ईरानी मीडिया की वेबसाइट बंद, क्या अमेरिका ईरान की ज़बान भी बंद कर सकता है
इस्लामी गणतंत्र ईरान ने कई ईरानी टीवी चैनलों की वेबसाइटों के ख़िलाफ़ अमरीका की ग़ैर क़ानूनी कार्यवाही को, बोलने की आज़ादी छीनने की कोशिश बताया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद ख़तीबज़ादे ने राष्ट्रीय रेडियो व टीवी संस्था आईआरआईबी की कई वेबसाइटों को बंद किए जाने को विश्व स्तर पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर रोक लगाने की अमरीका की निंदनीय कोशिश और पत्रकारिता की दुनिया में आज़ाद आवाज़ों का गला घोंटने की मिसाल बताया है। उन्होंने वाॅशिंग्टन के इस दोग़ले रवैये को शर्मनाक क़रार देते हुए कहा है कि अमरीका की वर्तमान सरकार भी पिछली सरकार के रास्ते पर ही चल रही है और इसका नतीजा भी वाॅशिंग्टन की एक और हार के अलावा कुछ नहीं होगा।
ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ख़तीबज़ादे ने ज़ोर देकर कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान, अमरीका के इस ग़ैर क़ानूनी क़दम की निंदा करते हुए इसके ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्यवाही करेगा। ईरान के अंग्रेज़ी भाषी न्यूज़ चैनल प्रेस टीवी ने कहा है कि अमरीका की ओर से अभिव्यक्ति की आज़ादी के ख़िलाफ़ उठाए गए क़दम के बावजूद वह अपना काम जारी रखेगा। याद रहे कि अमरीका ने ईरान के अंग्रेज़ी भाषी प्रेस टीवी न्यूज़ चैनल के अलावा अरबी भाषी अलआलम टीवी और अलकौसर टीवी की वेबसाइटों को बंद कर दिया है। अमरीका ने इसके अलावा इराक़ व यमन के भी कई टीवी चैनलों की वेबसाइटों को बंद कर दिया है। (HN)
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