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मेरी मौत हुई तो महाराष्ट्र को लंका की तरह जला देंगे मराठा मनोज जरांगे ने दी चेतावनी

 

सूत्रों से पता चला है की,मनोज जरांगे मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समूह में शामिल करने की मांग को लेकर महाराष्ट्र के जालना जिले में अपने पैतृक गांव अंतरवाली सरती में अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे हैं।







मेरी मौत हुई तो महाराष्ट्र को लंका की तरह जला देंगे मराठा' मनोज जरांगे ने दी चेतावनी,मनोज जरांगे मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समूह में शामिल करने की मांग को लेकर महाराष्ट्र के जालना जिले में अपने पैतृक गांव अंतरवाली सरती में अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे हैं।






मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने राज्य सरकार को चेतावनी जारी की है। उन्होंने बुधवार को सरकार पर मराठा समुदाय को धोखा देने का आरोप लगाया है। मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे हैं और बुधवार को उनके अनशन का पांचवां दिन है। जरांगे ने सरकार को चेतावनी देते हुए ये तक कह दिया कि अगर भूख ख हड़ताल के दौरान उनकी मौत हो जाती है तो मराठा समुदाय के लोग महराष्ट्र को लंका की तरह जला देंगे। 





जरांगे का स्वास्थ्य खराब हो रहा

मराठा नेता मनोज जरांगे के नजदीकी लोगों को कहना है कि उनका स्वास्थ्य खराब हो रहा है लेकिन वह चिकित्सकों को अपनी जांच नहीं करने दे रहे हैं। उनकी नाक से खून बह रहा है लेकिन न तो पानी पी रहे हैं और न ही दवाएं ले रहे हैं। बता दें कि ये एक साल से भी कम समय में चौथी बार है जब जरांगे मराठा समुदाय को ओबीसी के तहत शामिल करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रहे हैं।





जरांगे ने जारी की चेतावनी

मनोज जरांगे ने जालना में प्रदर्शन स्थल पर संवाददाताओं से कहा है कि रामायण में भगवान हनुमान ने पूंछ से लंका में आग लगा दी थी। अगर मैं इस प्रदर्शन के दौरान मर गया तो मराठा, महाराष्ट्र को लंका बना देंगे।उन्होंने यह भी धमकी दी कि महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कोई भी सार्वजनिक सभा नहीं होने दी जाएगी।





सरकार पर लगाए बड़े आरोप

जरांगे ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्रियों देवेन्द्र फडणवीस एवं अजित पवार पर ‘सगे-संबंधियों’ से जुड़ी मसौदा अधिसूचना को लागू नहीं करके और पिछले साल आंदोलन के दौरान मराठा प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दायर मामलों को वापस नहीं लेकर मराठा समुदाय को धोखा दिया है।जरांगे ने ये भी कहा कि अजित पवार छगन भुजबल का समर्थन कर रहे हैं जबकि भुजबल मराठा समुदाय को ओबीसी श्रेणी में शामिल करने के खिलाफ हैं।

इजराइल का अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले आने पर होशो हवास गायब,संयुक्त राष्ट्र के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई







महेर समाचार एजेंसी ने सीएनएन के हवाले से कहा है कि फिलिस्तीन में संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के प्रमुख ने कहा है कि गाजा में फिलिस्तीनियों के नरसंहार के मामले में इजरायल के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले के बाद ज़ायोनी सरकार के कुछ कार्यकर्ता अंतरराष्ट्रीय संगठन पर 7 अक्टूबर के हमलों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।







संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि ज़ायोनी सरकार की कार्रवाई के बावजूद अंतरराष्ट्रीय संगठन का राहत कार्य गाजा में जारी रहेगा। इज़रायल की पहल के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका ने भी संयुक्त राष्ट्र के साथ सहयोग करना बंद कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र आयोग के प्रमुख फिलिप लाज़ारिनी ने कहा है कि इज़रायल के आरोपों के बाद इन श्रमिकों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। याद रखें कि ज़ायोनी सरकार के कदम अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय द्वारा अपना फैसला जारी करने के कुछ ही घंटों बाद लिया गया। लेज़ारिनी ने कहा कि गाजा के लोगों को सहायता की आवश्यकता है। बीस लाख लोग सहायता एजेंसियों द्वारा उपलब्ध करायी गयी वस्तुओं पर जीवन यापन कर रहे हैं।

नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा, महागठबंधन से तोड़ा नाता






सूत्रों से पता चला की,,,इस्तीफा देने के साथ ही नीतीश कुमार आज फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. नई सरकार में बीजेपी के कोटे से दो नेता उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं.






बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा कदम उठाते हुए रविवार (28 जनवरी) को पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने जेडीयू विधायक दल की बैठक के बाद राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा. इसी के साथ बिहार में आरजेडी, जेडीयू, कांग्रेस और लेफ्ट का गठबंधन टूट गया. अब नीतीश कुमार बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाने <PREV दावा पेश करेंगे.




नई सरकार में नीतीश कुमार ही सीएम रहेंगे.उनके साथ बीजेपी के दो नेता डिप्टी सीएम बनेंगे. डिप्टी सीएम कौन होगा, इसको लेकर सस्पेंस बरकरार है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि सुशील मोदी और रेणु देवी उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं.







नीतीश कुमार नई सरकार में आज ही शाम चार बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते 9 वीं बार होगा जब नीतीश कुमार र्स पद की शपथ लेंगे. सूत्रों ने बताया कि 6 से 8 नेता मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. नई सरकार में जीतन राम मांझी की पार्टी हम भी शामिल होगी. मांझी अपना समर्थन पत्र नीतीश कुमार को सौंपेंगे.







विपक्षी गठबंधन के लिए झटका!


लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार का यह कदम विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. दरअसल, नीतीश कुमार ही इंडिया गठबंधन के सूत्रधार माने जाते हैं. शुक्रवार को ही जेडीयू से जुड़े सूत्रों ने बताया था कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन का संयोजक नहीं बनाए जाने और शेयरिंग में हो रही देरी से नाराज है,






आरजेडी विधायकों की अपील


नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जाने के बीच लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के कई विधायकों ने कहा कि सरकार बनाने के लिए कवायद करनी चाहिए. राज्य में सरकार बनाने के लिए 122 विधायकों की जरूरत है. आरजेडी के पास 115 विधायक हैं.



बिहार में सीटों का समीकरण


बिहार में सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी है. बीजेपी के 78, जेडीयू के 45 और हम के चार विधायक हैं. इन तीनों दलों के विधायकों की कुल संख्या 127 है. सरकार बनाने के लिए 122 सीटों की जरूरत है.




