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तेजस्वी यादव का हाजीपुर सदर अस्पताल में आधी रात छापा, गायब डॉक्टर, सोता गार्ड, एक्शन हो गया

 

सूत्रों से पता चला की,,,डिप्टी तेजस्वी यादव अचानक आधी रात को हाजीपुर के सदर अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे गए।जिसके बाद अस्पताल कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। इस दौरान डॉक्टर गायब मिले, और गार्ड सोता मिला।





बिहार के हाजीपुर सदर अस्पताल में उस वक्त हड़कंप मच गय। जब आधी रात को डिप्टी सीएम सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव अचानक अस्पताल के निरीक्षण के लिए रात एक बजे पहुंच गए। जिसके बाद अस्पताल कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। तेजस्वी ने पूरे दो घंटे तक अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान ड्यूटीके दौरान सुरक्षा गार्ड सोता हुआ मिला। जिस पर तेजस्वी ने नाराजगी जताते हुए उसे तत्काल हटाने और सुरक्षा एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड करने का आदेश दिया,




अस्पताल के निरीक्षण के दौरान तेजस्वी ने ड्यूटी से गायब मिले डॉक्टरों पर भी कार्रवाई का आदेश दिया है। निरीक्षण के दौरान तेजस्वी यादव ने अस्पताल में भर्ती मरीजों और तीमारदारों से भी बातचीत की और उनका फीडबैक लिया। साथ ही अस्पताल में स्वच्छता का जायजा लिया। इस दौरा जगह-जगह गंदगी देख तेजस्वी ने कई कर्मचारियों को फटकार लगाई। वहीं नाइट ड्यूटी से गायब डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया। साथ ही हाजीपुर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डाक्टर हरी प्रसाद को भी जरुरी दिशा निर्देश दिए।





अस्पताल के निरीक्षण के दौरान तेजस्वी ने कहा कि हम जनता के लिए काम कर रहे और पैसा खर्च कर रहे हैं। वह सही से पहुंच रहा है या नहीं इसी की जांच करने हाजीपुर पहुंचे थे। पहले भी सोनपुर में अस्पताल में निरीक्षण किया है। जो क हैं, उसे ढूंढ कर दूर करने में लगे हुए हैं। हाजीपुर सदर अस्पताल के निरीक्षण के दौरान तेजस्वी ने डॉक्टरों से भी बात की।




बहराइचः भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह की विधायकी बची? सजा पर सेशन कोर्ट ने लगाई रोक


सूत्रों से पता चला की,,,बहराइच की महसी विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक सुरेश्वर सिंह को बड़ी राहत मिल गई है। एसडीएम को धमकी के मामले में मिली दो साल की सजा पर सत्र न्यायालय ने रोक लगा दी है,इससे उनकी विधायकी फिलहाल बच गई है।






जिला सत्र न्यायाधीश उत्कर्ष चतुर्वेदी ने महसी विधानसभा के भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह की दो वर्ष की सजा के आदेश पर रोक लगाई है। विधायक की ओर से सोमवार को दायर याचिका को मंजूर कर सजा के क्रियान्वयन पर अपील के निस्तारण तक रोक लगा दी गई है।सोमवार को विधायक व हजारों समर्थक कड़कड़ाती ठंड में कोर्ट के फैसले का इंतजा करते दिखे।सजा पर रोक लगने से उनकी विधायकी फिलहाल बच गई है। दो साल या उससे अधिक की सजा पर विधायकी चली जाती है।






अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने चार जनवरी को महसी एसडीएम को धमकाने व सरकारी कार्य मे बाधा उत्पन्न करने के मामले में दो वर्ष की सजा सुनाई थी। ढाई हजार का जुर्माना लगाया था। एसीजेएम के आदेश के विरुद्ध भाजपा विधायक ने जिला सत्र न्यायाधीश की कोर्ट पर अपील की। जिस पर सुनवाई के उपरांत अपील को स्वीकार कर सजा के क्रियान्वयन पर अपील के निस्तारण तक रोक लगा दी गई है। न्यायाधीश ने विधायक को निजी मुचलके के साथ दो जमानत दाखिल करने व तत्कालीन एसडीएम को तीन दिन में सूचित करने का आदेश दिया।





इस प्रकरण की सुनवाई 29 जनवरी 24 की तारीख नियत की गई है। अपील में विधायक के अधिवक्ता ने जनप्रतिनिधि होने तथा पारिवारिक पृष्ठभूमि का उल्लेख किया। साथ ही अपील में कहा कि सजा पर रोक न लगी तो विधानसभा की सदस्यता चली जाएगी। न्यायाधीश ने अपील की ग्राह्यता को लेकर सर्वोच्च न्यायालय के राहुल गांधी बनाम पुरनेश भाई मोदी आदि निर्णयों को उधृत किया। मामले की सुनवाई के दौरान बड़ी संख्या में विधायक के समर्थक मौजूद रहे।






क्या है मामला


हरदी थाने के महसी एसडीएम कार्यालय में दो सितम्बर 2002 को दोपहर लगभग एक बजे तत्कालीन एसडीएम लालमणि मिश्रा एक विवाहिता के अपहरण मामले में बरामदगी के बाद एक माह तक लखनऊ के नारी संरक्षण गृह में रहकर युवती का बयान दर्ज कर रहे थे। थाने में युवती के पा ऐप पर पढ़ें से एफआईआर दर्ज कराई गई थी। विशेष लोक अभियोजक क्रिमिनल महेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि एसडीएम ने अर्दली को कक्ष के दरवाजे पर खड़ा किया था कि कोई व्यक्ति अंदर न आने पाए।






इसी दौरान महसी विधायक सुरेश्वर सिंह जबरन कमरे में घुसे। आरोप है कि उन्होंने एसडीएम से अभद्रता की। बाहर आने पर देख लिए जाने की धमकी दी। जिस पर एसडीएम के मौखिक आदेश पर तत्कालीन व अब रिटायर्ड एसएचओ उमाकांत दुबे ने हरदी थाने में विधायक सुरेश्वर सिंह के विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा, धमकी, गाली-गलौज व सेवेन क्रिमिनल लॉ एमेंडम् एक्ट में केस दर्ज कराया।






इस मामले में विवेचना के बाद कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई, जिसका कोर्ट ने संज्ञान लिया। नामजद आरोपी विधाय सुरेश्वर सिंह ने आरोप गलत बताते हुए परीक्षण की मांग की। जिस पर कोर्ट में परीक्षण हुआ। इस मामले में गवाह के रूप में सहायक अभिलेख अधिकारी बसंत कुमार सैनी, तत्कालीन एसएचओ उमाकांत दुबे, थानाध्यक्ष हरप्रसाद, उपनिरीक्षक श्याम नारायण राम, एसडीएम लालमणि मिश्र के बयान दर्ज हुए।







