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बाड़मेर में उठा 80 फीट ऊंचा रेतीला बवंडर, सिहरन पैदा करने वाला ऐसा दृश्य नहीं देखा होगा आपने





सूत्रों द्वारा,,,

पाकिस्तान की सीमा से सटे जैसलमेर से उठे करीब 80 फीट ऊंचे रेतीले बवंडर से सबसे ज्यादा नुकसान ग्रामीण इलाकों में हुआ है. ग्रामीण इलाकों में कच्चे मकान, पेड़ और बिजली के पोल क्षतिग्रस्त हो गए. डिस्कॉम को भी करोड़ों का नुकसान हुआ है.




मनमोहन सेजू /बाड़मेर.राजस्थान में बेमौसम हो रही बारिश और अंधड़ का दौर भले शांत हो गया हो लेकिन अब तूफान और भीषण गर्मी का दौर शुरू हो गया. मंगलवार शाम बाड़मेर शहर से सामने आया रेतीले बवंडर का वीडियो आपके रोंगटे खड़े कर देगा. वीडियो देखकर ऐसा लगता है कि रेतीली आंधी घर-मकानों को लीलने के लिए बढ़ी चली आ रही है. आसमान को छूती हुई रेत की ऐसी दीवार आपने शायद ही कभी देख हो.







मंगलवार को आए रेतीले बवंडर ने एक बार फिर जनजीवन प्रभावित कर दिया है. करीब 70 से 80 फीट ऊंचे उठे रेतीले बवंडर ने तबाही मचा दी है. रेत का यह बवंडर धीरे-धीरे बड़ा होता चला गया.उसके बाद तेज हवा के कारण आसपास के पूरे इलाके में रेत फैल गई है. वीडियो में आप देख सकते हैं कि रेत का तूफान कितना भयानक दिख रहा है. उसने तो जैसे पूरे आसमान को ही अपनी चपेट में ले लिया है. तूफान की वजह से आसमान धूसरा पड़ गया है,सूरज की रोशनी मद्धम पड़ गई है और तूफान अपने विकराल रूप में आगे बढ़ा जा रहा है. पाकिस्तान की सीमा से सटे जैसलमेर से उठे इस रेतीले बवंडर को कई लोगों ने अपने कैमरे में कैद कर लिया.






करीब


80 फीट ऊंचे उड़े रेतीले तूफान से सबसे ज्यादा नुकसान ग्रामीण इलाकों में हुआ है.


ग्रामीण इलाकों में कच्चे मकान, पेड़ और बिजली के पोल क्षतिग्रस्त हो गए. डिस्कॉम को भी करोड़ों का नुकसान हुआ है. राजस्थान में पिछले एक माह में बेमौसम बारिश,आंधी और तूफान के कारण करोड़ों रुपयों का नुकसान हो चुका है.बारिश और अंधड़ के कारण कई लोगों की जान जा चुकी है. उसके अलावा इलेक्ट्रिसिटी सिस्ट को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है




बताया जाता है कि रेगिस्तान में वायुमंडलीय दबाव बहुत अधिक होता है.सूरज की सीधी किरणें हवा की नमी समाप्त कर देती है.इससे धूल के कणों की आपस में पकड़ नहीं रह पाती है, ऐसे में धूल कण एक बवंडर का रूप धारण कर लेते है.

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राजस्थान के टोंक जिले में एक युवक ने दो सगी बहनों से शादी की है, हो रही है तारीफ







सूत्रों द्वारा....