कौन हैं ललित साल्वे, जिन्होंने पिता बनने के लिए तीन बार कराई सर्जरी; म हिला से पुरुष बनने तक ऐसा रहा सफ र

 



सूत्रों से पता चला,,,महाराष्ट्र के पुलिस कांस्टेबल Lalit Salve तीन बार लिंग परिवर्तन कराने के बाद पिता बन गए हैं। हालांकि,उनके लिए महिला से पुरुष बनने का सफर आसान नहीं था,



महाराष्ट्र के बीड जिले में तैनात पुलिस कांस्टेबल ललित साल्वे सुर्खियों में हैं। वे पिता बनने जा रहे हैं। उन्होंने महिला से पुरुष बनने के लिए तीन बार लिंग परिवर्तन सर्जरी कराई। ललित ने 2020 में शादी की। इस साल 15 जनवरी को उनके घर एक बच्चे का जन्म हुआ, जिनका नाम उन्होंने आरुष रखा है। ललित का लिंग परिवर्तन सर्जरी कराने से पहले नाम ललिता था।







'मुझे खुशी है कि मैं भी अब पिता बन गया हूं' ललित साल्वे (36 वर्ष) ने बताया कि एक महिला से पुरुष बनने तक का उनका सफर संघर्षों से भरा रहा है।इस दौरान कई लोगों ने मेरा समर्थन किया। मेरी बीवी का नाम सीमा है।वह एक बच्चा चाहती थी। मुझे खुशी है कि मैं भी अब पिता बन गया हूं।







जून 1988 को हुआ जन्म बता दें कि ललित साल्वे का जन्म जून 1988 में हुआ था। वे 2010 में पुलिस में शामिल हुए। उन्हें बीड जिले के माजलगांव शहर पुलिस स्टेशन में तैनात किया गया। महिला के रूप में जन्मे ललित में साल 2013 में ट्रांस-सेक्सुअल लिंग के लक्षण दिखाई देने लगे थे। उन्होंने महसूस किया कि उनके शरीर में बदलाव हो रहा है।







2017 में छुट्टी के लिए खटखटाया हाई कोर्ट का दरवाजा


ललित ने 2017 में कैरियोटाइपिंग नामक एक आनुवंशिक परीक्षण कराया, जिसमें उनके शरीर में Y गुणसूत्र की उपस्थिति की पुष्टि हुई। इसके बाद उनकी पुरुष के रूप में लिंग पहचान स्थापित हुई। ललित ने नवंबर 2017 में लिंग परिवर्तन सर्जरी कराने के लिए एक महीने की छुट्टी की मांग करते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद उनकी छुट्टी को मंजूर कर लिया गया।








तीन बार कराई सर्जरी


पुलिस कांस्टेबल ललित ने हाईकोर्ट से छुट्टी की मंजूरी मिलने के बाद मुंबई के फोर्ट इलाके में स्थिति सरकारी सेंट जॉर्ज अस्पताल में 2018 और 2020 के बीच तीन बार सर्जरी करवाई।इसके बाद उन्होंने 16 फरवरी 2019 को सीमा से शादी की। कपल को 15 जनवरी को एक बेटे का माता-पिता बनने का सौभाग्य मिला।


ललित ने 30 से अधिक लोगों को दी सलाह ललित की सर्जरी करने वाले डॉक्टर का कहना है कि साल्वे भले ही पिता बन गए हों, लेकिन लिंग परिवर्तन सर्जरी कराने वाले हर शख्स ऐसी उम्मीद नहीं कर सकता।फिलहाल, ललित लिंगपरिवर्तन सर्जरी कराने की इच्छा रखने वालों के लिए मिसाल बन गए हैं। अबतक उन्होंने 30 से अधिक लोगों को सर्जरी कराने की सलाह दी है।






सपा सभासद ने बीजेपी नेता को जड़ा जोरदार थप्पड़, थप्पड़ की गूंज से सियासी माहौल गर्म








सूत्रों से पता चला की,,,जौनपुर।* आलाव का स्थान बदलने के विवाद में सपा सभासद और भाजपा नेता के बीच जमकर बवाल हो गया। बवाल इस कदर बढ़ा कि सपा सभासद ने चेयर मैन के कक्ष में ही भाजपा नेता को जोरदार थप्पड़ जड़ दिया। मौके पर मौजूद लोगो में अफरा तफरी मच गया। थप्पड़ मारने का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल भी हो रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर सभासद को हिरासत में लेकर कोतवाली ले गयी।







 सभासद की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही अन्य सभासदो में आक्रोश व्याप्त हो गया, सभी कोतवाली पहुंच गये। सभासदो ने इस घटना के पीछे चेयर मैन परिवार की मनमानी बताया तथा सभासद की गिरफ्तारी का जिम्मेदार मंत्री गिरीश यादव को ठहराया।






मिली जानकारी के अनुसार नगर पालिका परिषद जौनपुर द्वारा ठण्ड को देखते हुए नगर में आलाव जलवाया रहा है, आलाव की संख्या कम होने से नगर पालिका प्रशासन पर सवालिया निशान भी लग रहा है, नगर पालिका से चंद कदम की दूरी पर स्थित झगडू हलवाई के सामने जलाये जा रहे आलाव का स्थान परिवर्तन को लेकर आज इलाके के सभासद दीपक जायसवाल नगर पालिका परिषद पहुंचे चेयर मैन मनोरमा मौर्या के गैर मौजूदगी में उनके पति राम सूरत मौर्या जन समस्याओं का निस्तारण कर रहे थे। सभासद दीपक ने चेयर मैन पति से अपनी शिकायत दर्ज करा रहे थे इसी बीच कक्ष में मौजूद ख्वाजगी टोला वार्ड के भाजपा अध्यक्ष शिव शंकर साहू टपक पड़े और दीपक से बहस हो गयी।







इसी बीच सपा सभासद दीपक ने एक जोरदार थप्पड़ भाजपा नेता को जड़ दिया। अचानक हुए घटनाक्रम से चेयर मैन के चम्बर में मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। थप्पड़ की गुंज चेयर मैन व अन्य लोगो को हुई तो सभी आक्रोशित होकर सभासद दीपक जायसवाल पर हमला बोलने का प्रयास किया, लेकिन मौके पर मौजूद लोगो ने स्थिति को सम्भाल लिया।






सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर आरोपी दीपक को हिरासत में लेकर कोतवाली ले गयी।दीपक की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही भारी संख्या में सभासद कोतवाली पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। सभासद रेनू पाठक, मुकेश सिंह व जगदीश मौर्या ने इस घटना का जिम्मेदार चेयर मैन के कुनबा पर ठहराया है।सभी भी सभासदो ने आरोप लगाया कि नगर पालिका अध्यक्ष मनोरमा मौर्या के पति अनाधिकृत रूप अपने आपको चेयर मैन प्रतिनिधि बनकर अध्यक्ष के क्षेत्राधिकारी का प्रयोग करते रहते है।

किसान की मौत मामले में गिरफ्तारी की मांग को लेकर चक्काजाम, पुलिस के आश्वासन पर किया अंतिम संस्कार

 


सूत्रों से पता चला,,,घटना अदारी गांव में हुई थी। आरोप है कि ग्राम प्रधान से मामूली बात को लेकर विवाद हुआ था। इसी दौरान झगड़े के बीच ग्राम प्रधाव व उनके परिवार के लोगों ने किसान को धक्का देकर गिरा दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है








जौनपुर जिले के मीरगंज क्षेत्र के अदारी गांव में किसान की मौत के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी न होने को लेकर ग्रामीणों ने गुरुवार को शव बंधवा बाजार में सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया। इस मामले में पुलिस ने बुधवार को आरोपी प्रधान समेत चार परिजनों पर मारपीट व गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस के जल्द गिरफ्तारी के आश्वासन पर परिजन अंतिम संस्कार के लिए माने तब जाकर आवागमन बहाल हुआ






जौनपुर जिले के मीरगंज क्षेत्र के अदारी गांव में किसान की मौत के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी न होने को लेकर ग्रामीणों ने गुरुवार को शव बंधवा बाजार में सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया। इस मामले में पुलिस ने बुधवार को आरोपी प्रधान समेत चार परिजनों पर मारपीट व गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस के जल्द गिरफ्तारी के आश्वासन पर परिजन अंतिम संस्कार के लिए माने तब जाकर आवागमन बहाल हुआ। 