इस मामले में शुक्रवार को जज ने बचाव पक्ष व अभियोजन पक्ष से विशेष लोक अभियोजक क्रिमिनल महेन्द्र कुमार सिंह के तर्कों को सुना। इसके बाद आरोपी महसी विधायक सरेश्वर सिंह को दो वर्ष की सजा, ढाई हजार जुर्माना लगाय ऐप पर पढ़ें जुर्माना अदा न करने पर सात दिवस का अतिरिक्त कारावास काटने का भी निर्देश दिया था।


प्रख्यात साहित्यकार हरिराम द्विवेदी का 87 साल की उम्र में यूपी में हुआ निधन







सूत्रों से पता चला की,,हिंदी और भोजपुरी के प्रख्यात साहित्यकार पंडित हरिराम द्विवेदी का सोमवार को वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में उनके आवास पर निधन हो गया।बकौल रिपोर्ट्स, वह पिछले 8 माह से बीमार चल रहे थे। उन्हें साहित्य अकादमी भाषा सम्मान, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार, साहित्य भूषण व साहित्य सारस्वत सम्मान समेत कई पुरस्कार मिल चुके थे।





पं हरिराम द्विवेदी आकाशवाणी से जुड़े थे और बहुत लोकप्रिय थे। साथ ही संकट मोचन संगीत समारोह सहित अनेक बड़े-बड़ेमंचों के प्राण पुरुष के रूप में उनकी विशेष ख्याति थी।दो दर्जन से अधिक काव्य संग्रह के माध्यम से उन्होंने आधुनिक भोजपुरी साहित्य की समृद्धि के लिए विशेष योगदान किय







पंडित हरिराम द्विवेदी विगत 8 महीना से गंभीर रूप से अस्वस्थ चल रहे थे रविवार की रात करीब 12:00 बजे उनकी तबीयत बहुत अधिक बिगड़ गई परिजनों ने शहर के एक निजी चिकित्सालय से तुरंत डॉक्टर को बुलाया था।डॉक्टर ने रात मेंह जवाब दे दिया था पंडित हरिराम द्विवेदी का अंतिम संस्कार9 जनवरी को मणिकर्णिका घाट पर किया जाएगा।उनके बड़े पुत्र राजेश कुमार द्विवेदी फिर हर उड़ीसा में हैं।वह अपने पुत्र का उपचार करने गए हैं।उनका पुत्र उड़ीसा के एक चिकित्सालय में आईसीयू में भर्ती है, पिता के निधन की सूचना पाकर राजेश कुमार द्विवेदी काशी के लिए रवाना हो चने हैं।

हम 1 जनवरी को नया साल क्यों मनाते हैं?

यह रोमन तानाशाह जूलियस सीज़र था जिसने पहली शताब्दी ईसा पूर्व के अंत में सत्ता में आने के तुरंत बाद कैलेंडर में सुधार किया था।





पहली बार 45 ईसा पूर्व में 1 जनवरी को नए साल की शुरुआत मानी गई थी।इससे पहले रोमन कैलेंडर मार्च महीने में शुरू होता था और इसमें 355 दिन होते थे।फरवरी और मार्च के बीच कभी-कभी अतिरिक्त 27-दिन या 28-दिवसीय अंतरालीय महीना डाला जाएगा।






यह रोमन तानाशाह जूलियस सीज़र था जिसने पहली शताब्दी ईसा पूर्व के अंत में सत्ता में आने के तुरंत बाद कैलेंडर में सुधार किया था। लेकिन जूलियन कैलेंडर के लोकप्रियता हासिल करने के बावजूद,यूरोप के बड़े हिस्से ने 16वीं शताब्दी के मध्य तक इसे स्वीकार नहीं किया। ईसाई धर्म के आगमन के साथ, नए साल की शुरुआत के रूप में 1 जनवरी को बुतपरस्त के रूप में देखा गया, जबकि 25 दिसंबर, यीशु के जन्म के संबंध में धार्मिक अर्थों के साथ, अधिक स्वीकार्य माना गया।

भारतीय नौसैनिक अधिकारियों की मौत की सज़ा हुई कम, कतर

सूत्रों से पता चला की,,,भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि कतर की अदालत ने आठ पूर्व भारतीय नौसैनिक अधिकारियों की मौत की सज़ा को कम कर दिया है।





मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि सजाएं कम कर दी गई हैं,लेकिन यह नहीं बताया गया कि उन्हें किस नए दंड का सामना करना पड़ेगा।न तो कतर और न ही भारत ने पुरुषों के खिलाफ विशिष्ट आरोपों का खुलासा किया है।एफटी और रॉयटर्स ने अज्ञात स्रोतों का हवाला देते हुए रिपोर्ट दी है कि इन लोगों पर इज़राइल के लिए जासूसी करने का आरोप लगाया गया था।


भारत में इज़राइल दूतावास के एक प्रवक्ता ने यह कहते हुए टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि यह "इज़राइली मामला नहीं है,भारत के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा, "इस मामले की कार्यवाही की गोपनीय और संवेदनशील प्रकृति के कारण, इस समय कोई और टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।"


इंडियन एक्सप्रेस अखबार ने शुक्रवार को बताया कि कैद किए गए अधिकारियों के परिवारों ने कहा कि वे उनकी सजा कम करने के लिए कतर की शीर्ष अदालत में अपील करेंगे।अक्टूबर में,भारत ने कहा कि इन लोगों को मौत की सज़ा सुनाए जाने के बाद उसे गहरा सदमालगा। बाद में इसने अदालत के फैसले के खिलाफ अपील दायर की।


पिछले साल इन लोगों की गिरफ़्तारी भारत में पहले पन्ने की सुर्खियाँ बनी, लेकिन उनके ख़िलाफ़ आरोपों के बारे में बहुत कम पुष्टि की गई जानकारी है - अदालत के आदेश को सार्वजनिक नहीं किया गया है।


भारत सरकार ने कहा है कि आठ लोग अल दहरा नामक एक निजी कंपनी के कर्मचारी थे, लेकिन व्यापक रूप से उनके भारतीय नौसेना के पूर्व कर्मी होने की सूचना मिली है। पिछले साल संसद में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इन्हें देश का 'पूर्व सैनिक' बताया था. कुछ लोगों के परिवारों ने भी स्थानीय मीडिया को नौसेना में उनकी पहचान और पृष्ठभूमि की पुष्टि की है।




