय क्षेत्र के शिकारी रात को जहर में मिलाए गए धान्य झील के पानी में होने वाले पुरैन के अभयारण्य पर रख देते हैं, यहां तक ​​कि झील पर या तो पक्षी मित्र हो जाते हैं या फिर उनकी मृत्यु हो गयी। इसके अलावा शिकारी रात में जाल डाल शिकार करने के बाद दिन में कर लेने का काम करता है। हजारों किलोमीटर यह दूर पक्षी इस झील में स्थित हैं। वहीं हंटर हंटर औषधियों का प्रयोग करके पक्षियों का शिकार करने से नामांकन नहीं किया जाता है। पक्षियों के शिकार पर प्रतिबंध के लिए कानून बनाया गया है, लेकिन इसका कोई असर नहीं हो रहा है। इस झील में जैव संपदा के नष्ट होने का खतरा पैदा हो रहा है।


डीएफओ ने क्या कहा?


डीएफओ आर.एस. यादव ने बताया,सूचना मिली है कि अलवारा लेक पर पक्षियों का शिकार किया गया है। वन जीव अधिनियम की समन्वित धाराओं के अनुसार जो पकड़े गए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।शिकार पर न पाएं और वहां इस तरह की स्थिति मौजूद हो तो लगातार वहां बीच-बीच में पूजा के साथ गोष्ठियों की जानकारी देते रहें और जानकारी भी देते रहें।

उन्होंने कहा,

यदि किसी प्रकार का कोई अपराध होता है तो वन विभाग और पुलिस को सूचित करें, इसके बाद कुछ होता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है।




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