ममता बनर्जी और अमित शाह का एक दूसरे पे हमला तेज़
बीजेपी नेता रोड शो करने वालों, कोरोनोवायरस के प्रकोप के बीच बुजुर्गों की मौत का आरोप लगाते हैं
टीएमसी के प्रमुख जुनीतमल एक्शन कमीशन ने किसी भी नेता के कोच के बिहार जाने पर रोक लगा दी
पश्चिम बंगाल के कोच बिहार में कलकत्ता (एनी) सेंट्रल
चाहिए बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में मतदान
सुरक्षा बलों द्वारा गोलाबारी करने पर चार लोग मारे गए
कोख बिहार क्षेत्र में हिंसा और चार लोगों की मौत के दौरान
राजनीति तेज हो गई। एक ओर मुख्यमंत्री माता बनर्जी
जारी हंगामे के बीच, एक्शन कमीशन ने कोई कार्रवाई नहीं की
हिंसा के लिए भाजपा को निशाना बनाया जा रहा है, जबकि भाजपा को निशाना बनाया जा रहा है
एक राजनीतिक दल के कोच ने बिहार जाना बंद कर दिया है। उत्साह
जेपी नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी दीदी पर हमला किया
आयोग के फैसले के बाद, सुश्री बनर्जी ने कार्रवाई का आह्वान किया
घंटे हैं। जबकि एक्शन कमीशन किसी भी राजनीतिक नेता के बिहार का कोच है
आयोग का नाम बदलकर एमके किया जाना चाहिए। उसने बोला
जाने के लिए प्रतिबंधित है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि वेरोना वायरस
APN शक्ति का उपयोग कर सकता है लेकिन दुनिया में कोई नहीं
बड़े मुद्दे के दौरान, भाजपा नेता ने गृह मंत्री से मुलाकात की
रोड शो किया
। जिसमें बड़ी संख्या में लाेग शामिल हुए। मंत्री
मुझे भी अपने लोगों के पास जाने और उनके दर्द को साझा करने दें
अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में चौथे चरण में प्रवेश किया
रोक नहीं सकते वह मुझे तीन दिनों के लिए कोच बिहार ले गया
चुनाव के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा 4 की हत्या
आप भाइयों और बहनों के पास जाना बंद कर सकते हैं, लेकिन
मैं चौथे दिन वहां जाऊंगा।
माता बनर्जी को मौतों के लिए दोषी ठहराया गया है।
उन्होंने कहा कि मेरा कदम बनरी के केंद्रीय सुरक्षा बलों द्वारा उठाया गया था
ममता बनरी
पश्चिम बंगाल के कोच बिहार के पोलिंग बूथ को याद करें
बाहर फायरिंग में चार लोग मारे गए हैं। केंद्रीय
घेराबंदी की अपील के कारण हुआ। उन्होंने कहा कि वह पीड़ितों के परिवारों से मिले। मुख्यमंत्री मुताबनरजी ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और उनके मंचों पर कहा कि फायरिंग ड्यूरेसी के जरिए की गई थी।
शाह ने कहा कि कामता बनर्जी ने सेंट्रल सिक्योरिटी आईक्यू की श्रृंखला में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए लोगों से पूछा कि क्या उन्होंने घटना के संबंध में कोई एफआईआर दर्ज की है। सूत्रों के अनुसार, मृतक की पहचान
इस पर संदेह व्यक्त करते हुए कि क्या बलों की घेराबंदी का सुझाव उनके द्वारा दिया गया था या तेल, मंत्रिस्तरीय विशेषज्ञों ने कहा कि यह एक वास्तविक साजिश का परिणाम था।