इस महीने की शुरुआत में, कतर में भारत के राजदूत ने जेल में बंद लोगों से मुलाकात की।गुरुवार को, भारत ने कहा कि उसके राजदूत और अन्य अधिकारी सुनवाई के दौरान कतर की अपील अदालत में पुरुषों के परिवार के सदस्यों के साथ मौजूद थे।




मंत्रालय के बयान में कहा गया है, "विस्तृत फैसले की प्रतीक्षा है।हम अगले कदम पर निर्णय लेने के लिए कानूनी टीम के साथ-साथ परिवार के सदस्यों के साथ भी संपर्क में हैं।कतर ने भारत के पूर्व नौसेना अधिकारियों की मौत की सजा को कम कर दिया

दूरदर्शन कीं मशहूर न्यूज एंकर गीतांजलि अय्यर का निधन

 

दरदर्शन पर 30 से अधिक वर्षों तक समाचार प्रस्तुत करने वालीं गीतांजलि अय्यर का निधन,







दूरदर्शन कीं पहली अंग्रेजी न्यूज प्रेजेंटर्स में से एक गीतांजलि अय्यर का बुधवार, 7 जून को निधन हो गया. गीतांजलि अय्यर ने 30 से अधिक वर्षों तक दूरदर्शन पर समाचार प्रस्तुत किया था. वह 1971 में दूरदर्शन से जुड़ीं और अपने दशकों लंबे करियर के दौरान उन्हें चार बार सर्वश्रेष्ठ एंकर का पुरस्कार दिया गया.




उन्होंने अपने उत्कृष्ट कार्य, उपलब्धियों और योगदान के

लिए 1989 में उत्कृष्ट महिलाओं के लिए इंदिरा गांधी प्रियदर्शिनी पुरस्कार जीता. वह वर्ल्ड वाइड फंड, भारत में प्रमुख दाताओं की हेड थीं.



गीतांजलि अय्यर ने अंग्रेजी में अंडर ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी करने के बाद कोलकाता के लोरेटो कॉलेज से पढ़ाई की. उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से डिप्लोमा भी किया था.


गीतांजलि अय्यर ने अंग्रेजी में अंडर ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी करने के बाद कोलकाता के लोरेटो कॉलेज से पढ़ाई की. उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से डिप्लोमा भी किया था.


दूरदर्शन में एक समाचार प्रस्तुतकर्ता के रूप में अपने सफल करियर के बाद, गीतांजलि ने कॉर्पोरेट संचार, सरकारी संपर्क और मार्केटिंग में प्रवेश किया. वों भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) में सलाहकार बनीं और धारावाहिक "खानदान" में भी काम किया.



बाड़मेर में उठा 80 फीट ऊंचा रेतीला बवंडर, सिहरन पैदा करने वाला ऐसा दृश्य नहीं देखा होगा आपने





सूत्रों द्वारा,,,

पाकिस्तान की सीमा से सटे जैसलमेर से उठे करीब 80 फीट ऊंचे रेतीले बवंडर से सबसे ज्यादा नुकसान ग्रामीण इलाकों में हुआ है. ग्रामीण इलाकों में कच्चे मकान, पेड़ और बिजली के पोल क्षतिग्रस्त हो गए. डिस्कॉम को भी करोड़ों का नुकसान हुआ है.




मनमोहन सेजू /बाड़मेर.राजस्थान में बेमौसम हो रही बारिश और अंधड़ का दौर भले शांत हो गया हो लेकिन अब तूफान और भीषण गर्मी का दौर शुरू हो गया. मंगलवार शाम बाड़मेर शहर से सामने आया रेतीले बवंडर का वीडियो आपके रोंगटे खड़े कर देगा. वीडियो देखकर ऐसा लगता है कि रेतीली आंधी घर-मकानों को लीलने के लिए बढ़ी चली आ रही है. आसमान को छूती हुई रेत की ऐसी दीवार आपने शायद ही कभी देख हो.







मंगलवार को आए रेतीले बवंडर ने एक बार फिर जनजीवन प्रभावित कर दिया है. करीब 70 से 80 फीट ऊंचे उठे रेतीले बवंडर ने तबाही मचा दी है. रेत का यह बवंडर धीरे-धीरे बड़ा होता चला गया.उसके बाद तेज हवा के कारण आसपास के पूरे इलाके में रेत फैल गई है. वीडियो में आप देख सकते हैं कि रेत का तूफान कितना भयानक दिख रहा है. उसने तो जैसे पूरे आसमान को ही अपनी चपेट में ले लिया है. तूफान की वजह से आसमान धूसरा पड़ गया है,सूरज की रोशनी मद्धम पड़ गई है और तूफान अपने विकराल रूप में आगे बढ़ा जा रहा है. पाकिस्तान की सीमा से सटे जैसलमेर से उठे इस रेतीले बवंडर को कई लोगों ने अपने कैमरे में कैद कर लिया.






करीब


80 फीट ऊंचे उड़े रेतीले तूफान से सबसे ज्यादा नुकसान ग्रामीण इलाकों में हुआ है.


ग्रामीण इलाकों में कच्चे मकान, पेड़ और बिजली के पोल क्षतिग्रस्त हो गए. डिस्कॉम को भी करोड़ों का नुकसान हुआ है. राजस्थान में पिछले एक माह में बेमौसम बारिश,आंधी और तूफान के कारण करोड़ों रुपयों का नुकसान हो चुका है.बारिश और अंधड़ के कारण कई लोगों की जान जा चुकी है. उसके अलावा इलेक्ट्रिसिटी सिस्ट को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है




बताया जाता है कि रेगिस्तान में वायुमंडलीय दबाव बहुत अधिक होता है.सूरज की सीधी किरणें हवा की नमी समाप्त कर देती है.इससे धूल के कणों की आपस में पकड़ नहीं रह पाती है, ऐसे में धूल कण एक बवंडर का रूप धारण कर लेते है.