यह है पूरा मामला

अदारी गांव में मंगलवार को किसान विसुन पाल (58) का पड़ोसी प्रधान चंद्रशेन गिरि से पाइप बिछाने को लेकर विवाद हो गया था। आरोप है कि झगड़े के दौरान प्रधान व उनके परिजनों ने किसान को धक्का मार दिया, जिससे वह गिरकर घायल हो गए।घायल की उपचार के लिए ले जाते समय रास्ते में ही मौत हो गई। इससे आक्रोशित परिजनों ने मंगलवार की शाम भी शव सड़क पर रखकर डेढ़ घंटे तक बंधवा बाजार जाम कर दिया था। अधिकारियों के समझाने व कार्रवाई के आश्वासन के बाद ग्रामीण माने तब जाकर आवागमन बहाल हुआ था।








पुलिस ने विसुन पाल की पत्नी की तहरीर पर प्रधान चंद्रशेन गिरि, उनके भाई चंद्रभान गिरि, चंद्रशेखर गिरि, पिता रामआसरे गिरि पर मारपीट व गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।शव पोस्टमार्टम से आने के बाद व मुकदमा दर्ज होने के 24 घंटे बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर ग्रामीणों ने गुरुवार की सुबह 11.30 बजे फिर शव को सड़क पर रखकर बंधवा बाजार में जाम लगा दिया। 






सूचना मिलने पर मुंगराबादशहपुर, पंवारा, मीरगंज पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वास दिया।जिसके बाद आधे घंटे बाद जाम खुल सका।फिर ग्रामीण शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर रवाना हुए। 


क्या कहती है पुलिस

इस बाबत प्रभारी निरीक्षक मीरगंज देवानंद रजक ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजन व ग्रामीणों ने पुन: बंधवा बाजार में चक्काजाम कर दिया। जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद आवागमन बहाल कराया गया।

ईरान ने की 'सर्जिकल स्ट्राइक' तो भड़का पाकिस्तान, गंभीर अंजाम की दी चेतावनी, बोला- 2 बच्चों की हुई मौत

 


सूत्रों से पता चला,,,ईरान की ओर से बलूचिस्तान में हुए हमलों की पाकिस्तान ने कड़ी निंदा की है।इस हमले में दो चार बच्चों की मौत हो गई।जबकि तीन बच्चे घायल हो गए।पाकिस्तान ने इस हमले को अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताया है.





नई दिल्ली. ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान के बलूचिस्तान में वाणिज्य दूतावास पर हवाई हमले का दावा किया था। पाकिस्तान ने भी की हमलों की पुष्टि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस हमले की कड़ी निंदा की है।





विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स इस में लिखा गया, 'प्रशांत ईरान द्वारा हवा ऐप डाउनलोड करें क्षेत्र के अकारण का उल्लंघन और विदेशी क्षेत्र के एपिसोड में निंदा की गई है। इस के जबकि जीवित दो मासूम बच्चों की मृत्यु हो गईतीन लड़कियाँ घायल हो गईं।पाकिस्तान की संप्रभुता का यह उल्लंघन पूरी तरह सेअस्वीकार्य,है इसके और भी गंभीर परिणाम हो सकते हैं!


मशहूर शायर मुनव्वर राना का रविवार (14 जनवरी) को निधन हो गया




राना का रविवार (14 जनवरी) को निधन हो गया. लंबे समय से उनका इलाज चल रहा था,


शायर मुनव्वर राना का रविवार (14 जनवरी) को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह 71 वर्ष के थे. उन्होंने लखनऊ के पीजीआई में अंतिम सांस ली. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज चल रहा था,मुनव्वर राना को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था. पीजीआई से दो दिन पहले वह लखनऊ में ही मेदांता अस्पताल में भर्ती थे. जानकारी के मुताबिक, मुनव्वर राना को क्रोनिक किडनी बीमारी की समस्या थी और हफ्ते में तीन बार उन्हें डायलसिस से करारना पड़ता था. पिछले दिनों निमोनिया भी हुआ था.

मां' पर कविता को लोगों ने खूब पसंद किया






मुनव्वर राना का जन्म 26 नवंबर 1952 को उत्तर प्रदेश के रायबरेली में हुआ था. उर्दू खासकर उनकी गजलों के लिए व्यापक रूप से पहचाना गया. वह अक्सर हिंदी और अवधी शब्दों का इस्तेमाल करते थे, जो भारतीय श्रोताओं को काफी पसंद आता था. उनकी सबसे प्रसिद्ध कविता 'मां' है, जो गजल शैली में मां के गुणों का वर्णन करती है.






असहिष्णुता के मुद्दे पर लौटाया था पुरस्कार

मुनव्वर राना को साहित्य अकादमी पुरस्कार और माटी रतन सम्मान से सम्मानित किया गया था. असहिष्णुता के मुद्दे पर उन्होंने पुरस्कार लौटा दिया था. उनके अन्य पुरस्कारों में अमीर खुसरो पुरस्कार, मीर तकी मीर पुरस्कार, गालिब पुरस्कार, डॉ. किर हुसैन पुरस्कार और सरस्वती सम्पन  पुरस्कार शामिल हैं. उनकी रचनाओं का कर भाषाओं में अनुवाद किया गया है.





मुनव्वर राना का अधिकांश जीवन कोलकाता में बीता. उन्होंने भारत और विदेशों में मुशायरों में उपस्थिति दर्ज कराई. उनकी बेटी सुमैया समाजवादी पार्टी की सदस्य हैं.

लाइव शो के दौरान न्यूज एंकर मेहदी हसन चैनल छोड़कर चले गए



सूत्रों से पता चला,,,अमेरिकी न्यूज नेटवर्क एमएनएनबीसी के मुस्लिम न्यूज एंकर मेहदी हसन ने लाइव शो के दौरान चैनल को अलविदा कह दिया। विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केबल न्यूज होस्ट मेहदी हसन ने रविवार को अपने शो के अंत में कहा कि वह अन्य अवसरों की तलाश में चैनल छोड़ रहे हैं। अमेरिकी समाचार नेटवर्क एमएसएनबीसी ने कथित तौर पर गाजा में बढ़ते तनाव के कारण नवंबर में मुस्लिम एंकर द महदी हसन शो को निलंबित कर दिया था,






हालांकि मेहदी हसन को एक राजनीतिक विश्लेषक भी कहा गया था। और चैनल के साथ एंकर के रूप में ऐसा करना जारी रखेंगे। मेहदी हसन ने कहा कि इस शो के खत्म होने के बाद, मैंने फैसला किया है कि अब एक नई चुनौती की तलाश करने का समय है। आज रात न केवल मेहदी हसन शो का मेरा आखिरी एपिसोड है, बल्कि यह चैनल के साथ मेरा आखिरी एपिसोड भी है। यह दिन है , मैंने पद छोड़ने का फैसला कर लिया है।

यूपी के इस शख्स ने चांद पर खरीदी जमीन, आपको भी खरीदनी है तो जानिए पूरी प्रक्रिया और रेट

 

सूत्रों से पता चला,,,


कानपुर....के एक युवक ने चांद पर जमीन खरीदी है. जानिए कैसे हुई इसकी शुरुआत और कहां से आया चांद पर जमीन खरीदने का आइडिया.