देश में हुई मौतों के लिए जरदारी जिम्मेदार हैं। कई बार यह इन मुद्दों को एक अलग दिशा में ले जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा हुआ है। बैरी ने वहाँ आने और जाने की घोषणा की
उसने लोगों को किसी भी नज़र में ले जाने से रोक दिया है। माना जा रहा है कि गोलीबारी के बाद, वे अप्रैल में बिहार जाएंगे और मृतकों को मार दिया जाएगा
चार जवान मारे गए। यह
अमृत शाह
बनी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दुर्घटना में अपनी मौत की घोषणा की थी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में, ममता ने कमीशन का नाम बदलकर एमबीयानी मोदी कोड ऑफ कंडक्ट रखने के लिए आत्मरक्षा में गोली चलाई।
बचाव में गोली मार दी। यह बिल पर रोक लगाता है। इस घटना के तुरंत बाद, माता बनर्जी ने रविवार को कोच बिहार बनर्जी के रूप में काम करते हुए कहा कि एशियाई निर्वाचन क्षेत्र के तहत माथा भंग में एक पंक केंद्र में केंद्रीय सुरक्षा
अंबानी
मकरान सी में इस्राईल का एक माल वाहक जहाज़ मीज़ाईल का निशाना बना।
फ़ार्स न्यूज़ के मुताबिक़, मकरान सी में एक मालवाहक जहाज़ गुज़र रहा था कि मीज़ाईल हमले का निशाना बना। इस जहाज़ को जिसके बारे में कहा जा रहा है कि इस्राईली कंपनी का है, मीज़ाईल हमले में थोड़ा नुक़सान पहुंचा।
इजराईल ने इस हमले ठीकरा ईरान के मत्थे मड़ दिया,
इस्राईली चैनल-12 ने बताया कि उक्त जहाज़ तंज़ानिया से भारत जा रहा था कि मकरान सी में शिकार बनने के बाद, दोबारा अपने गंतव्य यानी भारत की ओर रवाना हो गया।
इस्राईली मीडिया के मुताबिक़, उक्त जहाज़, एक्स-टी मनेजमंट कंपनी का है जिसका दफ़्तर अतिग्रहित फ़िलिस्तीन में है।
फ़ार्स न्यूज़ के मुताबिक़, मकरान सी में एक मालवाहक जहाज़ गुज़र रहा था कि मीज़ाईल हमले का निशाना बना। इस जहाज़ को जिसके बारे में कहा जा रहा है कि इस्राईली कंपनी का है, मीज़ाईल हमले में थोड़ा नुक़सान पहुंचा।
इजराईल ने इस हमले ठीकरा ईरान के मत्थे मड़ दिया,
इस्राईली चैनल-12 ने बताया कि उक्त जहाज़ तंज़ानिया से भारत जा रहा था कि मकरान सी में शिकार बनने के बाद, दोबारा अपने गंतव्य यानी भारत की ओर रवाना हो गया।
इस्राईली मीडिया के मुताबिक़, उक्त जहाज़, एक्स-टी मनेजमंट कंपनी का है जिसका दफ़्तर अतिग्रहित फ़िलिस्तीन में है।
उत्तरी कोरिया ने कम दूरी की मारक क्षमता वाले मिसाइलों का सफल परीक्षण किया है।
अमरीकी अधिकारियों का कहना है कि उत्तरी कोरिया ने इसी सप्ताह के आरंभ में कम दूरी तक मार करने वाले मिसाइलों का परीक्षण किया है। इससे पहले एक वरिष्ठ अमरीकी जनरल ने चेतावनी दी थी कि उत्तरी कोरिया निकट भविष्य में कोई भी उकसाने वाली कार्यवाही कर सकता है। अमरीकी अधिकारियों का कहना है कि उत्तरी कोरिया ने मिसाइलों का यह परीक्षण ऐसी हालत में किया है कि जब उसने अमरीकी सरकार की ओर से किये जाने वाले डिप्लोमैटिक संपर्कों का कोई उत्तर नहीं दिया।
पिछले सप्ताह उत्तरी कोरिया के एक कूटनयिक ने कहा था कि जब तक वाॅशिग्टन, पियुंगयांग के बारे में अपनी शत्रुतापूर्ण नीतियों को नहीं छोड़ता उस समय तक उत्तरी कोरिया, अमरीका के किसी भी कूटनयिक संपर्क का कोई भी जवाब नहीं देगा।