राजस्थान के टोंक जिले में एक युवक ने दो सगी बहनों से शादी की है।बड़ी बहन ने मानसिक रूप से कमजोर छोटी बहन को जिंदगी भर संबल देने के लिए जीवन लिए यह समझौता किया। टोंक जिले के उनियारा उपखंड के मोरझाला की झोपड़िया गांव में दुल्हन कांता मीणा ने अपनी छोटी बहन के साथ गत 5 मई को एक ही मंडप में एक ही दूल्हे हरिओम मीणा के साथ विवाह के बंधन में बंध गई। जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है,




मामले के अनुसार उनियारा उपखंड के मोरझाला की झोपड़िया गांव निवासी रामप्रसाद मीणा अपने पुत्र हरिओम मीणा के विवाह के लिए निवाई के सोन्दडा खादया की ढाणी में बाबूलाल मीणा के घर रिश्ता भेजा।जहां बाबूलाल ने रिश्ता ता कबूल कर लिया। लेकिन उन्होंने बेटी कांता की ऐसी शर्त रखी, जिस पर रामप्रसाद सोचने पर मजबूर हो गए। कांता के पिता बाबूलाल ने रामप्रसाद मीणा के सामने अपनी दोनों बेटियों की एक साथ उनके बेटे हरिओम के साथ विवाह करने की शर्त रखी। इसमें दुल्हन कांता के पिता ने उन्हें बताया कि उनकी छोटी बेटी सुमन मानसिक रूप से कमजोर है। इस कारण वे दोनों बेटियों का एक साथ विवाह करेंगे।अगर शर्त मंजूर हो तो रिश्ते को आगे बढ़ाएं। इस पर दूल्हे के पिता और दुल्हा इस बात को लेकर सहमत हो गए।



छोटी बहन मानसिक रूप से कमजोर

कांता की छोटी बहन सुमन मानसिक रूप से कुछ कमजोर है। इस कारण उसे अपनी छोटी बहन की हर समय चिंता रहती है। मानसिक रूप से कमजोर होने के कारण कांता ही अपनी छोटी बहन सुमन का हर समय ख्याल रखती है। इसको लेकर दु कांता ने अपना मन बना रखा था,कि वह जब ही शादी करेगी। जब दूल्हा उसके साथ उसकी छोटी बहन के साथ भी फेरे लेगा। इसको लेकर कांता ने दूल्हे के परिवार के समक्ष यह शर्त रखी थी। दुल्हन कांता का कहना हैं कि शादी होने के बाद वह अपनी बहन को साथ में रखकर जीवन भर उसका ध्यान रख सकेगी। कांता के इस त्याग और अनूठी पहल को लेकर लोगों में काफी चर्चा हो रही है।



दूल्हा प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है।

दूल्हा हरिओम ने स्नातक तक पढ़ाई की है और वह वर्तमान म प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है। वह दुल्हन कांता के इस फैसले को लेकर खुश है। उसे इससे कोई आपत्ति नहीं हैं। उसने अपनी पत्नी की इस पहल की प्रशंसा की। उसने कहा कि वह दोनों सगी बहनों से शादी करके खुश है और उन्हें हमेशा खुश रखने का प्रयास करेगा। उसने यह कदम ससुराल पक्ष की इस पीड़ा को देखकर उठाया है। वही दुल्हन कांता ने उर्दू में स्नातकोत्तर किया है और उसकी छोटी बहन सुमन आठवीं तक पढ़ी-लिखी है । इस दौरान यह विवाह समारोह कोई चोरी छुपे तरीके से आयोजित नहीं हुआ।


बोलेरो में मिलीं लाशें, स्कॉर्पियो में खून के धब्बे जुनैद और नासिर के थे, फोरेंसिक जांच से हुआ खुलासा







भिवानी मर्डर केस : भिवानी हत्याकांड से जुड़े मामले में पिछले हफ्ते राजस्थान पुलिस ने एक महिंद्रा स्कॉर्पियो बरामद की थी. जिसके बारे में उसका मानना था कि राजस्थान के दो लोगों की हत्या में इसका इस्तेमाल किया गया था. पुलिस ने कहा था कि उन्हें सीसीटीवी की कई तस्वीरें मिलीं, जिनमें दो वाहन दिख रहे हैं. बा एक बोलेरो गाड़ी में आग लगा दी गई थी. बाद में बरामद की गई स्कॉर्पियो को जींद जिला से रजिस्टर्ड किया गया था. इस गाड़ी को एक गौशाला से पुलिस ने बरामद किया. अब फोरेंसिक जांच से साफ हो गया है कि हरियाणा के भिवानी में एक जली हुई बोलेरो में मिले जले हुए शव और जींद से जांचकर्ताओं द्वारा बरामद महिंद्रा स्कॉर्पियो में खून के धब्बे मोहम्मद जुनैद और मोहम्मद नासिर के थे.