अखंड प्रताप सिंह/कानपुर: लोगों का सपना होता है कि वह अपने सपनों का घर बनाएं. व्यक्ति जीवनभर कमाता है ताकि वह अपने लिए खुद का घर खरीद सके. वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जो कुछ अलग करने की चाह रखते हैं. जहां एक और लोग धरती पर अपना घर बनाने के सपने देखते हैं तो कुछ लोग चांद पर अपना आशिर बनाना चाहते हैं. जी हां, कानपुर के एक युवक चांद पर जमीन खरीदी है. जानिए कैसे हुई इसकी शुरुआत और कहां से आया चांद पर जमीन खरीदने का आइडिया.






कानपुर के रहने वाले दीपांशु पांडे एक एनजीओ चलाते हैं और स्वास्थ्य क्षेत्र में व्यापार करते हैं. उन्होंनबताया कि चंद्रयान-3 मिशन के सफल होने के बाद उनके मन में ख्याल आया कि क्यों ना चांद पर जमीन ली जाए. इसके बाद उन्हों ने इंटरनेट पर कई जगह चांद पर जमीन खरीदने के बारे में पता किया. तब उन्हें लूना सोसाइटी इंटरनेशनल के बारे में पता चला. इसके बाद उन्होंने उसके बारे में सब कुछ पता किया और इसके लिए आवेदन किया. जिसके बाद पूरी प्रक्रिया में 2 से 3 महीने का वक्त लगा. इसके बाद जाकर वह चांद पर एक एकड़ जमीन खरीद पाए. इसके लिए उन्हें 83 डॉलर रुपए का भुगतान करना पड़ा. भारतीय मुद्रा में इसका मूल लगभग ₹8000 है.




कई बॉलीवुड सेलिब्रिटी ले चुके हैं जमीन


चांद पर अब तक कई बॉलीवुड हस्तियां भी जमीन ले चुकी है. जिसमें बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान और बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह राजपूत शामिल है.वहीं दीपांशु ने बताया कि उन्हें 15 नंबर मिला है. इसके साथ भी उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर बिहार समेत कई राज्यों के लोग यहां पर जमीन खरीद चुके हैं.




मिले चांद पर जमीन खरीदने के दस्तावेज


जमीन के लिए  कई दस्तावेज दिए गए हैं. जिसमें सर्टिफिकेट शामिल है. जिसमें उनकी जगह को सर्टिफाइड किया गया है कि किस जगह पर चांद में उनकी जगह है. उन्होंने बताया कि उनकी जगह ड्रीम्स आफ लेक पर है. उन्होंने बताया कि लोगों को लगता है कि चांद पर जमीन लेना बेहद महंगा होगा. जिस वजह से कोई ध्यान ध्यान नहीं देता है जबकि ऐसा नहीं है.




अगर आपको भी लेनी है तो ऐसे करें आवेद


अगर आप भी चांद पर जमीन लेने का मन बना रहे हैं तो आप भी इंटरनेट पर जाकर लूना सोसायटी इंटरनेशनल की वेबसाइट पर इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. यहां पर आपको इससे जुड़ी सारी जानकारी मिल जाएगी. इसके साथ ही इसकी प्रक्रिया पूरे होने में लगभग 2 से 3 महीने का समय लगता है. X


उत्तर कोरिया ने दक्षिण के द्वीपों की ओर तोप के गोले दागे, जिससे लोगों को जगह खाली करनी पड़ी


सूत्रों से खबर मिली की,,,

दक्षिण कोरिया ने इस कदम की निंदा करते हुए इसे 'उकसावे की कार्रवाई' बताया है, जिससे तनाव बढ़ता है और कोरियाई प्रायद्वीप में शांति को खतरा है।

समाचार

उत्तर कोरिया ने दक्षिण के द्वीपों की ओर तोपखाने दागे, जिससे लोगों को जगह खाली करनी पड़ी दक्षिण कोरिया ने इस कदम की निंदा करते हुए इसे उकसावे की कार्रवाई' बताया है, जिससे तनाव बढ़ता है और कोरियाई प्रायद्वीप में शांति को खतरा है।



मछली पकड़ने वाली नावें उत्तर कोरियाई तट के पास जाती हैं जैसा कि पीले सागर के विवादित जल के पास दक्षिण कोरिया नियंत्रित द्वीप येओनपयोंग से देखा जाता है,उत्तर कोरिया ने तनावपूर्ण समुद्री सीमा के पास और दो दक्षिण कोरियाई द्वीपों की ओर समुद्र में 200 से अधिक राउंड तोपखाने के गोले दागे, जिसे सियोल ने उकसावे की कार्रवाई कहा और लाइव फायर ड्रिल के साथ जवाब दिया।





विवादित उत्तरी सीमा रेखा (एनएलएल) की ओर लाइव राउंड फायर करने से पहले शुक्रवार को एक्सचेंज ने दक्षिण कोरिया के दो सुदूर द्वीपों - येओनप्योंग और बेंगनीओंग के निवासियों को सियोल की सेना के निर्देश पर बम आश्रयों में खाली करने के लिए प्रेरित किया।




दशीद कोरियाई ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के प्रवक्ता ली सुंग-जून ने कहा, प्योंगयांग की आग से कोई नुकसान नहीं हुआ, उन्होंने कहा कि सभी गोले समुद्री सीमा के उत्तरी किनारे पर गिरे।





दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री शिन वोन-सिक ने फायरिंग अभ्यास की निगरानी करते हुए कहा,यह उकसावे की कार्रवाई है जो तनाव बढ़ाती है और कोरियाई प्रायद्वीप पर शांति को खतरे में डालती है।





आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने बताया कि उत्तर कोरिया ने कहा कि उसकी रक्षात्मक तटीय इकाइयों ने हाल के दिनों में दक्षिण कोरिया के सैन्य गैंगस्टरों की सैन्य कार्रवाइयों की स्वाभाविक प्रतिक्रिया के रूप में 192 राउंड फायरिंग की।


अगर सियोल ने उत्तेजक कदम उठाना जारी रखा तो इसने अभूतपूर्व कड़ी प्रतिक्रिया की भी धमकी दी।



सियोल में राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सेना संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ समन्वय में स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है।





मंत्रालय ने कहा, दो द्वीपों पर आधारित समुद्री ब्रिगेडों ने जबरदस्त परिचालन प्रतिक्रिया का प्रदर्शन करते हुए एनएलएल के दक्षिण में समुद्र में गोलीबारी की।इसके अभ्यास में मशीनीकृत तोपखाने और टैंक शामिल थे।रोध पर निवासियों को बम आश्रयों में जाने के लिए कहा गया था।येओनपयोंग के पश्चिम में और समुद्री सीमा के पास स्थित बेंगनीओंग द्वीप के निवासियों को भी खाली करने का निर्देश दिया गया था,जैसा कि एक गांव के अधिकारी ने पुष्टि की थी।






केसीएनए के अनुसार,उत्तर कोरिया ने कहा कि उसके अभ्यास का द्वीपों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा, सियोल के दावों को जनता की राय को गुमराह करने का प्रयास बताया गया।1990 के दशक से, प्योंगयांग ने एनएलएल पर विवाद किया है जो 1950-1953 के कोरियाई युद्ध के अंत में तैयार किया गया था - यह तर्क देते हुए कि इसे दक्षिण में दूर होना चाहिए।





2010 में, उत्तर कोरियाई तोपखाने ने येओनप्योंग को निशाना बनाया, जिसके परिणामस्वरूप नागरिकों सहित कई लोग हताहत हुए।प्योंगयांग ने दावा किया कि वह सियोल के लाइव-फायर अभ्यास से उकसाया गया था जिसने उसके क्षेत्रीय जल में गोले गिराए थे।