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बालासोर में कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने से 50 लोगों की मौत







कोरोमंडल एक्सप्रेस रेल दुर्घटना: बालासोर जिले में शुक्रवार शाम एक मालगाड़ी से टकराने के बाद ओडिशा में कोरोमंडल एक्सप्रेस के चार डिब्बे पटरी से उतर जाने से हुए दुखद रेल हादसे में 50 लोगों की मौत हो गई और 300 से अधिक अन्य घायल हो गए।



रेल मंत्री ने कहा,घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना के लिए मेरी प्रार्थना।भुवनेश्वर और कोलकाता से बचाव दल जुटाए गए हैं। एनडीआरएफ, राज्य सरकार की टीमें और वायु सेना भी जुटी हैं।बचाव कार्यों के लिए आवश्यक सभी हाथ उठाएंगे।आश्वासन दिया।



बालासोर:ओडिशा में कोरोमंडल एक्सप्रेस के चार डिब्बे शुक्रवार की शाम बालासोर जिले में एक मालगाड़ी से आमने-सामने की टक्कर में पटरी से उतर जाने से हुए दर्दनाक रेल हादसे में 50 लोगों की मौत हो गई और 300 से अधिक लोग घायल हो गए. कम से कम 300 यात्रियों को निकाला गया है, अन्य 600-700 अभी भी इस लेख को लिखे जाने तक फंसे हुए हैं क्योंकि अग्निशमन दल और बचाव दल आ गए हैं।







केंद्र ने मृतक के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।उन्होंने कहा कि वह ओडिशा में दुर्घटनास्थल के लिए रवाना हो रहे हैं।



रेल मंत्री ने कहा,घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना के लिए मेरी प्रार्थना।भुवनेश्वर और कोलकाता से बचाव दल जुटाए गए हैं। एनडीआरएफ, राज्य सरकार की टीमें और वायु सेना भी जुटी हैं। बचाव कार्यों के लिए आवश्यक सभी हाथ उठाएंगे।आश्वासन दिया।




ओडिशा फायर सर्विसेज के प्रमुख सुधांशु सारंगी बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।बालासोर और उसके आसपास के मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। ओडिशा फायर एंड इमरजेंसी सर्विस का एक अतिरिक्त बचाव दल जिसमें ओडिशा फायर एंड डिजास्टर रिस्पांस अकादमी भुवनेश्वर के अग्रिम बचाव उपकरण के साथ 26 सदस्य शामिल हैं, बचाव के लिए ट्रेन दुर्घटना स्थल पर गए।


विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) के कार्यालय ने कहा कि टीमों को दुर्घटनास्थल पर तलाशी और बचाव अभियान के लिए भेजा गया है।ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री प्रमिला ओपेन इन एपीपी के अधिकारियों को एसआरसी के अधिकारियों के साथ-साथ अग्निशमन सेवाओं के संचालन की निगरानी करने का निर्देश दिया।



पीएम मोदी ने जताया दुख


पीएम मोदी ने ट्वीट किया,ओडिशा में ट्रेन दुर्घटना से व्यथित। दुख की इस घड़ी में, मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया। बचाव कार्य जारी है।दुर्घटनास्थल पर और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जा रही है,



अमिताभ शर्मा के मुताबिक, हादसा शुक्रवार शाम करीब 7 बजे ठीक हुआ।शाम के लगभग 7 बजे, शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस के 10-12 डिब्बे बालेश्वर के पास पटरी से उतर गए और विपरीत ट्रैक पर गिर गए। कुछ समय बाद, यशवंतपुर से हावड़ा जाने वाली एक और ट्रेन पटरी से उतरी उन डिब्बों से टकरा गई, जिसके परिणामस्वरूप इसके 3-4 डिब्बे पटरी से उतर गए।कोच,शर्मा ने एएनआई को बताया।


ओडिशा के स्वास्थ्य सचिव ने कहा, "50 एंबुलेंस साइट पर भेजी गई हैं। मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीडीएमओ) और उनकी टीम साइट पर है, एंबुलेंस और प्राथमिक उपचार का निर्देश दे रहे हैं। अन्य जिलों से 50 डॉक्टर ओपेन इन ऐप को जुटाए गए हैं। डॉक्टरों की टीम को वहां से भेजा गया है।" एससीबी एमसीएच भुवनेश्वर और कटक के निजी अस्पताल भी लेने को तैयार हैं,



और कटक भी मरीजों को लेने के लिए तैयार हैं,

बालासोर रेलवे स्टेशन (बीएलएस) से एनडीआरएफ की 22 सदस्यों की पहली टीम पहले ही घटना स्थल पर पहुंच चुकी है। अधिकारियों ने कहा कि 32 सदस्यों वाली केंद्रीकृत यातायात नियंत्रण (सीटीसी) की एक अन्य टीम आधे घंटे पहले शुरू हुई। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य की मंत्री प्रमिला मल्लिक और विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) को तुरंत दुर्घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया है। मंत्री और एसआरसी घटना स्थल की ओर जा रहे हैं।





किरेन रिजिजू के हाथों से गया कानून मंत्रालय, कौन सी मिली ज़िम्मेदारी





न्यायपालिका के ख़िलाफ़ बयानों से लगातार सुर्ख़ियों में बने केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू से कानून मंत्रालय ले लिया गया है.




सूत्रों द्वारा,,,,

उनकी बजाय अब केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को कानून और न्याय मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है.राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान के अनुसार, अब किरेन रिजिजू को अब भू-विज्ञान मंत्रालय का ज़िम्मा सौंपा गया है.




न्यायपालिका के ख़िलाफ़ बयानों से लगातार सुर्ख़ियों में बने केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू से कानून मंत्रालय ले लिया गया है.उनकी बजाय अब केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को कानून और न्याय मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है.राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान के अनुसार, अब किरेन रिजिजू को अब भू-विज्ञान मंत्रालय का ज़िम्मा सौंपा गया है.

गुजरात : पुलिस हिरासत में पिटाई के बाद एक व्यक्ति की मौत, हत्या का मामला दर्ज





बोटाद 16 मई ( भाषा) गुजरात के बोटाद जिले में सूत्रों द्वारा बताया गया की कथित तौर पर हिरासत में मारपीट के बाद 28 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत के मामले में तीन पुलिस कांस्टेबल के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।



अधिकारी ने बताया कि मजदूर की पहचान कालू पधरशी (28) के रूप में हुई है, उसे 14 अप्रैल को बोटाद टाउन पुलिस थाने के तीन कांस्टेबल एक मामले में पूछताछ के लिए ले गए थे। उक्त व्यक्ति ने बाद में आरोप लगाया था कि उसे हिरासत में बुरी तरह पीटा गया।अधिकारी ने बताया कि 14 मई को अहमदाबाद के एक अस्पताल में पधरशी की मौत हो गई।




बोटाद जिले के पुलिस अधीक्षक किशोर बलोलिया ने बताया कि तीनों आरोपियों अमीराज बोरिचा, राहिल सिदातर और निकुलसिंह जाधव के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।



