30 लाख की रिश्वत का नाम सुनते ही महापौर बोली बेटा गर्दन अलग कर दूंगी
सूत्रों से पता चला की....नगर निगम की बोर्ड बैठक में कई मुद्दों पर खूब हंगामा हुआ। भाजपा पार्षद सचिन डागर ने भरे सदन में महापौर पर भूमाफिया को थाने से छुड़वाने का आरोप लगाया।
गाजियाबाद, दीपक सिरोही।नगर निगम की बोर्ड बैठक में कई मुद्दों पर खूब हंगामा हुआ।भाजपा पार्षद सचिन डागर ने भरे सदन में महापौर पर भूमाफिया को थाने से छुड़वाने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि राजेंद्रनगर औद्योगिक क्षेत्र के एक पार्क में सड़क बनवा दी। इस काम के लिए किसी ने 30 लाख रुपये की घूस ली है। इतना सुनते ही महापौर सुनीता दयाल ने आपा खो दिया। उन्होंने भरे सदन में सचिन डागर को कहा गर्दन अलग कर दूंगी। अंगुली काट दूंगी।इसके बाद महापौर क समर्थन में पार्षद उतर आए।
वार्ड-60 श्यामपार्क से सचिन डागर भाजपा पार्षद है। वह एक विधायक के काफी नजदीक है।सचिन डागर ने बोर्ड बैठक में राजेंद्र नगर औद्योगिक क्षेत्र के जगजीवन दास पार्क की जमीन पर सड़क बनावाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने सदन में पूछा कि सड़क किसके आदेश पर बनाई गई।सदन में खुलासा हुआ कि कुछ निजी लोगों ने यह सड़क बनाई है।इसके बाद भाजपा पार्षद ने महापौर सुनीता दयाल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जमीन पर सड़क बनवाने वाले भूमाफिया को थाने पुलिस को फोन करके छुड़वाया था।यही नहीं, सचिन यह भी आरोप लगाया कि सड़क बनाने के लिए किसी ने 30 लाख रुपये की रिश्वत ली है। इतना सुनते ही महापौर आग बबूला हो गई। उन्होंने सचिन डागर से कहा बेटा गर्दन अलग कर दूंगी। रिपोर्ट हो तो हो जाए। बताओ किसे 30 लाख रुपये दे दिए,अगर मेरे किसी अधिकारी को 30 लाख रुपय दिए है तो वह सस्पेंड होगा। महापौर ने यह भी कहा कि वह 40 साल की तपस्या के बाद यहां तक पहुंची हूं।हालांकि सचिन डागर ने महापौर को कहा कि रिश्वत के मामले में उन्होंने उनका नाम नहीं लिया। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने पार्षद से सदन की गरिमा बनाए रखने की बात कही।नगर आयुक्त ने पार्षद से भ्रष्टाचार के सबूत भी मांगे। इसके बाद पार्षद ने कोर्ट नक्शा दिखाया। नक्शे में पार्क की जमीन बताई गई है।
इसर जेंद्रनगर औद्योगिक क्षेत्र में पांच हेक्टेयर निजी जमीन है।बिल्डर ने नक्शा पास कराकर कुछ हिस्सा पार्क के लिए छोड़ दिया गया। करीब सात बीघा जमीन पर फैक्ट्री लगाई। लेकिन यह बंद हो गई। इसके बाद उस जमीन पर प्लाट काट दिए गए।मकान बनने के बाद लोगों ने पार्क के अंदर से आने-जाने के लिए रस्ता बना लिया। कुछ छोटे उद्योग भी हैं। वह लोग भइसी पार्क का इस्तेमाल करते हैं। मकान और फैक्ट्री तक जान के लिए कोई दूसरा रास्ता नहीं है। जिस जगह रास्ता बनाया जा सकता है उस पर प्रभावशाली लोग ऐसा नहीं होने दे रहे।स्थानीय लोग और उद्यमियों ने महापौर से अपनी समस्या रखी थी।साथ ही रास्ता बनाने के लिए कोर्ट के आदेश की जानकारीदी थी। इसके बाद वहां पर रास्ता बना दिया। बता दें कि उसी पार्क के कुछ हिस्से पर प्रभावशाली लोगों ने कब्जा कर लियाथा।उसे महापौर ने खाली कराया था।
पार्षद को सदन में इस तरह की बात नहीं करनी चाहिए लाख रुपये की रिश्वत किसने ली पार्षद ने इस बारे मे जानकारी नहीं दी। पार्षद की शिकायत संगठन से की जाएगा,
सुनीता दयाल, महापौर
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