चीन ने किया 'संयम' का आह्वान

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा, "मौजूदा स्थिति में, हम आशा करते हैं कि सभी संबंधित पक्ष शांति और संयम बनाए रखेंगे, तनाव बढ़ाने वाले कार्यों से बचें, स्थिति को और अधिक बढ़ने से रोकें और सार्थक बातचीत की बहाली के लिए स्थितियां बनाएं।शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा।



चीन उत्तर कोरिया का प्रमुख सहयोगी है।


वांग ने कहा, संबंधित पक्षों के बीच टकराव हाल ही में तेज हो गया है और प्रायद्वीप पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।इस सप्ताह,उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने अपनी सेना को आदेश दिया कि यदि दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका सियोल और वाशिंगटन को निशाना बनाते हुए सैन्य टकराव शुरू करते हैं तो वे पूरी तरह से नष्ट कर देंगे।


दोनों कोरिया के बीच संबंध दशकों के तनावपूर्ण संबंधों में सबसे निचले स्तर पर हैं।


उत्तर कोरिया ने हाल ही में अपने परमाणु और सैन्य खतरों को बढ़ा दिया है, नवंबर में अपने तीसरे प्रयास में एक टोही उपग्रह को सफलतापूर्वक लॉन्च किया और दिसंबर में 2023 में तीसरी बार अपनी सबसे उन्नत अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल, ठोस ईंधन ह्वासोंग -18 का परीक्षण किया

यूपी में बीजेपी के एक MLA की विधायकी पर लटकी तलवार, कोर्ट ने सुनाई दो साल की सजा

 


सूत्रों से पता चला,,,

बहराइच से विधायक सुरेश्वर सिंह को दो साल की सजा सुना दी गई है। सुरेश्वर पर 21 साल पहले एसडीएम को धमकी देने का मामला दर्ज किया गया था।दो साल की सजा से उनकी विधायकी पर तलवार लटक गई है।




पिछले ही महीने भाजपा के दुद्धी से विधायक रामदुलार गोंड की विधानसभा सदस्यता रद होने के बाद अब एक और एमएलए की सदस्यता पर तलवार लटक गई है। बहराइच से बीजेपी विधायक सुरेश्वर सिंह को एसडीएम को धमकाने के मामले में अदालत ने दो साल की सजा सुनाई है। विधायक 2500 रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। सुरेश्वर सिंह पर यह मामला 2002 में दर्ज किया गया था। दो या दो से अधिक साल की सजा होने पर जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत विधानसभा की सदस्य चली जाती है। सजा सुनाए जाने के दौरान विधायक कोर्ट में मौजूद नहीं थे। फिलहाल उन्हें अंतरिम जमानत मिल गई है।





हरदी थाने के महसी एसडीएम कार्यालय में दो सितम्बर 2002 को दोपहर लगभग एक बजे तत्कालीन एसडीएम लालमणि मिश्रा एक विवाहिता के अपहरण मामले में बरामदगी के बाद एक माह तक लखनऊ के नारी संरक्षण गृह में रहकर आई युवती का बयान दर्ज कर रहे थे।थाने में युवती के पति की से एफआईआर दर्ज कराई गई थी।विशेष लोक अभियोजक क्रिमिनल महेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि एसडीएम ने अर्दली को कक्ष के दरवाजे पर खड़ा किया था कि कोई व्यक्ति अंदर न आने पाए।



इसी दौरान महसी विधायक सुरेश्वर सिंह जबरन कमरे में घुसे। आरोप है कि उन्होंने एसडीएम से अभद्रता की। बाहर आने पर देख लिए जाने की धमकी दी।जिस पर एसडीएम के मौखिक आदेश पर तत्कालीन व अब रिटायर्ड एसएचओ उमाकांत दुबे ने हरदी थाने में विधायक सुरेश्वर सिंह के विरुद्ध सरकारी कार्य बाधा, धमकी, गाली-गलौज व सेवेन क्रिमिनल लॉ एमेंडमेंट एक्ट में केस दर्ज कराया।




इस मामले में विवेचना के बाद कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई, जिसका कोर्ट ने संज्ञान लिया।नामजद आरोपी विधायक सुरेश्वर सिंह ने आरोप गलत बताते हुए परीक्षण की मांग की। जिस पर कोर्ट में परीक्षण हुआ।इस मामले में गवाह के रूप में सहायक अभिलेख अधिकारी बसंत कुमार सैनी, तत्कालीन एसएचओ उमाकांत दुबे, थानाध्यक्ष हरप्रसाद,उपनिरीक्षक श्याम नारायण राम, एसडीएम लालमणि मिश्र के बयान दर्ज हुए।


इस मामले में शुक्रवार को जज ने बचाव पक्ष व अभि ऐप पर पढ़ें पक्ष से विशेष लोक अभियोजक क्रिमिनल महेन्द्र कुमार सिंह तर्कों को सुना। इसके बाद आरोपी महसी विधायक सुरेश्वर सिंह को दो वर्ष की सजा, ढाई हजार जुर्माना लगाया है। जुर्माना अदा न करने पर सात दिवस का अतिरिक्त कारावास काटना होगा।



यह था मामला


हरदी थाने के एक गांव निवासी युवती पति को छोड़ दूसरे युवक के साथ चली गई थी। युवती के पति ने छह जून 2002 को थाने में अपहरण की एनसीआर दर्ज कराई थी,फिर से वारंट कराया था।पुलिस ने 2 अगस्त 2002 को तत्कालीन एसएचओ उमाकांत दुबे ने युवती को बरामद कर एसडीएम कोर्ट में पेश किया। युवती बालिग थी, उसने पति के साथ न जाकर प्रेमी के साथ जाने की इच्छा जताई थी।




इसके बावजूद युवती की इच्छा के विपरीत उसे नारी निकेतन लखनऊ भेज दिया गया था। दो सितम्बर 2002 को जब उसे नारी निकेतन से एसडीएम कार्यालय लाया गया। तब युवती के पति व प्रेमी पक्ष के लोगों की भारी भीड़ थी। इसी दौरान महसी विधायक जबरन कमरे में घुसे और एसडीएम से अभद्रता की ।





प्रेमिका के घर में प्रेमी को जिंदा जलाया, दो दिन बाद अस्पताल में हुई मृत्यु

 

सूत्रों से पता चला,,

वाराणसी, चोलापुर थाना क्षेत्र के टिसौरा गांव में नववर्ष के दिन प्रेमिका के घर पहुंचे प्रेमी को परिजनों ने पेड़ में रस्सी से बांधकर जिंदा जला दिया।घटना के दो दिन बाद बुधवार को प्रेमी ने शिवपुर स्थित निजी अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।प्रेमिका समेत अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजनों ने हंगामा करते हुए शव लेने से इंकार कर दिया।





शिवपुर पुलिस ने परिजनों को समझाते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भिजवाया। उधर, मां की तहरीर पर चोलापुर पुलिस ने प्रेमिका समेत सात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। प्रेमी के परिजनों का आरोप है कि मुकदमा दर्ज करने के लिए पुलिस ने 72 घंटे का समय ले लिया।पूरा मामला जौनपुर के चंदवक थाना क्षेत्र के पतरही कोपा निवासी शुभम सेठ (26) गाजीपुर के खानपुर थाना क्षेत्र के मौधा में आभूषण की दुकान चलाता था।सारनाथ के आशापुर के अकथा में भी आभूषण की दुकान का संचालन करता था। इस दौरान चोलापुर के टिसौरा निवासी युवती रितिका से प्रेम हो गया।






