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यूपी के इस शख्स ने चांद पर खरीदी जमीन, आपको भी खरीदनी है तो जानिए पूरी प्रक्रिया और रेट

 

सूत्रों से पता चला,,,


कानपुर....के एक युवक ने चांद पर जमीन खरीदी है. जानिए कैसे हुई इसकी शुरुआत और कहां से आया चांद पर जमीन खरीदने का आइडिया.


अखंड प्रताप सिंह/कानपुर: लोगों का सपना होता है कि वह अपने सपनों का घर बनाएं. व्यक्ति जीवनभर कमाता है ताकि वह अपने लिए खुद का घर खरीद सके. वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जो कुछ अलग करने की चाह रखते हैं. जहां एक और लोग धरती पर अपना घर बनाने के सपने देखते हैं तो कुछ लोग चांद पर अपना आशिर बनाना चाहते हैं. जी हां, कानपुर के एक युवक चांद पर जमीन खरीदी है. जानिए कैसे हुई इसकी शुरुआत और कहां से आया चांद पर जमीन खरीदने का आइडिया.






कानपुर के रहने वाले दीपांशु पांडे एक एनजीओ चलाते हैं और स्वास्थ्य क्षेत्र में व्यापार करते हैं. उन्होंनबताया कि चंद्रयान-3 मिशन के सफल होने के बाद उनके मन में ख्याल आया कि क्यों ना चांद पर जमीन ली जाए. इसके बाद उन्हों ने इंटरनेट पर कई जगह चांद पर जमीन खरीदने के बारे में पता किया. तब उन्हें लूना सोसाइटी इंटरनेशनल के बारे में पता चला. इसके बाद उन्होंने उसके बारे में सब कुछ पता किया और इसके लिए आवेदन किया. जिसके बाद पूरी प्रक्रिया में 2 से 3 महीने का वक्त लगा. इसके बाद जाकर वह चांद पर एक एकड़ जमीन खरीद पाए. इसके लिए उन्हें 83 डॉलर रुपए का भुगतान करना पड़ा. भारतीय मुद्रा में इसका मूल लगभग ₹8000 है.




कई बॉलीवुड सेलिब्रिटी ले चुके हैं जमीन


चांद पर अब तक कई बॉलीवुड हस्तियां भी जमीन ले चुकी है. जिसमें बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान और बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह राजपूत शामिल है.वहीं दीपांशु ने बताया कि उन्हें 15 नंबर मिला है. इसके साथ भी उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर बिहार समेत कई राज्यों के लोग यहां पर जमीन खरीद चुके हैं.




मिले चांद पर जमीन खरीदने के दस्तावेज


जमीन के लिए  कई दस्तावेज दिए गए हैं. जिसमें सर्टिफिकेट शामिल है. जिसमें उनकी जगह को सर्टिफाइड किया गया है कि किस जगह पर चांद में उनकी जगह है. उन्होंने बताया कि उनकी जगह ड्रीम्स आफ लेक पर है. उन्होंने बताया कि लोगों को लगता है कि चांद पर जमीन लेना बेहद महंगा होगा. जिस वजह से कोई ध्यान ध्यान नहीं देता है जबकि ऐसा नहीं है.




अगर आपको भी लेनी है तो ऐसे करें आवेद


अगर आप भी चांद पर जमीन लेने का मन बना रहे हैं तो आप भी इंटरनेट पर जाकर लूना सोसायटी इंटरनेशनल की वेबसाइट पर इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. यहां पर आपको इससे जुड़ी सारी जानकारी मिल जाएगी. इसके साथ ही इसकी प्रक्रिया पूरे होने में लगभग 2 से 3 महीने का समय लगता है. X


कानपुर में सर्दी से कांपा तो जलती चिताओं के बीच सो गया शख्स, मचा हड़कंप







सूत्रों से पता चला की,,,

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक शख्स सर्दी से कांपा तो जलती चिताओं के बीच सो गया। नजारे का वीडियो वायरल हुआ तो अफसरों में हड़कंप मच गया।