अधिकारी ने बताया,इस संबंध में सोमवार रात बोटाद टाउन पुलिस थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई जिसमें यह आरोप लगाया गया कि आरोपी कांस्टेबल ने 14 अप्रैल को पधरशी के साथ मारपीट की थी, जब वह उनकी हिरासत में था। हालांकि उसे उसी दिन छोड़ दिया गया था,लेकिन बाद में पधरशी की हालत बिगड़ गई और अंततः 14 मई को अहमदाबाद सिविल अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।



अधिकारी ने प्राथमिकी के हवाले से बताया कि तीनों कांस्टेबल 14 अप्रैल को एक मामले की जांच के तहत एक ऐसे व्यक्ति के बारे में जानकारी लेने के लिए बोटाद शहर में पधरशी के आवास पर गए,जिसे वह जानता ही नहीं था।

आर्यन खान केस मामले में एनसीबी के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede ) मुश्किल में घिरते नजर आ रहे हैं




सूत्रों द्वारा...

Aryan Khan Case: आर्यन खान केस मामले में एनसीबी के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede ) मुश्किल में घिरते नजर आ रहे हैं. नॉरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के मुंबई जोन के पूर्व डायरेक्टर के खिलाफ सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है. इसमें समीर वानखेड़े के खिलाफ अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को नहीं फंसाने के बदले 25 करोड़ की रिश्वत मांगने का आ लगाया है.



एफआईआर की कॉपी के मुताबिक समीर वानखेड़े के इशारे पर गोसावी ने आर्यन खान मामले में 25 करोड़ की मांग की थी. इस रकम के बदले भरोसा दिया गया कि आर्यन खान को ड्रग मामले में नहीं फंसाया जाएगा.



वानखेड़े के लिए गोसावी कर रहा था डील

एफआईआर की कॉपी के अनुसार, समीर वानखेड़े ने डील के लिए पैसों के मामले में गोसावी को पूरी छूट दे रखी थी. गोसावी ने 18 करोड़ में डील पक्की की थी.यही नहीं,गोसावी ने 50 लाख रुपये पेशगी के तौर पर लिए भी थे.




एफआईआर के अनुसार, जांच में समीर वानखेड़े ने अपनी विदेश यात्रा के बारे में भी सही जानकारी नहीं दी थी. उन्होंने अपनी महंगी घड़ी, कपड़ों के बारे में भी सही नहीं बताया था. समीर वानखेड़े के पास आय से अधिक संपत्ति की भी बात प्राथमिकी में कही गई है.



सीबीआई ने डाला था वानखेड़े के घर पर छापा

12 मई को सीबीआई ने समीर वानखेड़े के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उनके परिसरों पर छापेमारी की थी. सीबीआई की टीम ने वानखेड़े के मुंबई स्थित घर पर 13 से ज्यादा पूछताछ की थी. सीबी आई अधिकारी वानखड़े के पिता, सास-ससुर और बहन के घर भी पहुंचे थे.





एक्स्ट्रा कमाई का झांसा, शिकार हुए गुड़गांव के इंजीनियर, गंवाए 42 लाख रुपए








 सूत्रों द्वारा....

गुड़गांव में एक आईटी कंपनी में काम करने वाले एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर एक स्कैम का शिकार हो गया। जहां उसके साथ करीब 42 लाख रुपए की धोखाधड़ी हुई। जालसाजों ने उसे महज कुछ वीडियो लाइक करके अच्छी खासी कमाई का झांसा दिया था। यह मामला तब सामने आया जब सेक्टर 102 में रहने वावे इंजीनियर ने इस घटना की पुलिस में रिपोर्ट कराई।उसे 24 मार्च को व्हाट्सएप पर एक मैसेज मिला। मैसेज में दावा किया गया कि वह लोकप्रिय वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म YouTube पर वीडियो को लाइक करने व एक्स्ट्रा कमाई कर सकते हैं। 



हालांकि जब इंजीनियर ने पैसे का निवेश किया और बाद में इसे वापस लेने की कोशिश की तो जालसाजों ने पैसे देने से मना कर दिया। शिकायतकर्ता ने बताया कि जब मैं उनके साथ काम करने के लिए सहमत हुआ,तो दिव्या नाम की एक महिला ने मुझे टेलीग्राम ऐप पर एक ग्रुप में जोड़ा। उसने मुझे बेहतर रिटर्न के दावे के साथ पैसा लगाने के लिए कहा। इस काम के बहाने उन्होंने मुझे निवेश करने के लिए कहा था और मैंने अपने और अपनी पत्नी के बैंक खातों से कुल 42,31,600 रुपये ट्रांसफर किए।



दिव्या के अलावा,कमल,अंकित,भूमि,हर्ष नाम के अन्य लोगों ने लेन-देन की पुष्टि की और जल्द ही मुझे बताया कि मैंने 69 लाख रुपए से अधिक का लाभ कमाया है। लेकिन उन्होंने मुझे पैसे निकालने नहीं दिया। फिर उन्होंने मुझे 11000 रुपए और ट्रांसफर करने के लिए कहा है।जो मुझे गड़बड़ लगा और मैं पुलिस में चला गया।अज्ञात जालसाजों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत शुक्रवार को साइबर अपराध,पश्चिम पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर दर्ज की गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्होंने बैंक डिटेल मांगा है और जांच की जा रही है।



गडकरी धमकी भरे फोन कॉल मामला : एनआईए की टीम जांच के लिए नागपुर पहुंची





नागपुर, नौ मई सूत्रों द्वारा  केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को आए धमकी भरे फोन कॉल मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की एक टीम मंगलवार को नागपुर पहुंची। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।


अधिकारी ने बताया कि ये फोन कॉल कथित तौर पर हत्या मामले के दोषी जयेश पुजारी उर्फ कांथा द्वारा किए गए,जिसे कर्नाटक के बेलगावी में एक जेल से हिरासत में लिया गया था और उसके खिलाफ गैर-कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया।



नागपुर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ताया कि एनआईए ने बेंगलुरु में मामला दर्ज किया था और केंद्रीय एजेंसी की मुंबई शाखा को जांच करने का निर्देश दिया गया।उन्होंने बताया कि एनआईए की एक टीम मुंबई से नागपुर पहुंची और उसने मामले के संबंध में दस्तावेज और महत्वपूर्ण सुराग इकट्ठा करना शुरू कर दिए।