पिछले पांच-छह वर्ष से दोनों एक दूसरे को जानते थे। इसकी भनक प्रेमिका के परिजनों को भी थी। मृतक की मां किरन देवी के अनुसार नए वर्ष के दिन रितिका के पिता रामअवतार ने शादी की बातचीत के लिए शुभम को अपने घर बुलाया।आरोप है कि शाम को छह बजे शुभम जब टिसौरा पहुंचा तो उसे रितिका के पिता रामअवतार, चाचा अन्य परिजनों ने पेड़ में रस्सी से बांधकर पहले मारा पीटा और फिर पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा दी।रस्सी जलने के बादछटपटाते हुए बाहर भागा था युवकरस्सी जलने के बाद शुभम छटपटाते हुए बाहर भागा और यह देख लोगों ने चोलापुर पुलिस को सूचना दी।






90 फीसदी झुलसे शुभम को पुलिस ने मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा में भर्ती कराया।हालत नाजुक होने पर उसे शिवपुर भरलाई स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान सुबह सात बजे शुभम ने दम तोड़ दिया।मौत से आक्रोशित परिजनों ने शव लेने से इंकार करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। शिवपुर थाना प्रभारी रविशंकर त्रिपाठी फोर्स के साथ पहुंचे और परिजनों को समझाया बुझाया। मृतक की मां ने पुलिस पर लगाया कार्रवाई न करने का आरोपमां किरन देवी का आरोप है कि चोलापुर पुलिस ने आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की।बेटे ने दम तोड़ा तब आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। चोलापुर थाना प्रभारी परमहंस गुप्ता ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपी रितिका यादव, पिता रामअवतार यादव, मां राधिका देवी,चाचा रामअवध यादव, चाची वंदना, बहन नीतू यादव समेत अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है

ईरान ने बहरे अहमर में एक युद्धपोत तैनात किया है

 




तेहरान (एजेंसियां) इजरायल-हमास युद्ध के कारण क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच ईरान ने लाल सागर में एक नौसैनिक जहाज तैनात किया है। ईरानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यमन के हौथी लड़ाकों के मारे जाने के एक दिन बाद सोमवार को ईरानी नौसेना के 94वें बेड़े के युद्धपोत के रूप में कार्यरत अल्बोर्ज़ विध्वंसक ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बाब अल-मंदब जलडमरूमध्य को पार कर लाल सागर में प्रवेश कर लिया है।





अमेरिका ने घोषणा की है कि यूएसएस गेराल्ड फोर्ड को संयुक्त राज्य अमेरिका में वापस ले लिया जाएगा। व्यापारी जहाजों पर मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद शिपिंग कंपनियों को अपना रास्ता बदलने के लिए मजबूर होने के बाद, संयुक्त राज्य अमेरिका ने दिसंबर की शुरुआत में लाल सागर में एक बहु-राष्ट्रीय अभियान शुरू किया।





एक नौसैनिक टास्क फोर्स की भी स्थापना की गई है। इंटरनेशनल चैंबर ऑफ शिपिंग के अनुसार विश्व व्यापार का 12 प्रतिशत हिस्सा लाल सागर यानी स्वेज नहर से होकर गुजरता है।





ईरान की ओर से यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण जलमार्ग पर तनाव काफी बढ़ गया है. गौरतलब है कि ईरान की नौसेना शिपिंग लेन सुरक्षित करने, समुद्री डाकुओं को खदेड़ने और अन्य उद्देश्यों के लिए 2009 से इस क्षेत्र में काम कर रही है। दूसरी ओर, गाजा में युद्ध और क्षेत्र की स्थिति को देखते हुए, संयुक्त राज्य अमेरिका ने अपने सबसे बड़े विमान वाहक बेड़े को मार डाला।




अफ्रीका के माध्यम से एक शॉर्टकट प्रदान करता है गौरतलब है कि दो दिन पहले अमेरिकी नौसेना के हेलीकॉप्टरों ने यमन से एक मालवाहक जहाज पर चढ़ने की कोशिश कर रहे हौथी विद्रोहियों पर गोलीबारी की थी, जिसमें हौथी विद्रोहियों के 10 लड़ाके मारे गए थे.

हार्ट अटैक से मौतों का सिलसिला जारी, लोगों में खौफ

 



सूत्रों से पता चला की,,,,

प्रिंस अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेल रहा था, इसी दौरान उसे प्यास लगी तो वह पानी पीने गया और जैसे ही उसने पानी पिया, उसे दिल का दौरा पड़ गया. वह बेहोश हो गया।दोस्तों ने उसे होश में लाने की कोशिश की लेकिन वह होश में नहीं आया और एक निजी डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर के मुताबिक उनकी मौके पर ही मौत हो गई.एक जनवरी 2024 को सुबह 11 बजे मोहल्ला दरबार कलां के माजिद हुसैन (55) की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।इस तरह की मौतों से जिले में लोग दहशत में हैं. सीएमओ डॉ. एसपी सिंह ने कहा कि सर्दियों में दिल और पीपी की बीमारियां बढ़ जाती हैं, इसलिए थोड़ी सी भी घबराहट या बेचैनी महसूस होने पर अपने डॉक्टर से सलाह लें और ठंड से बचें,रात में पूरी नींद लें- जरूरी हो तो खासकर घर से बाहर न निकलें बुजुर्ग लोग रहें सावधान.






अमरोहा (डॉ. मेहताब) जिले के अमरोहवी में दिल की बीमारी से होने वाली मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, जिससे लोगों में दहशत बढ़ती जा रही है। खासकर युवाओं की मौत से लोग डरे हुए हैं।यह सिलसिला 18 दिसंबर से शुरू हुआ था।नावेद असगर शहर के मोहल्ला लकड़ा निवासी 35 वर्षीय पत्रकार की घर पर नमाज पढ़ते समय दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। गोवा।मौत हुई या नहीं।18 दिसंबर को हसनपुर के गांव झोरा निवासी वकील धीरज जिंदल (38) की मौत हो गई।








जब वह अपने खेत पर काम कर रहा था.22 दिसंबर को मंडी धनौरा के गांव चौखट में किसन सिंह (42) की उनके घर पर दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।24 दिसंबर को,भाजपा नेता चैन (65) की दिल का दौरा पड़ने से अमरोहा में मृत्यु हो गई, जब वह एक बैठक में भाग ले रहे थे।27 दिसंबर को दरबार कलां खलील अहमद (45) की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।28 दिसंबर को उमैर खान (35) की भी दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई, जबकि 30 दिसंबर को हसनपुर में 6 लोगों की मौत हो गई.