कानपुर में सर्दी से एक शख्स कांपा तो श्मसान घाट की जलती चिताओं के बीच सो गया। भैरो घाट में देर रात दो बजे के नजारे का वीडियो वायरल हुआ तो अफसरों में हड़कंप मच गया। नौगाड़ियों से अफसरों का काफिला भैरो घाट पहुंचा और उस अधेड़ की तलाश में जुट गया। दोपहर दो बजे के बाद अफसरों ने तब चैन की सांस ली जब घाट की सीढ़ियों से हूबहू उसी काठी का शख्स आता दिखा जो वायरल वीडियो में नजर आ रहा  था।तस्दीक से यह स्पष्ट हो गया कि यही अधेड़ रात में जलती चिताओं के बीच सो रहा था। पूछताछ में पता चला कि अधेड़ का नाम प्रवीन शंकर (48) है।

पुराना मकान 1 करोड़ से अधिक कीमत का


एडीएम न्यायिक सूरज यादव संग अपर नगर आयुक्त एवं अन्य अफसरों श्मशान में लेटने की वजह पूछी। प्रवीण शंकर ने बताया कि चिताओं के बीच वह करीब 20 साल से लेट रहे हैं। वह वहीं रहते हैं। घाट और मंदिर आने वाले लोग उन्हें जो कुछ दे देते हैं वह उसी से अपना गुजारा करते हैं। वहां से प्रवीण को उसके पुराना कानपुर स्थित आवास लाया गया। जहां बरस ताला बंद पड़ा था। बंद पड़े मकान को देखकर अफसर अवाक रह गए। हकीकत यह है कि पुराना कानपुर में बैराज के पास स्थित प्रवीण शंकर के इस मकान की कीमत लगभग 1 करोड़ से अधिक ही होगी।



पिता अंग्रेज फौज में थे, मां की भी हो चुकी मौत


प्रवीण शंकर दुबे ने बताया कि उनके पिता प्रेम शंकर ब्रिटिश इंडियन रॉयल आर्मी में वर्ष 1944 में भर्ती हुए थे। उनकी मौत हो चुकी है।मां की मौत तो काफी पहले हो चुकी थी। उन्हें बड़े भाई विजय शंकर दुबे की याद हैं।विजय की भी वर्ष 2008 में मौत हो गई। भाई की पत्नी चार बेटियों व एक बेटे को लेक कहीं चली गई।इसके बाद से प्रवीण शंकर दिमागी रूप से बीमार हो गए।




एमए पास हैं प्रवीण, बच्चों को देता था,ट्यूशन मानसिक रूप से विक्षिप्त प्रवीण शंकर इन दिनों भले ही भिखारियों जैसे दिखने लगे हों मगर वह पोस्ट ग्रेजुएट हैं।उन्होंने बताया कि बीएसएसडी कॉलेज से समाज शास्त्र से एमए करने के बाद वह मोहल्ले में कोचिंग क्लास चलाते थे।वर्ष 2007 के आसपास उनकी कोचिंग का मोहल्ले में बहुत नाम था। पड़ोसी कृष्ण कुमार गुप्ता बताते हैं प्रवीण एक संभांत परिवार से हैं लेकिन माता-पिता और फिर भाई की ऐप पर पढ़ें दिमागी संतुलन खो बैठे और भिक्षावृत्ति कर जीवन यापन करने लगे।




घर में रहने को कहा अफसरों को बताए अधिकार


अधिकारियों ने प्रवीण से बातचीत कर उन्हें श्मशान के बजाए घर पर ही आराम करने को कहा तो वह भड़क उठे । संविधान के अनुच्छेदों के अनुसार घूमने-फिरने और रहने की स्वतंत्रता के बारे में बताया। अफसरों के सामने ताबड़तोड़ कानूनी धारा के बारे में बताने लगे। फर्राटेदार अंग्रेजी में नागरिक के अधिकार का ज्ञान कराया। यह कहा कि श्मसान में चिताओं के बीच लेटना अपराध की श्रेणी में नहीं आता।










कानपुर में फिर बड़ा कांड, 10 करोड़ का सोना लेक भागी गोल्ड टेस्टिंग फर्म, एसआईटी गठित






कानपुर में फिर बड़ा कांड हो गया है।10 करोड़ का सोना लेकर गोल्ड टेस्टिंग फर्म भाग गई है।मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है। फर्म के मालिक समेत तीन पर एफआईआर दर्ज की गई है।