अधिकारी ने बताया कि इस प्रकरण में पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए- तैयबा और ‘अंडरवर्ल्ड' की संदिग्ध भूमिका का पता लगाना जांच का मुख्य उद्देश्य है।



यह खबर 'भाषा' न्यूज़ एजेंसी से 'ऑटो-फीड' द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

बीएसएनएल की 4जी सेवाओं के लिये काम तेजी से जारी : संचार राज्यमंत्री






नयी दिल्ली, नौ मई ( भाषा) संचार राज्यमंत्री देवु सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की भारत संचार निगम लि. (बीएसएनएल) 4जी सेवाएं देने की तैयारी में है और इन सेवाओं को जल्द-से-जल्द ग्राहकों तक पहुंचाने के लिये काम तेजी से जारी है।मंत्री ने यह भी कहा कि भारतीय डाक लॉजिस्टिक सेवाप्रदाता के रूप में सरकार समर्थित ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) के साथ भागीदारी पर गौर कर रहा है।



अवांछित कॉल के बारे में मंत्री ने कहा कि इसके समाधान के लिये कदम उठाये जा रहे हैं।मंत्री ने कहा कि 4जी पर काम जारी है और सरकार जल्द-से-जल्द सेवाएं शुरू करने को लेकर गंभीर है।



मंत्रियों के समूह के एक लाख 4जी उपकरण लगाये जाने को मंजूरी दिये जाने के साथ उन्होंने यह बात कही है।सार्वजनिक क्षेत्र की बीएसएनएल स्वदेशी 4जी प्रौद्योगिकी लेकर आ रही है,जिसमें कुछ समय लगेगा। लेकिन दूरसंचार निगम अब ग्राहकों को यह सेवा उपलब्ध कराने के लिये सक्रियता के साथ कदम उठा रहा है।



मंत्री ने लॉजिस्टिक सेवाओं के लिये भारतीय डाक, व्यापारियों के संगठन कैट और तृप्ता टेक्नोलॉजीज के बीच त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (एमओयू) की घोषणा के लिये आयोजित कार्यक्रम के दौरान अलग से बातचीत में संवाददाताओं से यह बात कही।उन्होंने कहा,समझौता ज्ञापन भारतीय डाक के विशाल नेटवर्क के साथ छोटे कारोबारियों के लिये माल की डिलिवरी को सुगम बनाएगा।चौहान ने देश में 5जी के क्रियान्वयन की गति को लेकर भी संतोष जताया।

अंडे देने के लिए ओडिशा के तट पर पहुंचे ऑलिव रिडले प्रजाति के 1.8 लाख से अधिक कछुए





बेरहामपुर (ओडिशा), 26 फरवरी (भाषा) पिछले दो साल में जिन ओलिव रिडले कछुओं पर धातु के 'फ्लिपर टैग' लगाए गए थे उनमें से 55 इस बार अंडे देने के लिए रुशिकुल्या नदी के तट पर लौटे हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।




बेरहामपुर के संभागीय वन अधिकारी अमलान नायक ने शनिवार को बताया कि टैग लगे ये जलीय जीव 3.20 लाख ओलिव रिडले कछुओं में से हैं जिनकी प्रजाति खतरे में है।ये कछुए पिछले दो दिनों से रुशिकुल्या नदी के पांच किलोमीटर लंबे पथरीले तट को अपना ठिकाना बनाए हुए हैं।उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार से कछुओं की इस प्रजाति ने नदी के तट के पास अंडे देना शुरू किया था।ओलिव रिडले कछुओं को टैग लगाने से वैज्ञानिकों को उनके घोंसले बनाने के बाद और झुंड में आने जा


ने तथा वे किन जगहों पर जाते हैं, इसका पता चलता है।




वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं क्षेत्रीय नदमुखी एवं जीवविज्ञान शोध केंद्र(ईबीआरसी), गोपालपुर के प्रभारी अधिकारी अनिल मोहपात्रा ने कहा, "पिछले दो दिनों में हमने 55 मादा टैगयुक्त कछुओं की पहचान की है जो इस समय अंडे देने के लिए ओडिशा के तट पर लौटी हैं।पिछले साल रुशिकुल्या नदी के तट पर कछुओं के अंडे देने की इस अवधि के दौरान कम से कम 12 टैगयुक्त कछुओं की पहचान की गई थी।

इतिहास वर्तमान को डरा नहीं सकता; हिंदू धर्म में कट्टरता नहीं: सुप्रीम कोर्ट







न्यायमूर्ति नागरत्न ने कहा कि आक्रमण एक ऐतिहासिक तथ्य है जिसे भुलाया नहीं जा सकता और आश्चर्य जताया कि क्या ऐसी कोई अन्य समस्या नहीं है जिस पर देश ध्यान केंद्रित कर सके।विदेशी बर्बर आक्रमणकारियों" द्वारा बदले गए स्थानों के नाम को बहाल करने के लिए निर्देश मांगने वाली एक याचिका पर नाराजगी जताते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को यह कहते हुए इसे खारिज कर दिया कि एक देश गुलाम नहीं रह सकता" अतीत" और यह कि "अदालत को तबाही मचाने का साधन नहीं होना चाहिए।




न्यायमूर्ति के एम जोसेफ और न्यायमूर्ति बी वी नागरत्ना की दो न्यायाधीशों की पीठ ने याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय से कहा कि कोई चुनिंदा तरीके से इतिहास पर दोबारा गौर नहीं कर सकता है और हिंदू धर्म में कट्टरता के लिए कोई जगह नहीं है, लेकिन वकील ने यह याद दिलाने की मांग की कि हिंदू धर्म की उदार प्रकृति  इसके परिणामस्वरूप अफगानिस्तान और पाकिस्तान जैसी जगहों से इसका सफाया हो गया था और भारत में भी सात राज्यों में हिंदुओं को अल्पसंख्यक बना दिया गया था,आप इस मुद्दे को जिंदा रखना चाहते हैं और देश को उबाल पर रखना चाहते हैं? अगर किसी खास समुदाय पर उंगली उठाई जाती है. तो आप समाज के एक खास तबके को नीचा दिखाते हैं। भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है, यह एक धर्मनिरपेक्ष मंच है।न्यायमूर्ति नागरत्न ने भी याचिका को स्वीकार नहीं किया और टिप्पणी की कि "हिंदू धर्म जीवन का एक तरीका है। उसके कारण भारत ने सभी को आत्मसात कर लिया है। उसी के कारण हम एक साथ रह पाते हैं।" न्यायाधीश ने यह याद दिलाने की कोशिश की कि "अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो की नीति ने हमारे समाज में फूट डाली" और उपाध्याय से कहा, "हमें इसे वापस नहीं लाना चाहिए