रूस-यूक्रेन युद्ध: प्रमुख घटनाओं की सूची, दिन 677

रूस ने पूरे यूक्रेन में ड्रोन और मिसाइल हमलों की एक नई लहर शुरू की, जिसमें पूर्वोत्तर शहर खार्किव पर छह मिसाइलों के हमले के बाद कम से कम 28 लोग घायल हो गए। रूस ने कहा कि यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर पर हमला सीमा से दूर रूसी शहर बेलगोरोड पर घातक यूक्रेनी हवाई हमले का प्रतिशोध था। मॉस्को ने सैन्य कमांडरों और विदेशी भाड़े के सैनिकों के साथ-साथ क्षेत्र के लिए यूक्रेनी सुरक्षा सेवा के मुख्यालय वाले एक होटल को निशाना बनाया।खार्किव शहर के अधिकारियों ने कहा कि मिसाइलों ने आवासीय भवनों, होटलों और चिकित्सा सुविधाओं पर हमला किया, जबकि ड्रोन ने आवासीय भवनों पर हमला किया।






यूक्रेन की वायु सेना ने कहा कि उसने अपने नवीनतम हमले में रूस द्वारा दागे गए 49 ईरानी निर्मित शहीद ड्रोनों में से 21 को नष्ट कर दिया, इसमें कहा गया है कि अधिकांश का लक्ष्य अग्रिम पंक्ति और खार्किव, खेरसॉन,मायकोलाइव और ज़ापोरिज़िया क्षेत्रों के कुछ हिस्सों को निशाना बनाना था।

अलग से, खार्किव क्षेत्रीय गवर्नर ओलेह सिनीहुबोव ने कहा कि जब रूसी सेना ने अग्रिम पंक्ति के पास एक गांव पर गोलाबारी की तो तीन लोग मारे गए।





इस बीच, क्षेत्रीय गवर्नर ऑलेक्ज़ेंडर प्रोकुडिन के अनुसार, दक्षिणी यूक्रेन के शहर खेरसॉन में रूसी गोलाबारी में एक 14 वर्षीय लड़के की मौत हो गई और 9 वर्षीय लड़के को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया।


राजनीति और कूटनीति





यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने अपने नए साल के संबोधन में देश को एकजुट करने की कोशिश करते हुए एक आशावादी नोट मारा। उनके कीव कार्यालय से 20 मिनट के वीडियो संदेश में 1,000 किमी (600 मील) की अग्रिम पंक्ति की स्थिति या जून में शुरू किए गए जवाबी हमले की सीमित सफलता का लगभग कोई सीधा संदर्भ नहीं था। न ही इसने कीव के सामने आने वाली राजनीतिक और कूटनीतिक चुनौतियों का उल्लेख किया क्योंकि वह अपने सहयोगियों से निरंतर सैन्य और अन्य सहायता प्राप्त करना चाहता है। इसके बजाय, ज़ेलेंस्की ने रूस की आक्रामकता के सामने यूक्रेनी लोगों की ताकत और एकता पर जोर दिया और काला सागर में रूसी नौसेना के खिलाफ सफलताओं का हवाला दिया। उन्होंने वादा किया कि यूक्रेन 2024 में रूसी सेनाओं पर क्रोध बरसाएगा।





अपने नए साल के संबोधन में, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने केवल आक्रमण का संदर्भ दिया, और सच्चाई और न्याय की लड़ाई में अग्रिम पंक्ति में रूस के सैनिकों की नायक के रूप में प्रशंसा की। उन्होंने कठिन कार्यों का सामना करने के लिए रूसियों के बीच एकता का भी आह्वान किया और रूसी नागरिकों की एकजुटता, दया और धैर्य की सराहना की। चार मिनट का पूर्व-रिकॉर्ड किया गया वीडियो रूस के 11 समय क्षेत्रों में से प्रत्येक में आधी रात से ठीक पहले प्रसारित किया गया था।

कानपुर में सर्दी से कांपा तो जलती चिताओं के बीच सो गया शख्स, मचा हड़कंप







सूत्रों से पता चला की,,,

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक शख्स सर्दी से कांपा तो जलती चिताओं के बीच सो गया। नजारे का वीडियो वायरल हुआ तो अफसरों में हड़कंप मच गया।


कानपुर में सर्दी से एक शख्स कांपा तो श्मसान घाट की जलती चिताओं के बीच सो गया। भैरो घाट में देर रात दो बजे के नजारे का वीडियो वायरल हुआ तो अफसरों में हड़कंप मच गया। नौगाड़ियों से अफसरों का काफिला भैरो घाट पहुंचा और उस अधेड़ की तलाश में जुट गया। दोपहर दो बजे के बाद अफसरों ने तब चैन की सांस ली जब घाट की सीढ़ियों से हूबहू उसी काठी का शख्स आता दिखा जो वायरल वीडियो में नजर आ रहा  था।तस्दीक से यह स्पष्ट हो गया कि यही अधेड़ रात में जलती चिताओं के बीच सो रहा था। पूछताछ में पता चला कि अधेड़ का नाम प्रवीन शंकर (48) है।

पुराना मकान 1 करोड़ से अधिक कीमत का


एडीएम न्यायिक सूरज यादव संग अपर नगर आयुक्त एवं अन्य अफसरों श्मशान में लेटने की वजह पूछी। प्रवीण शंकर ने बताया कि चिताओं के बीच वह करीब 20 साल से लेट रहे हैं। वह वहीं रहते हैं। घाट और मंदिर आने वाले लोग उन्हें जो कुछ दे देते हैं वह उसी से अपना गुजारा करते हैं। वहां से प्रवीण को उसके पुराना कानपुर स्थित आवास लाया गया। जहां बरस ताला बंद पड़ा था। बंद पड़े मकान को देखकर अफसर अवाक रह गए। हकीकत यह है कि पुराना कानपुर में बैराज के पास स्थित प्रवीण शंकर के इस मकान की कीमत लगभग 1 करोड़ से अधिक ही होगी।



पिता अंग्रेज फौज में थे, मां की भी हो चुकी मौत


प्रवीण शंकर दुबे ने बताया कि उनके पिता प्रेम शंकर ब्रिटिश इंडियन रॉयल आर्मी में वर्ष 1944 में भर्ती हुए थे। उनकी मौत हो चुकी है।मां की मौत तो काफी पहले हो चुकी थी। उन्हें बड़े भाई विजय शंकर दुबे की याद हैं।विजय की भी वर्ष 2008 में मौत हो गई। भाई की पत्नी चार बेटियों व एक बेटे को लेक कहीं चली गई।इसके बाद से प्रवीण शंकर दिमागी रूप से बीमार हो गए।




एमए पास हैं प्रवीण, बच्चों को देता था,ट्यूशन मानसिक रूप से विक्षिप्त प्रवीण शंकर इन दिनों भले ही भिखारियों जैसे दिखने लगे हों मगर वह पोस्ट ग्रेजुएट हैं।उन्होंने बताया कि बीएसएसडी कॉलेज से समाज शास्त्र से एमए करने के बाद वह मोहल्ले में कोचिंग क्लास चलाते थे।वर्ष 2007 के आसपास उनकी कोचिंग का मोहल्ले में बहुत नाम था। पड़ोसी कृष्ण कुमार गुप्ता बताते हैं प्रवीण एक संभांत परिवार से हैं लेकिन माता-पिता और फिर भाई की ऐप पर पढ़ें दिमागी संतुलन खो बैठे और भिक्षावृत्ति कर जीवन यापन करने लगे।




घर में रहने को कहा अफसरों को बताए अधिकार


अधिकारियों ने प्रवीण से बातचीत कर उन्हें श्मशान के बजाए घर पर ही आराम करने को कहा तो वह भड़क उठे । संविधान के अनुच्छेदों के अनुसार घूमने-फिरने और रहने की स्वतंत्रता के बारे में बताया। अफसरों के सामने ताबड़तोड़ कानूनी धारा के बारे में बताने लगे। फर्राटेदार अंग्रेजी में नागरिक के अधिकार का ज्ञान कराया। यह कहा कि श्मसान में चिताओं के बीच लेटना अपराध की श्रेणी में नहीं आता।










ट्रेंचर मशीन से हो रही थी नाले की खुदाई, अचानक आई अजीब सी आवाज, फिर जो मिला..

 


सूत्रों से पता चला की,,,अंबेडकरनगर जिले के बरामदपुर जरियारी गांव में हर घर नल योजना के अंतर्गत ट्रेंचर मशीन से पानी की पाइप लाइन बिछाने का कार्य चल रहा था. इसी दौरान अजीब सी आवाज आई. फिर सामने का मंजर देखकर ड्राइवर और मजदूर हैरान रह गए.