 जयपुर. फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (FSL) की जांच से साफ हो गया है कि हरियाणा के भिवानी में एक जली हुई बोलेरो में मिले जले हुए शव और जींद से जांचकर्ताओं द्वारा बरामद महिंद्रा स्कॉर्पियो में खून के धब्बे मोहम्मद जुनैद और मोहम्मद नासिर के थे.जिनको कथित तौर पर गो रक्षकों के समूह ने अगवा करके मार डाला गया था.फोरेंसिक रिपोर्ट (Forensic Report) में इसकी पुष्टि हुई है कि हरियाणा के जींद में एक गौशाला से बरामद हुई एसयूवी स्कॉर्पियो गार्ड मिले खून के धब्बे हरियाणा में मारे गए जुनैद के और नासिर के ही थे. राजस्थान पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. भरतपुर निवासी जुनैद और नासिर के जले हुए शव 16 फरवरी को हरियाणा के भिवानी जिले में एक बोलेरो गाड़ी से मिले थे.

कांग्रेस ने अड्डे पुर क़त्ल पर भाजपा पर किया तंज

नई दिल्ली (ब्यूरो ऑफ रेवोल्यूशन) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आदे पुर हत्याकांड में भाजपा पर शिकंजा कसते हुए मुख्य आरोपी रियाज अटारी के साथ भगवा पार्टी के संबंधों पर स्पष्टीकरण मांगा है। अशोक गहलोत ने रियाज अटारी के बीजेपी नेताओं से संबंधों की मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कहा,'हत्या के मामले में मुख्य आरोपी कौन है? यह किस रूप में और किस स्तर पर भाजपा से संबंधित है? वे भी जानते हैं। उन्होंने बीजेपी पर गंभीर आरोप भी लगाए. गहलोत ने कहा कि जब कन्हिया लाल के हत्यारों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था तब भाजपा नेताओं ने उनकी रिहाई की मांग की थी. दरअसल राजस्थान के मंत्री बीजेपी नेता से छुटकारा पाना चाहते थे.बाद में पता चला कि आरोपी भाजपा का सक्रिय सदस्य था। कहा जाता है कि कन्हैया लाल की हत्या से पहले रियाज को उसके मकान मालिक से झगड़े में आदिपुर पुलिस ने पकड़ लिया था.उन्होंने कहा कि हाल ही में खबर आई थी कि जिस किराए के कमरे में मुख्य आरोपी रह रहा था उसका मकान मालिक था,



उसने पुलिस से शिकायत की थी कि आरोपी उसे प्रताड़ित कर रहा है। गहलोत ने कहा कि मकान मालिक ने शिकायत की थी,'पता नहीं मेरे घर कौन आता है, धमकी देता है और किराया नहीं दे रहा है. गहलोत ने किसी का नाम लेते हुए कहा कि भाजपा नेताओं को इन आरोपों का जवाब देना चाहिए और स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. उन्होंने कहा, ''जिस शख्स ने ऐसा जघन्य अपराध किया है, जिसकी गोद में बैठा था, जिसके साथ उसका रिश्ता था, अशोक गहलोत, सब जानते हैं.'' गहलोत जयपुर में विपक्षी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा द्वारा एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान अदेपुर की घटना पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे। ज्ञात हो कि 8 जून को उदयपुर में रसूल की सुरक्षा के नाम पर आरोपी रियाज अटारी और घोष मोहम्मद ने कन्हैयालाल की हत्या कर दी थी.घटना के चंद घंटे बाद ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया.

