घर से बाहर निकलें तो सिर ढाप कर निकलें, ब्रेन स्ट्रोक का खतरा कम हो जाएगा
अधिक गर्म पानी या अधिक ठंदे पानी से में भी फालीज का खतरा बढ़ जाता है।
पटना (आईएनएन) : बर्फ़ीला तूफ़ान के कारण विभिन्न पर्वतों में अधिकतम तापमान 13 से 15 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। कार या बंद रूम में सुपरमार्केट का तापमान 25/डिग्री सेल्सियस तक जाता है। ऐसे में जब कोई जरूरी काम हो तो बिना सिर को ऊनी टोपी या मफलर से फैशनेबल या कम कपड़े में आउटलुक ब्रेन स्ट्रोक का बड़ा बन रहा है। इसी तरह ठंडे या बहुत गर्म पानी से भी इंस्टीट्यूट में स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोग, विशेष रूप से जो लोग बीपी, मधुमेह, हृदय रोग, अधिक वजन और मोटापा के लिए आहार लेते हैं, उनमें स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है। ये बातें आईजीआईएमएस के न्यूरोमेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार एवं पी.आई.एन.ओ.जी.ओ. के न्यूरो विशेषज्ञ डॉ. गंजन कुमार ने कहीं।
इसी तरह, जैसे ही तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है, जोखिम 80% बढ़ जाता है: डॉ. कुमार ने कहा के अचानक सर्दी से गर्म या गम से सर्दी में जाने से ब्रेन हेमरेज या हॉट स्टॉक का खतरा बढ़ जाता है, इसका खतरा जिस के बजाय इम्युनिटी पावर पर डिपेंड करता है,
जो लोग लगातार कसरत करते हैं और खाने-पीने का ख्याल रखते हैं और बीपी शुगर मोटापा कोलेस्ट्रॉल वगैरा का शिकार नहीं होते इनका जिस इस टेंपरेचर की तब्दीली तब दिल्ली से वह भी उसमें ढल सकता है,
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