छह से सात किलो सोना ले भागे मंगलवार को कानपुर महानगर सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा समेत अन्य पदाधिकारी ज्वाइंट सीपी (हेडक्वार्टर्स) निलाब्जा चौधरी से मिले। पदाधिकारियों ने जेसीपी को 15 कारोबारियों की सूची सौंपी। जिनका सोना आरोपित लेकर भागे हैं। अध्यक्ष के मुताबिक इन कारोबारियों का छह से सात किलो सोना आरोपित लेकर फरार हुए हैं। जिसमें नकदी मिलाकर 10 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी हुई है।


क्राइम ब्रांच भी लगी




एसआईटी में एसीपी श्वेता कुमार, इंस्पेक्टर बजरिया अजय कुमार सिंह, दो दरोगा व क्राइम ब्रांच को शामिल किया गया है। एक टीम महाराष्ट्र भी रवाना होगी। ज्वाइंट सीपी नीलाब्जा चौधरी के अनुसार ठगे गए कारोबारियों की सूची मिली है। आरोपित महाराष्ट्र के मूल निवासी बताए जा रहे हैं।डीसीपी को इस मामले में एसआईटी गठित करने के निर्देश ि आरोपितों की फोटो नेपाल बार्डर और महाराष्ट्र में भेज पुलिस जल्द आरोपितों को गिरफ्तार कर लेगी।




बेकनगंज निवासी मोहम्मद अय्यूब ने बजरिया पुलिस को बताया कि घर के बगल में एसआर गोल्ड टेस्टिंग फर्म कामालिक सम्पत राव लवाटे, महेश मस्के, सूरज व सम्पत उनके परिवार का 2.60 किलो सोना (1.5 करोड़ रुपये) सोना लेकर फरार हो गए हैं। अय्यूब ने उन्हें सोना गलाने के लिए दिया था।तीनों के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी और विश्वास काआपराधिक उल्लंघन करने की धारा में एफआईआर दर्ज की कानपुर में सोना गलाने के नाम पर बेकनगंज बाजार में खुली एसआर गोल्ड टेस्टिंग फर्म शहर के 15 सर्राफा कारोबारियोंका दस करोड़ का सोना लेकर भाग गई। सोमवार कोबेकनगंज निवासी मोहम्मद अय्यूब ने फर्म के मालिक महाराष्ट्रनिवासी सम्पत राव लवाटे, महेश मस्के और सूरज के खिल1.50 करोड़ की ठगी का आरोप लगा तहरीर दी थी। मंगलवारको मामले में बजरिया थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई।मंगलवार को ही सर्राफा एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने ज्वाइंट सीपी हेडक्वार्टर्स निलाब्जा चौधरी से मिलकर उन्हें 15कारोबारियों के नाम सौंपे। जिनसे इसी फर्म ने 10 करोड़ रुपये से ज्यादा का सोना ठगा है। ज्वाइंट सीपी के आदेश पर डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने एसीपी सीसामऊ श्वेता कुमार के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर दी।




बुर्का पहनकर घूम रहा था शख्स, लोगों ने पकड़ा,






उत्तरप्रदेश के कानपुर मे एक वीडियो सोशल मिडिया पर बड़ी मीडिया पर वायरल है सूत्रों ने बताया की जिसमें एक शख्स बुर्का पहना हुआ दिखाई दे रहा है। वीडियो कानपुर का बताया जा रहा है, जहां वह प्रेमिका से मिलने के लिए ऐसी तरकीब अपनाई कि लोग हैरान रह गए। कोई पहचान ना पाए, इसलिए शख्स ने बुर्का का सहारा लिया हालांकि वह लोगों की नजर से नहीं बच पाया और पकड़ा गया।


बुर्का पहनकर घूम रहा था शख्स, लोगों ने पकड़ा


कानपुर के घाटमपुर में एक शख्स बुर्का पहनकर घूम रहा था। लोगों को उसकी गतिविधियों पर शक हुआ तो बुर्का पहने शख्स को घेर कर चेहरे से नकाब हटाया, तो उसकी सच्चाई सामने आ था जो अपने प्रेमिका से मिलने पहुंचा था। मामला संदिग्ध लगने पर इसकी जानकारी पुलिस को दी गई।

पूछताछ में बताया- 'गर्लफ्रेंड से मिलने आया था'


पुलिस ने जब शख्स से पूछताछ की तो पता चला कि उसका नाम अंसार खान और पिता का नाम समसुद्दीन लिखा था। शख्स औरैया का रहने वाला है जो अपनी प्रेमिका से मिलने कानपुर पहुंचा था। साजिश रचने नहीं आया था बल्कि मैं अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने के लिए आया था।