खंडपीठ ने कहा कि "कोई देश अतीत का कैदी नहीं रह सकता है। भारत कानून के शासन, धर्मनिरपेक्षता, संवैधानिकता से जुड़ा हुआ है, जिसमें से अनुच्छेद 14 राज्य के कार्यों में समानता और निष्पक्षता दोनों की गारंटी देता है।


शीर्ष अदालत ने कहा कि "किसी भी देश का इतिहास वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों को परेशान नहीं कर सकता... यहां तक ​​कि आने वाली पीढ़ियां अतीत की कैदी बन जाती हैं।" यह रेखांकित करते हुए कि केवल भाईचारा ही एकता की ओर ले जाएगा, अदालत ने कहा, "बंधुत्व का सुनहरा सिद्धांत, जो फिर से प्रस्तावना में निहित है, का सबसे बड़ा महत्व है"।


याचिकाकर्ता ने तर्क दिया कि कई जगहों का नाम विदेश से आए "लुटेरों" के नाम पर रखा गया है।उन्होंने बताया कि दिल्ली में इब्राहिम लोधी, गजनी के महमूद जैसे आक्रमणकारियों के नाम पर स्थान थे। मुहम्मद गोरी, आदि लेकिन पांडवों के बाद कोई नहीं जिसकी राजधानी इंद्रप्रस्थ थी।



न्यायमूर्ति नागरत्न ने कहा कि आक्रमण एक ऐतिहासिक तथ्य है जिसे भुलाया नहीं जा सकता और आश्चर्य जताया कि क्या ऐसी कोई अन्य समस्या नहीं है जिस पर देश ध्यान केंद्रित कर सके। “हाँ, हम पर विदेशी आक्रमणकारियों का शासन रहा है। हम पर कई बार आक्रमण हुए हैं और इतिहास ने अपना हिस्सा लिया है… क्या आप इतिहास से आक्रमणों को दूर करने की इच्छा कर सकते हैं?…आप क्या हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं? क्या हमारे देश में अन्य समस्याएं नहीं हैं?” उसने पूछा।


उपाध्याय ने अपनी याचिका वापस लेने और सरकार से संपर्क करने की अनुमति मांगी लेकिन अदालत ने कहा कि वह उन्हें वह राहत भी नहीं देना चाहती। न्यायमूर्ति नागरत्न ने कहा, "आइए हम इस तरह की याचिकाओं से समाज को न तोड़े, कृपया देश को ध्यान में रखें, किसी धर्म को नहीं।"


अदालत ने अपने आदेश में कहा कि "इंडिया जो कि भारत है, एक धर्मनिरपेक्ष देश है... संस्थापकों ने भारत को एक गणतंत्र के रूप में देखा, जो केवल एक निर्वाचित राष्ट्रपति तक सीमित नहीं है, जो पारंपरिक समझ है, बल्कि इसमें सभी वर्गों के लोग शामिल हैं।" … यह महत्वपूर्ण है कि देश को आगे बढ़ना चाहिए। मौलिक अधिकारों को ध्यान में रखते हुए, राज्य नीति के निर्देशक सिद्धांतों पर अध्याय में निहित ट्रिपल लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए यह अनिवार्य है।" पीठ ने कहा कि की जाने वाली कार्रवाई ऐसी होनी चाहिए जो समाज के सभी वर्गों को एक साथ जोड़े।


 आदेश लिखवाने के बाद याचिकाकर्ता की ओर मुड़ते हुए, न्यायमूर्ति जोसेफ ने कहा, "आपको कुछ बिंदु पर एहसास होगा कि हमने क्या किया है"। उन्होंने कहा कि "इस अदालत को तबाही मचाने का साधन नहीं बनना चाहिए"।न्यायमूर्ति जोसेफ ने कहा, "तत्वमीमांसा के मामले में हिंदू धर्म सबसे बड़ा धर्म है। उपनिषदों, वेदों, भगवद गीता में हिंदू धर्म की जो ऊंचाइयां हैं, वह किसी भी व्यवस्था में असमान हैं। हमें उस पर गर्व होना चाहिए। कृपया इसे कम मत करो ”।


उपाध्याय ने कहा कि शहरों में उल्लिखित शहरों के नाम अब मौजूद नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'धर्म पर हमारा भी अधिकार है।जस्टिस जोसेफ ने कहा, 'हमें अपनी महानता को समझना होगा। हमारी महानता हमें उदार होने की ओर ले जाती है... दुनिया हमेशा हमें देखती है... मैं एक ईसाई हूं, लेकिन मैं कह सकती हूं कि मैं हिंदुत्व को भी उतना ही पसंद करती हूं। मैंने इसका अध्ययन करने का प्रयास किया है। इसकी महानता को समझने की कोशिश करो, इसे किसी खास मकसद के लिए इस्तेमाल मत करो।केरल से ताल्लुक रखने वाले जज ने कहा कि उनके गृह राज्य में हिंदू राजाओं ने चर्चों को जमीन और पैसा दान किया था। यह भारत का इतिहास है। कृपया इसे समझें।न्यायमूर्ति नागरत्ना ने कहा कि "हिंदू धर्म में कोई कट्टरता नहीं है"। जैसा कि पीठ ने आश्चर्य जताया कि इतिहास को फिर से कैसे लिखा जा सकता है, याचिकाकर्ता ने पूछा कि इतिहास की शुरुआत गजनी या गोरी से क्यों होनी चाहिए।बेंच ने कहा कि "कोई देश अतीत का कैदी नहीं रह सकता। भारत कानून के शासन, धर्मनिरपेक्षता, संवैधानिकता से जुड़ा हुआ है, जिसमें से अनुच्छेद 14 राज्य के कार्यों में समानता और निष्पक्षता दोनों की गारंटी देता है।


शीर्ष अदालत ने कहा कि "किसी भी देश का इतिहास वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों को परेशान नहीं कर सकता... यहां तक ​​कि आने वाली पीढ़ियां अतीत की कैदी बन जाती हैं।" यह रेखांकित करते हुए कि केवल बंधुत्व ही एकता की ओर ले जाएगा, अदालत ने कहा, "बंधुत्व का सुनहरा सिद्धांत, जो फिर से प्रस्तावना में निहित है, सबसे महत्वपूर्ण है" याचिकाकर्ता ने तर्क दिया कि कई जगहों का नाम "लुटेरों" के नाम पर रखा गया है जो विदेश से आए थे। उन्होंने बताया कि दिल्ली में इब्राहिम लोधी, गजनी के महमूद जैसे आक्रमणकारियों के नाम पर स्थान थे। मुहम्मद गोरी, आदि लेकिन पांडवों के बाद कोई नहीं जिसकी राजधानी इंद्रप्रस्थ थी।

