प्रख्यात साहित्यकार हरिराम द्विवेदी का 87 साल की उम्र में यूपी में हुआ निधन
सूत्रों से पता चला की,,हिंदी और भोजपुरी के प्रख्यात साहित्यकार पंडित हरिराम द्विवेदी का सोमवार को वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में उनके आवास पर निधन हो गया।बकौल रिपोर्ट्स, वह पिछले 8 माह से बीमार चल रहे थे। उन्हें साहित्य अकादमी भाषा सम्मान, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार, साहित्य भूषण व साहित्य सारस्वत सम्मान समेत कई पुरस्कार मिल चुके थे।
पं हरिराम द्विवेदी आकाशवाणी से जुड़े थे और बहुत लोकप्रिय थे। साथ ही संकट मोचन संगीत समारोह सहित अनेक बड़े-बड़ेमंचों के प्राण पुरुष के रूप में उनकी विशेष ख्याति थी।दो दर्जन से अधिक काव्य संग्रह के माध्यम से उन्होंने आधुनिक भोजपुरी साहित्य की समृद्धि के लिए विशेष योगदान किय
पंडित हरिराम द्विवेदी विगत 8 महीना से गंभीर रूप से अस्वस्थ चल रहे थे रविवार की रात करीब 12:00 बजे उनकी तबीयत बहुत अधिक बिगड़ गई परिजनों ने शहर के एक निजी चिकित्सालय से तुरंत डॉक्टर को बुलाया था।डॉक्टर ने रात मेंह जवाब दे दिया था पंडित हरिराम द्विवेदी का अंतिम संस्कार9 जनवरी को मणिकर्णिका घाट पर किया जाएगा।उनके बड़े पुत्र राजेश कुमार द्विवेदी फिर हर उड़ीसा में हैं।वह अपने पुत्र का उपचार करने गए हैं।उनका पुत्र उड़ीसा के एक चिकित्सालय में आईसीयू में भर्ती है, पिता के निधन की सूचना पाकर राजेश कुमार द्विवेदी काशी के लिए रवाना हो चने हैं।
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