हालांकि शख्स ने पहले लोगों से झूठ बोलते हुए कहा था कि वह अपने रिश्तेदार के यहां आया था लेकिन कुछ लोगों से दुश्मनी के कारण उसने बुर्का पहन लिया था। हालांकि जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने पूरी कहानी बताई।



पुलिस ने वीडियो जारी कर बताया कि शख्स के ताऊ के लड़के की ससुराल घाटमपुर में है। जहां वह अपनी प्रेमिका से मिलने के लिए आया । बुर्का पहनकर घूम रहा था तो लोगों ने बच्चा चोर समझकर पकड़ लिया। स्थानीय पुलिस को सूचना मिली। उसे थाने लाया और पूछताछ की जा रही है। तथ्य सामने आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।




चौकी में घुसकर की फायरिंग, आरक्षक घायल, दो अपराधी गिरफ्तार

चौकी में घुसकर की फायरिंग, आरक्षक घायल, दो अपराधी गिरफ्तार







के बारे में पूछने लगा एक सिपाही ने उसे पोस्ट छोड़ने के लिए कहा क्योंकि वह शराब पी रहा था, जिससे गुस्साए बदमाश ने वहां गोलियां चला दीं। वहां बैठा आरक्षक विशाल घायल हो गया।जांच में पता चला कि यशपाल नक्षय स्थित पीएसी की 8वीं बटालियन में मुलाजिम है और विकास उसका दोस्त है जो पीए में ही तैनात है और एक अन्य अनुयायी गोली यशपाल का बेटा है।








 द्वारा जानकारी के दौरान सामने आया है कि आरोपी शराब पीकर चौकी पहुंचा था. विकास बाइक स्टार्ट कर बाहर खड़ा हो गया और यशपाल चौकी के अंदर चला गया। वहां उन्होंने सिपाही से चौकी प्रभारी के बारे में पूछा तो सिपाही ने कहा कि वह मीटिंग में हैं और पुलिसकर्मी ने युवक को नशा करने के कारण बर्खास्त कर दिया.उस व्यक्ति ने कहा जिसके बाद यशपाल चौकी से बाहर चला गया और दो मिनट बाद वापस आया.








 पुलिस ने दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में उन्होंने पिस्टल निकालकर सही बात न बताने पर गोली मार दी, जिसके बाद दोनों आरोपी बदमाश भी घायल हो गए, साथ ही एक पुलिसकर्मी भी घायल हो गया. वे बाइक से फरार हो गए। पूरे जिले की तुरंत घेराबंदी कर दी गई। इस तरह की अवैध कमाई की जांच के दौरान उन्होंने पुलिस को बताया कि सीसीटीवी फुटेज और बैंक नंबर के आधार पर पुलिस ने सिपाही पर फायरिंग के मामले की जांच शुरू की है. एक नैक 8वीं बटालियन में फालोर का बेटा है, जबकि दूसरा उसका सहयोगी है। उन्होंने भी बदमाशों को पकड़ने के लिए बॉर्डर पर 5 टीमें लगा रखी हैं और पीएसी में मुरीद हैं। दोनों को चोट लगने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। चौकी प्रभारी कटिया सेक्टर रोड थारिया पर चेकिंग की जा रही थी। क्या है पुलिस की कहानी? इस संबंध में आज आईजी डॉ. राकेश सिंह ने प्रेस वालों को बताया कि चेकिंग के दौरान एक मोटरसाइकिल पर 12 लोग सवार दिखे तो उन्होंने कांफ्रेंस में बताया कि दोनों पीए 8/बटालियन के अनुयायी हैं. पुलिस के मुताबिक, जब उन्होंने उसे रोकने की कोशिश की तो दोनों हमलावर घायल हो गए और उनका इलाज चल रहा है।








 अब उसने कियारा के रास्ते फरीदपुर से भागने की कोशिश की। कैंट पुलिस हिरासत में है। यहां आपको बता दें कि बीती रात बाइक पर सवार होकर पहुंचे दो दरिंदों को पुलिस ने घेर लिया. जाल में फंसने के बाद बदमाशों ने पुलिस को चौकी के सामने रोक लिया, उनमें से एक बदमाश ने चौकी के अंदर जाकर फायरिंग कर दी, जिसमें कांस्टेबल आमिर घायल हो गया.

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