इसी बीच दक्षिणी कोरिया के सैन्य प्रवक्ता ने बताया है कि अमरीका के साथ मिलकर हम सीमा से उत्तरी कोरिया की गतिविधियों पर नज़र रखे हुए हैं। एक संवाददाता सम्मेलन में दक्षिणी कोरिया के सैन्य प्रवक्ता जनरल किमजून रेक ने बताया कि हमारी सेना उत्तरी कोरिया की सैन्य गतिविधियों पर गहरी नज़र रखे हुए है। उन्होंने बताया कि सेना को सतर्क कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि अभी कुछ दिन पहले ही अमरीका के रक्षामंत्री ने एक भड़काऊ बयान देते हुए कहा था कि अमरीकी सेना इस समय हमले के लिए तैयार है।
याद रहे कि सन 2006 से उत्तरी कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रतिबंध लगे हुए हैं जिनको बाद वाले वर्षों में बढ़ा दिया गया। उत्तर कोरिया द्वारा किया गया मिसाइल परीक्षण अमरीका अमरीका के दोस्त मवाली के लिए सिर दर्द पैदा कर सकता है
उन्होंने तेहरान के वक़्त के मुताबिक़, बुधवार की शाम को ब्रसल्ज़ में एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में दावा कियाः “ईरान के संबंध में हम स्पष्ट रूप से कह चुके हैं कि कूटनीति का रास्ता साफ़ है।” उन्होंने कहाः “जब यूरोपीय संघ ने यह पेशकश रखी कि जेसीपीओए के सभी पक्ष एक साथ बैठ कर प्रतिबद्धताओं पर अमल की ओर लौटने की शैली के बारे में समीक्षा करें तो हमने सकारात्मक जवाब दिया लेकिन ईरान ने अब तक सहयोग न करने का रास्ता अपनाया है।” उन्होंने दावा किया कि “जैसा कि हम कह चुके हैं कि अब गेंद ईरान के पाले में है। अब देखना होगा कि क्या ईरानी कूटनीति का रास्ता अपनाते और समझौते का पालन करने की ओर लौटते हैं?
उन्होंने एक बार फिर अमरीका का यह दावा दोहरायाः “अगर यह न हुआ तो अमरीका, ईरान से ऐसे समझौते की कोशिश करेगा जिसकी मुद्दत लंबी हो और उसमें कुछ दूसरे विषय भी शामिल हों।” उन्होंने इन विषयों में, पश्चिम एशिया के दूसरे देशों को अस्थिर करने और बैलिस्टिक मीज़ाईल जैसे मामलों को शामिल बताया। ब्लिंकन ने ऐसी हालत में ईरान पर कूटनीति को पीठ दिखाने का इल्ज़ाम लगाया और गेंद को ईरान के पाले में बताया कि अमरीका ही वह देश था जिसने पहले परमाणु समझौते जेसीपीओए से निकल कर तेहरान के ख़िलाफ़ बड़े पैमाने पर पाबंदियां लगायीं
उन्होंने एक बार फिर अमरीका का यह दावा दोहरायाः “अगर यह न हुआ तो अमरीका, ईरान से ऐसे समझौते की कोशिश करेगा जिसकी मुद्दत लंबी हो और उसमें कुछ दूसरे विषय भी शामिल हों।” उन्होंने इन विषयों में, पश्चिम एशिया के दूसरे देशों को अस्थिर करने और बैलिस्टिक मीज़ाईल जैसे मामलों को शामिल बताया। ब्लिंकन ने ऐसी हालत में ईरान पर कूटनीति को पीठ दिखाने का इल्ज़ाम लगाया और गेंद को ईरान के पाले में बताया कि अमरीका ही वह देश था जिसने पहले परमाणु समझौते जेसीपीओए से निकल कर तेहरान के ख़िलाफ़ बड़े पैमाने पर पाबंदियां लगायीं
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