उत्तर प्रदेश के अम्बेडकर नगर जनपद में प्राचीन काल के सिक्के मिले हैं. सिक्कों को देखने के लिए स्थानीय लोगों की भीड़ एकत्र हो गई.सिक्के देखने में सफेद रंग और गोल्डन रंग के हैं.अनुमान लगाया जा रहा है कि सिक्के चांदी के हो सकेते हैं. महरुआ थाना क्षेत्र के बरामदपुर जरियारी गांव में नाले के लिए खुदाई के दौरान प्राचीन काल के 49 सिक्के मिले. सूचना मिलते ही लोगों की भीड़ इकठ्ठा होने लगी. बताया जा रहा है कि ये सिक्के 300 साल पुराने है. सिक्के मिलने की सूचना पर महरुआ थाने के पुलिस मौके पर पहुंची और अभिरक्षा में लेकर इसकी आगे की जांच के लिए एसडीएम को सौंप दिए.






थाना अध्यक्ष महरुआ विजय प्रताप तिवारी ने बताया कि सूचना पर सिक्कों को अभिरक्षा में लिया गया है, और जरूरी लिखा-पढ़ी करके एसडीएम को सौंप दिया गया है.आगे की कार्रवाई उन्हीं के स्तर पर होगी. सिक्कों की प्राचीनता के बारे में अभी कोई सटीक आकलन सामने नहीं आया है. सिक्का किस धातु का बना है,इसकी भी जांच कराई जाएगी.


भारतीय नौसैनिक अधिकारियों की मौत की सज़ा हुई कम, कतर

सूत्रों से पता चला की,,,भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि कतर की अदालत ने आठ पूर्व भारतीय नौसैनिक अधिकारियों की मौत की सज़ा को कम कर दिया है।





मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि सजाएं कम कर दी गई हैं,लेकिन यह नहीं बताया गया कि उन्हें किस नए दंड का सामना करना पड़ेगा।न तो कतर और न ही भारत ने पुरुषों के खिलाफ विशिष्ट आरोपों का खुलासा किया है।एफटी और रॉयटर्स ने अज्ञात स्रोतों का हवाला देते हुए रिपोर्ट दी है कि इन लोगों पर इज़राइल के लिए जासूसी करने का आरोप लगाया गया था।


भारत में इज़राइल दूतावास के एक प्रवक्ता ने यह कहते हुए टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि यह "इज़राइली मामला नहीं है,भारत के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा, "इस मामले की कार्यवाही की गोपनीय और संवेदनशील प्रकृति के कारण, इस समय कोई और टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।"


इंडियन एक्सप्रेस अखबार ने शुक्रवार को बताया कि कैद किए गए अधिकारियों के परिवारों ने कहा कि वे उनकी सजा कम करने के लिए कतर की शीर्ष अदालत में अपील करेंगे।अक्टूबर में,भारत ने कहा कि इन लोगों को मौत की सज़ा सुनाए जाने के बाद उसे गहरा सदमालगा। बाद में इसने अदालत के फैसले के खिलाफ अपील दायर की।


पिछले साल इन लोगों की गिरफ़्तारी भारत में पहले पन्ने की सुर्खियाँ बनी, लेकिन उनके ख़िलाफ़ आरोपों के बारे में बहुत कम पुष्टि की गई जानकारी है - अदालत के आदेश को सार्वजनिक नहीं किया गया है।


भारत सरकार ने कहा है कि आठ लोग अल दहरा नामक एक निजी कंपनी के कर्मचारी थे, लेकिन व्यापक रूप से उनके भारतीय नौसेना के पूर्व कर्मी होने की सूचना मिली है। पिछले साल संसद में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इन्हें देश का 'पूर्व सैनिक' बताया था. कुछ लोगों के परिवारों ने भी स्थानीय मीडिया को नौसेना में उनकी पहचान और पृष्ठभूमि की पुष्टि की है।




इस महीने की शुरुआत में, कतर में भारत के राजदूत ने जेल में बंद लोगों से मुलाकात की।गुरुवार को, भारत ने कहा कि उसके राजदूत और अन्य अधिकारी सुनवाई के दौरान कतर की अपील अदालत में पुरुषों के परिवार के सदस्यों के साथ मौजूद थे।




मंत्रालय के बयान में कहा गया है, "विस्तृत फैसले की प्रतीक्षा है।हम अगले कदम पर निर्णय लेने के लिए कानूनी टीम के साथ-साथ परिवार के सदस्यों के साथ भी संपर्क में हैं।कतर ने भारत के पूर्व नौसेना अधिकारियों की मौत की सजा को कम कर दिया

मोबाइल ऐप धोखाधड़ी: जांच एजेंसी ने ₹ 278 करोड़ से अधिक मूल्य की नई संपत्तियां कुर्क कीं

 

सूत्रों से पता चला,मनी-लॉन्ड्रिंग का मामला भोले-भाले निवेशकों को धोखा देने के आरोप में नागालैंड के कोहिमा में साइबर अपराध पुलिस स्टेशन द्वारा अक्टूबर 2021 में दर्ज की गई एफआईआर से उपजा है।






नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को कहा कि उसने चीन से जुड़े लोगों सहित विभिन्न संस्थाओं की 278 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की है। मोबाइल फोन-आधारित ऐप एचपीजेड टोकन के माध्यम से निवेशकों की कथित धोखाधड़ी पर लॉन्डरिंग जांच।

ईडी ने पहले मामले में 176.67 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी।






मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत विभिन्न व्यक्तियों और चीनी-लिंक्ड सहित शेल (डमी) संस्थाओं से संबंधित 278.71 करोड़ रुपये मूल्य की चल और अचल संपत्तियों के रूप में अपराध की आय को अस्थायी रूप से संलग्न करने के लिए एक आदेश जारी किया गया है। केंद्रीय एजेंसी ने एक बयान में कहा, शेल इकाइयां, जो कथित तौर पर निवेशकों को सैकड़ों करोड़ रुपये का चूना लगाने में शामिल पाई गईं।




मनी-लॉन्ड्रिंग का मामला अक्टूबर 2021 में नागालैंड के कोहिमा में साइबर अपराध पुलिस स्टेशन द्वारा भोले-भाले निवेशकों को धोखा देने के आरोप में दर्ज की गई एफआईआर से उपजा है, जिन्हें बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टो मुद्राओं के खनन के उद्देश्य से पैसा निवेश करने पर खगोलीय रिटर्न का वादा किया गया था। यह जोड़ा गया.कथित तौर पर इस उद्देश्य के लिए "एचपीजेड टोकन" ऐप का इस्तेमाल किया गया था।





डमी निदेशकों/मालिकों वाली विभिन्न शेल संस्थाओं द्वारा विभिन्न बैंक खाते और मर्चेंट आईडी केवल अवैध ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी और बिटकॉइन खनन के लिए निवेश के लिए धोखाधड़ी से प्राप्त धन का प्रतिनिधित्व करने वाले अपराध की आय के रोटेशन/लेयरिंग के उद्देश्य से खोले गए थे।







ईडी ने आरोप लगाया, 57,000 रुपये के निवेश पर तीन महीने तक प्रतिदिन 4,000 रुपये का रिटर्न देने का वादा किया गया था, लेकिन पैसे का भुगतान केवल एक बार किया गया और उसके बाद नए फंड की मांग की गई।एजेंसी ने कहा कि अब तक, मामले में ईडी द्वारा रोकी गई अपराध की कुल आय ₹ 455.37 करोड़ है।



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