न्यायमूर्ति नागरत्ना ने कहा कि आक्रमण एक ऐतिहासिक तथ्य था जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता और आश्चर्य हुआ कि क्या ऐसी कोई अन्य समस्या नहीं है जिस पर देश ध्यान केंद्रित कर सके। “हाँ, हम पर विदेशी आक्रमणकारियों का शासन रहा है। हम पर कई बार आक्रमण हुए हैं और इतिहास ने अपना हिस्सा लिया है… क्या आप इतिहास से आक्रमणों को दूर करने की इच्छा कर सकते हैं?…आप क्या हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं? क्या हमारे देश में अन्य समस्याएं नहीं हैं?” उसने पूछा।


 उपाध्याय ने अपनी याचिका वापस लेने और सरकार से संपर्क करने की अनुमति मांगी लेकिन अदालत ने कहा कि वह उन्हें वह राहत भी नहीं देना चाहती। न्यायमूर्ति नागरत्न ने कहा, "आइए हम इस तरह की याचिकाओं से समाज को न तोड़े, कृपया देश को ध्यान में रखें, किसी धर्म को नहीं।"

नकारात्मक ताकतों के खिलाफ आवाज़ को खास धर्म के विरोध की तरह नहीं दिखाना चाहिए:डोभाल

नकारात्मक ताकतों के खिलाफ आवाज़ को खास धर्म के विरोध की तरह नहीं दिखाना चाहिए:
डोभाल
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने मंगलवार को कहा कि चरमपंथ और आतंकवाद इस्लाम के खिलाफ हैं क्योंकि इस्लाम का मतलब शांति और सलामती है। उन्होंने आगे कहा कि ऐसी नकारात्मक ताकतों के खिलाफ अगर किसी भी तरह की आवाज़ उठती है तो उसे एक खास धर्म के विरोध के तौर पर पेश नहीं किया जाना चाहिए।



राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने मंगलवार को कहा कि चरमपंथ और आतंकवाद इस्लाम के खिलाफ हैं क्योंकि इस्लाम का मतलब शांति और सलामती है। उन्होंने आगे कहा कि ऐसी नकारात्मक ताकतों के खिलाफ अगर किसी भी तरह की आवाज़ उठती है तो उसे एक खास धर्म के विरोध के तौर पर पेश नहीं किया जाना चाहिए।

योगगुरु रामदेव ने 'महिलाएं बिना कपड़ों के भी अच्छी लगती हैं' बयान पर मांगी माफी

योगगुरु रामदेव ने 'महिलाएं बिना कपड़ों के भी अच्छी लगती हैं' बयान पर मांगी माफी
योगगुरु रामदेव ने 'महिलाएं बिना कपड़ों के भी अच्छी लगती हैं' वाले अपने बयान पर माफी मांगी है। उन्होंने वीडियो को 'संदर्भ से बाहर' बताते हुए कहा कि महिलाओं का अपमान करने की उनकी कोई मंशा नहीं थी और किसी को ठेस पहुंची है तो वह खेद जताते हैं। इससे पहले, महाराष्ट्र महिला आयोग ने रामदेव को नोटिस भेजा था।




योगगुरु रामदेव ने 'महिलाएं बिना कपड़ों के भी अच्छी लगती हैं' वाले अपने बयान पर माफी मांगी है। उन्होंने वीडियो को 'संदर्भ से बाहर' बताते हुए कहा कि महिलाओं का अपमान करने की उनकी कोई मंशा नहीं थी और किसी को ठेस पहुंची है तो वह खेद जताते हैं। इससे पहले, महाराष्ट्र महिला आयोग ने रामदेव को नोटिस भेजा था।

पाक घुसपैठिए की मारा गया,जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक अन्य गिरफ्तार

पाक घुसपैठिए की गोली मारकर हत्या, जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक अन्य गिरफ्तार
22 नवंबर 2022 मंगलवार को एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया गया और एक अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया, क्योंकि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर से इस तरफ घुसपैठ करने के उनके अलग-अलग प्रयासों को विफल कर दिया। जम्मू-कश्मीर में सीमा (आईबी), सीमा सुरक्षा बल के एक प्रवक्ता ने कहा। बीएसएफ प्रवक्ता ने बताया कि सतर्क जवानों ने तड़के जम्मू के अरनिया सेक्टर और सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में घुसपैठ की कोशिशों को विफल कर दिया।






पाक घुसपैठिए की गोली मारकर हत्या, जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक अन्य गिरफ्तार
22 नवंबर 2022 मंगलवार को एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया गया और एक अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया, क्योंकि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर से इस तरफ घुसपैठ करने के उनके अलग-अलग प्रयासों को विफल कर दिया। जम्मू-कश्मीर में सीमा (आईबी), सीमा सुरक्षा बल के एक प्रवक्ता ने कहा। बीएसएफ प्रवक्ता ने बताया कि सतर्क जवानों ने तड़के जम्मू के अरनिया सेक्टर और सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में घुसपैठ की कोशिशों को विफल कर दिया।

18 महीने बाद थोक मुद्रास्फीति अक्टूबर में 10% से नीचे आ गई

 18 महीने बाद थोक मुद्रास्फीति अक्टूबर में 10% से नीचे आ गई मई में 16.63% के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद से थोक मुद्रास्फीति में नरमी का यह लगातार पांचवां महीना है,
भारत की थोक मूल्य मुद्रास्फीति इस अक्टूबर में 19 महीनों में पहली बार 10% से नीचे फिसल गई, जब सितंबर में यह घटकर 8.4% से 10.7% हो गई, बेस इफेक्ट और कूलिंग कमोडिटी की बदौलत कीमतें। मई में 16.63% के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद से थोक मुद्रास्फीति में नरमी का यह लगातार पांचवां महीना है।






भारत की थोक मूल्य मुद्रास्फीति इस अक्टूबर में 19 महीनों में पहली बार 10% से नीचे फिसल गई, जब सितंबर में यह घटकर 8.4% से 10.7% हो गई, बेस इफेक्ट और कूलिंग कमोडिटी की बदौलत कीमतें। मई में 16.63% के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद से थोक मुद्रास्फीति में नरमी का यह लगातार पांचवां महीना है।

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