राजस्थान में कोविड-19 टीकाकरण को सफल बनाने के लिए एकजुट हों: अशोक गहलोत






अशोक ने कहा कि यह समय राजनीतिक सोच और पार्टी की विचारधारा सहित अन्य सभी प्रतिबद्धताओं से ऊपर उठने का है, एकजुट होकर जीवन बचाने मुख्यमंत्री रविवार को टीके की भागीदारी बढ़ाने के लिए आयोजित वीडियो कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि राज्य के प्रत्येक नागरिक को कोरोनावायरस महामारी से निपटने और टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में अपनी भूमिका निभानी चाहिए।उन्होंने कहा कि यह समय राजनीतिक सोच और पार्टी की विचारधारा सहित अन्य सभी प्रतिबद्धताओं से ऊपर उठने का है, ताकि एकजुट होकर लोगों की जान बचाई जा सके।



गहलोत ने एक बयान में कहा, "हमें संकीर्णता और भेदभाव को दरकिनार कर मानवता के कर्तव्य को पूरा करना है। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि कोई भी व्यक्ति टीकाकरण से छूटे नहीं।सीएम रविवार को वैक्सीन की भागीदारी बढ़ाने के लिए आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।


 उन्होंने कहा कि राज्य सरकार योजनाबद्ध तरीके से शहरों और गांवों में टीकाकरण अभियान चला रही है।  महामारी को फैलने से रोकने के लिए हर व्यक्ति को वैक्सीन का सुरक्षा कवच मिलना चाहिए।


 गहलोत ने कहा कि सरकार वैक्सीन की बर्बादी को निर्धारित मानकों से काफी कम रखने में सफल रही है.


 मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र द्वारा 21 जून से 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग के लिए मुफ्त टीकों की घोषणा की गई है।


 इस खंड से अधिक

 पिछले साल जुलाई में, सचिन पायलट और 18 अन्य विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ विद्रोह कर दिया था, लेकिन पार्टी द्वारा उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए एक पैनल गठित करने के बाद संकट टल गया था।  (पीटीआई फोटो)

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 पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के नेता सचिन पायलट गुरुवार, 29 अक्टूबर, 2020 को पटना में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए. (पीटीआई फोटो)(पीटीआई29-10-2020_000035बी) (पीटीआई)

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 बाघिन टी-१११ के व्यवहार और शारीरिक बनावट से पता चलता है कि उसने जन्म दिया था, लेकिन उसे रविवार को ही अपने शावकों के साथ देखा जा सका।  (सौजन्य- वन विभाग)

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 केंद्र की वैक्सीन खरीद नीति में बदलाव के बाद विधायक निधि से लिए गए ₹600 करोड़ और मुख्यमंत्री कोविड -19 शमन कोष में जमा किए गए ₹ वापस किए जाएंगे।  लेकिन महामारी के प्रभाव को देखते हुए यह राशि इसी वर्ष राज्य में चिकित्सा सेवाओं को मजबूत करने के लिए खर्च करना उचित होगा।


 राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि गांवों और बस्तियों में जनप्रतिनिधियों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं की बूथ स्तर तक पहुंच है.


 ऐसे में वे जमीनी स्तर पर टीकाकरण के बारे में जागरूकता बढ़ाने और पिछड़े और अशिक्षित लोगों के बीच टीकों से संबंधित भ्रांतियों को दूर करने में अधिक सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं।


 स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि राज्य भर में 2444 कोल्ड-चेन पॉइंट बनाए गए हैं, जबकि प्रतिदिन 12 से 15 लाख लोगों को खुराक देने की क्षमता विकसित की गई है।



 शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राज्य के लोगों को महामारी से बचाने के लिए सभी जनप्रतिनिधि राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठकर टीकाकरण अभियान को सफल बनाएं.


 राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के उप नेता राजेंद्र राठौर ने कहा कि विपक्ष टीकाकरण अभियान में राज्य सरकार का पूरा सहयोग करेगा जैसा कि उसने पिछले साल कोविड -19 मामलों के प्रसार को रोकने में किया था।


 स्वास्थ्य सचिव सिद्धार्थ महाजन ने कहा कि अब तक राज्य के करीब 2.08 करोड़ लोगों को वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है.  इनमें से 1.74 करोड़ लोगों को पहली डोज मिल चुकी है और 34 लाख से ज्यादा लोगों को दोनों डोज मिल चुकी हैं

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